हमारे देश के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशन मनाली में आम तौर पर पर्यटक हिमालय की वादियों के सुन्दर नज़ारे,स्नोफॉल, बर्फ से जुड़े खेलों का आनंद या फिर पहाड़ों पर अनेकों एडवेंचर के आनंद के लिए जाया करते हैं लेकिन क्या आप मनाली में खूबसूरत प्राकृतिक नज़ारों से भरे ट्रैकिंग के अनुभव के साथ मंजिल पर मनाली के आस-पास मौजूद सबसे ऊँचे 160 फ़ीट की ऊंचाई से गिरते झरने का सुन्दर दृश्य अपनी आँखों में कैद करना चाहेंगे?
अगर हाँ तो आपको बता दें कि मनाली में दिनों-दिन बड़ी तेजी से लोकप्रिय होते जा रहे जोगिनी वॉटरफॉल के साथ आप ऊपर बताया हुआ शानदार अनुभव ले सकते हैं। यहाँ जाने वाला रास्ता थोड़ा मुश्किल तो है लेकिन मेहनत के बाद जो खूबसूरत नज़ारे का फल आपको मिलने वाला है उसके सामने आपको ट्रैकिंग की थकान छोटी ही लगने वाली है। लेकिन इस झरने से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी जो हम आपको इस लेख में बताने वाले हैं उसे पढ़े बिना आपको जोगिनी झरने के ट्रेक पर नहीं जाना चाहिए। तो चलिए बताते हैं आपको इस झरने से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी..
जोगिनी झरना, मनाली
आपको बता दें कि यह झरना मनाली मॉल रोड से सिर्फ 4 किलोमीटर दूर है और मनाली की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। मनाली के इतना पास होने और इतनी सुन्दर जगह होने के बाद भी अधिकतर पर्यटक मनाली में इस झरने की खूबसूरती देखे बिना ही वापस चले जाते हैं जिसकी मुख्या वजह यहाँ आने वाले पर्यटकों को इसकी ज्यादा न जानकरी होना ही बताया जा सकता है। हालाँकि अब बेहद तेजी से जोगिनी झरने की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।
जोगिनी झरना मनाली की एक खूबसूरत घाटी में स्थित है जहाँ से झरने के सामने आपको हिमालय की सुन्दर बर्फ से ढकी चोटियों का दृश्य दिखता है और वहीं 160 फ़ीट से गिरता यह झरना आपकी आँखों के साथ आपके मन को भी इतना आनंदित कर देता है जिसे शब्दों में बताना बेहद मुश्किल है। यह झरना यहाँ धुप की किरणों के साथ झरने के पास की चट्टानों पर बनते इंद्रधनुष के लिए भी प्रसिद्द है जिसका अनुभव भी आप ले सकते हैं और साथ ही अगर आप चाहें तो पूरी सावधानी के साथ आप इस झरने के पीछे की तरफ जाकर झरने को पीछे से देखने का शानदार अनुभव भी ले सकते हैं।
मुख्य झरने से पहले छोटे झरने करते हैं भ्रमित
जैसा कि हमने आपको इस लेख की शुरुआत में बताया कि बिना जानकारी के आपको इस ट्रेक पर नहीं जाना चाहिए उसकी मुख्य वजह ये है कि जिस 160 फ़ीट ऊँचे सुन्दर झरने की बात हम कर रहे हैं वहां तक पहुँचने से पहले भी आपको इसके ट्रेक में 2 छोटे झरने देखने को मिलेंगे
और जब हम वहां इन झरनों तक पहुंचे तो अधिकतर लोग छोटे झरने को ही मुख्य झरना समझ रहे थे। हालाँकि हमारा भी यह जोगिनी झरने का पहला अनुभव था इसीलिए थोड़ा कंफ्यूज हम भी हुए लेकिन चूँकि हमने जोगिनी झरने की फोटो इंटरनेट पर देखी हुई थी इसलिए हमने मुख्य झरने का रास्ता ढूंढने की कोशिश की और आखिर वहां तक पहुँच भी गए।
लेकिन हमने देखा कि करीब 60-70 फीसदी लोग छोटे झरने को ही मुख्य झरना समझकर वहीं से वापस जा रहे थे। आपको बता दें कि मुख्य झरने की खूबसूरती के सामने पहले दिखने वाले छोटे झरने की सुंदरता कुछ भी नहीं है। हालाँकि ऊपर जाना थोड़ा कठिन जरूर है लेकिन फिर भी हम आपको जोगिनी मुख्य झरने तक जाने की सलाह जरूर देंगे।
झरने तक कैसे पहुंचे?
