हमारे देश भारत को एक विशाल देश होने के साथ ही विविधता में एकता वाले देश के तौर पर भी पूरी दुनिया में जाना जाता है। पर्यटन की दुनिया में भी हमारा देश एक पूर्णतया संपन्न देश है जहाँ उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक हर तरफ विविधता में बसी सुंदरता और अनेकों खूबसूरत प्राकृतिक और मानव निर्मित पर्यटन स्थल मौजूद हैं। ऐसे ही अद्भुत देश के एक राज्य उत्तरप्रदेश में बसा है एक नवाबों का शहर... लखनऊ। इस शहर की खूबसूरती की चर्चा सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हमेशा बनी रहती है। इसकी अद्भुत सुंदरता के साथ ये अनोखा बहुसांस्कृतिक शहर हर पर्यटक के दिल में एक खास जगह बना ही लेता है। पर्यटकों का सबसे अधिक ध्यान खींचने वाली जगहों में से एक है यहाँ स्थित 200 साल पुरानी ईमारत में बनी ऐतिहासिक और हैरान कर देने वाली भूल भुलैया !
बताया जाता है कि इस प्राचीन भूल भुलैया में एक बार घुस जाने के बाद बिना गाइड के बाहर आना लगभग नामुमकिन है। आपके दिमाग को हिला देने वाली इस भूल भुलैया में 1000 से भी अधिक रास्ते हैं जिनमें से सही रास्ता ढूँढना लगभग नामुमकिन है। तो चलिए बताताते हैं आपको इसके बारे में पूरी जानकारी...
भूल भुलैया, बड़ा इमामबाड़ा
करीब 200 वर्ष पहले बड़ी बुद्धिमानी से बनायीं गयी ये शानदार भूल भुलैया लखनऊ की विश्व प्रसिद्द ईमारत बड़ा इमामबाड़ा में मौजूद है। आज के ज़माने में हम जहाँ शॉपिंग मॉल में बने छोटे मोटे भूल भुलैया में जाकर भी आनंदित हो जाते हैं वहीं यह ऐतिहासिक भूल भुलैया आपको भूल भुलैया का वास्तविक अर्थ समझाने के लिए एक बेहतरीन उदारहण है। सुरंग में आपको खिड़कीदार सुरंगे और संकरे रास्ते देखने को मिलेंगे और इन खिड़कियों की बनावट ऐसी कि अंदर से आपको बाहर की सभी हलचल दिखेगी लेकिन बाहर से अंदर का कुछ भी खबर आपको नहीं मिलती। आम भूल भुलैया की तरह इसमें भी आपको बार-बार 4 अलग रास्ते मिलेंगे जिसमें से सिर्फ एक ही सही होगा। बताया जाता है की यहाँ कुल 1024 रास्ते बने हैं लेकिन उनमें से सिर्फ एक रास्ता ही आपको बाहर तक लेकर जा सकता है। दीवारें बेहद मोटी बनी है जिस वजह से भी अंदर चल रही हलचल की छोटी सी जानकारी भी आपको बाहर महसूस नहीं होने वाली।
भूल भुलैया की अन्य खास बातें
आपको बता दें कि भूल भुलैया की शुरुआत सबसे पहले 45 सीढ़ियों से होती है फिर आप एक 330 फ़ीट लम्बी सुरंग में प्रवेश करते हैं और इसी सुरंग में बहुत सी अंदर से काफी बड़ी दिखने वाली खिड़कियां बनी हैं लेकिन बाहर की तरफ ये बहुत छोटी दिखती हैं। इनकी खास बात ये बताई जाती है कि इनके अंदर से आपको बाहर इमामबाड़ा और भूल भुलैया के मेन गेट आसानी से दिख जायेंगे लेकिन बाहर से इन खिड़कियों के अंदर का कुछ नज़र नहीं आता। साथ ही इन्हीं खिड़कियों की वजह से ये गैलरी इतनी संकरी होने के बाद भी आपको यहाँ बिलकुल भी घुटन महसूस नहीं होती है।
भूल भुलैया की दीवारों के लिए यह भी बताया जाता है कि इनके निर्माण में उड़द की दाल, गुड़, बेल, गन्ने का रस, सिंघाड़े का आटा और शहद के मिश्रण का उपयोग किया गया है।
यहाँ दीवारों के भी हैं कान !
भूल भुलैया की दीवारों के बारे में खास बातें अभी भी ख़त्म नहीं हुई हैं। इन्हें इतने खास तरीके से बनाया गया है कि करीब 20-30 फ़ीट दुरी से भी आप बेहद धीमी आवाज़ में भी बोली गयी अपने साथी की आवाज़ आसानी से सुन सकते हैं वो भी बिना किसी आधुनिक मशीन के। यह अनुभव हमने भी किया जब हमारे गाइड ने काफी दूर से दीवार के पास मुँह लगाकर धीरे से कुछ कहा और काफी दूर होने के बाद भी हमें दीवार पर कान लगाने पर एकदम साफ़ उनकी आवाज़ सुनाई दे रही थी। अपने आप में इस अनोखे अनुभव ने हमारी इस भूल भुलैया की यात्रा को और भी यादगार बना दिया। पुराने समय में एक दूसरे से काफी दूर होने पर भी यहाँ सिपाही जरुरत पड़ने पर शायद इसी तरह एक दूसरे से बात किया करते होंगे।
प्रवेश समय और प्रवेश शुल्क
जैसा कि हमने आपको बताया कि यह भूल भुलैया लखनऊ के बड़े इमामबाड़ा में स्थित है और इमामबाड़ा में प्रवेश समय सुबह 6 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक का रहता है। साथ ही इसका प्रवेश शुल्क 50 रुपये प्रति व्यक्ति है वहीं 5 वर्ष से 12 वर्ष तक की आयु के बच्चों का टिकट 25 रुपये का रहता है और 5 वर्ष तक के बच्चों का प्रवेश निशुल्क रहता है। आपको बता दें कि यह एक कम्पोजिट टिकेट रहता है जिसमें आप बड़ा इमामबाड़ा में स्थित भूल भुलैया के साथ ही बावली, पिक्चर गैलरी व शाही हमाम वगैरह भी देख सकते हैं।
इसके अलावा भूल भुलैया दिन में कुछ घंटों के लिए बंद भी रहती है तो आप यहाँ सुबह जल्दी या फिर दोपहर बाद जाने का प्लान कर सकते हैं।
लेकिन जैसा कि हमने आपको बताया कि अगर आप भूल भुलैया में जाना चाहते हैं तो गाइड लेकर जाना ही सही रहेगा और गाइड ग्रुप में सभी को एक साथ लेकर जाते हैं तो आप भूल भुलैया के पास ही उनसे बात करके जा सकते हैं।
आपको बता दें कि यह भूल भुलैया लखनऊ शहर के सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है जिसे देखने हर साल लाखों देशी-विदेशी पर्यटक यहाँ आते हैं। तो अगर आप भी लखनऊ के आस पास हैं या फिर लखनऊ जाने का प्लान कर रहे हैं तो इस खास जगह को देखना बिलकुल मिस न करें। इससे जुड़ी जितनी भी जानकारी हमारे पास थी हमने आपसे इस लेख के माध्यम से साझा करने की कोशिश की है। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इस आर्टिकल को लाइक जरूर करें और साथ ही ऐसी ही अन्य जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो भी कर सकते हैं
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