आपको बता दें कि झरने तक पहुँचने के लिए 2 रास्ते बने हैं जिसमें से एक रास्ता वशिष्ठ मंदिर से जाता है और दूसरा बाहंग गाँव से निकलता है। मनाली मार्केट से करीब 3 किलोमीटर दूर स्थित वशिष्ठ मंदिर अपने आप में मनाली में एक मुख्य पर्यटन स्थल है वहीं पर आप पवित्र 'हॉट-वाटर स्प्रिंग्स' का भी अनुभव ले सकते हैं। वहां से देवदार के पेड़ों और सेब के बागानों के बीच से होते हुए आप पक्के बने रास्ते के साथ जोगिनी वॉटरफॉल की तरफ बढ़ सकते हैं।
अगर आप खुद के वाहन से यहाँ जाने वाले हैं तो आप बाहंग गाँव तक जा सकते हैं जो कि मनाली से करीब 4 किलोमीटर दूर है लेकिन यहाँ आपको वाहन की पार्किंग की अच्छी व्यवस्था मिल जाएगी वहीं वशिष्ठ मंदिर के पास कार पार्किंग में आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है। इसके अलावा अगर आप बस से जाना चाहते हैं तो भी मनाली-लेह राजमार्ग पर बस से बाहंग गाँव पर उतर सकते हैं। बाहंग गाँव में पार्किंग के बाद करीब 10-15 मिनट की चढ़ाई के बाद वशिष्ठ मंदिर से आने वाला रास्ता भी दिख जाता है और यहाँ से जोगिनी झरने तक एक ही मार्ग है। हालाँकि बाहंग गाँव से अगर आप जाते हैं तो आपके ट्रैकिंग अनुभव को शानदार बनाने के लिए आपको एक जलधारा को भी पार करना पड़ता है जो कि अपने आप में यादगार अनुभव बन जाता है।
जहाँ पर ये दोनों रास्ते मिलते हैं उससे थोड़ा ऊपर सीढ़ियों के सहारे जाने पर आपको सामने एक झरना दिखाई देगा जहाँ आप चाहें तो फोटोग्राफी वगैरह कर सकते हैं। लेकिन वहीं उस झरने से थोड़ा पीछे ही जोगिनी के मुख्य झरने की ओर ऊपर जाती सीढ़ियां आपको दिख जाएँगी। इन सीढ़ियों और बीच-बीच के कुछ कच्चे रास्ते के साथ आप करीब 45 से 60 मिनट में मुख्य झरने तक पहुँच जायेंगे।
झरने के रास्ते में खाने-पीने की और अन्य सुविधाएँ
आपको बता दें कि अगर आपको झरने के रास्ते में कुछ दूर चलने पर ही कुछ छोटे कैफ़े वगैरह मिल जायेंगे जहाँ आप नाश्ता वगैरह कर सकते हैं। लेकिन जहाँ ट्रेक के दोनों रास्ते मिलते हैं उसके आगे आपको कोई दुकान नहीं मिलने वाली। हालाँकि कुछ लोग चिप्स, चाय वगैरह बेचते हुए आपको जोगिनी झरने तक भी मिल जायेंगे।
आपको बता दें कि जोगिनी झरने के ट्रेक में आप पूर्ण रूप से प्रकृति के बीच पहुँच जायेंगे और यहाँ रास्ते में टॉयलेट वगैरह की कोई सुविधा आपको नहीं मिलने वाली तो इस बात को ध्यान में रखकर आप ट्रेक की शुरुआत करें।
तो इस तरह अगर आप मनाली में भीड़ से दूर और प्रकृति के बेहद करीब जाने का अनुभव लेना चाहते हैं तो जोगिनी झरने को अपनी मनाली यात्रा में जरूर शामिल करें। इससे जुड़ी जितनी भी जानकारी हमारे पास थी हमने आपसे इस लेख के माध्यम से साझा करने की कोशिश की है। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इस आर्टिकल को लाइक जरूर करें और साथ ही ऐसी ही अन्य जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो भी कर सकते हैं।
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