अप्रैल की शुरूआत मे हम लोग कोरोना के बाद नोएडा आए थे कुछ दिन आफिस कर के दिमाग थक गया था तो सोचा कही घूम आए तो नजदीकी हिल स्टेशन देखना शुरू किया तो समझ आया लैंसडाऊन हो आते है।
लैंसडाऊन उत्तराखण्ड का एक कैंट एरिया है। फिर क्या हम तीन दोस्तो ने अपनी अपनी फैमली के साथ सामान बाँध लिया।
फिर अगली सुबह हम लोग 2 कार मे सब सवार होकर निकल पडे लैंसडाऊन।
6 घंटे के सफर के बाद हम लोग कोटद्वार होते हुए लैंसडाऊन पहुचे, लैंसडाऊन मे प्रवेश करने के बाद सबसे पहले हम लोगो ने एक हाथियो के झुंड को पानी पीते देखा।
फिर हम लोगो ने होटल या रिसार्ट की तलाश शुरू किया तब हमे हमारी गलती का एहसास हुआ, हमारे एक मित्र कह रहे थे कि रिसार्ट या होटल बुक कर लेते है पर हम लोगो को लगा वहा पहुच के कर लेंगे और यहा तो कोई रिसार्ट या होटल खाली ही नही था।
किसी तरह खोजते खोजते हमे एक होटल मिला, होटल विनायक
http://www.hotelvinayaklansdowne.com/contact-us/
यह परिवार के लिए एक बजट होटल है, आनलाईन बुकिंग सस्ती है पर हमे वह 2000 रू मे मिला क्योकि उस टाईम हमारे पास कोई आप्शन नही था तो हमने ले लिया।
फिर हम लोगो ने होटल मे फ्रैश होकर नाश्ता किया और निकल पडे घूमने, घूमने निकल कर हम लोगो ने यह नोटिस किया यहा का हर युवा लगभग भारतीय सेना मे जाने की तैयारी कर रहा था। आपको सडक पर दौडते हुए या व्यायाम करते हुए युवा दिख जाऐंगे।
घूमने के क्रम मे सबसे पहले हम लोग भुल्ला लेक गए, इससे पहले बहुत सी लेक गए है पर छावनी क्षेत्र होने के कारण यहा सफाई बहुत है आप यहा बोटिंग का मजा ले सकते है।
फिर चर्च लाईब्रेरी होते हुए हम लोग सन राईज प्वांईट पहुचे इसे टिफिन टाप नाम से भी जानते है यह यहा का सबसे पीक प्वांईट कहा जाता है।यहा बस फोटो खीचाई क्योकि जब गए थे तो सन राईज कबका हो चुका था।
फिर वहा से सन सेट प्वांईट गए , सन सेट तो देख लिया साथ ही साथ संतोषी माता मंदिर के दर्शन भी हो गए।
यहा से निकल कर आर्मी म्यूजियम गए और फिर यहा से हम लोग होटल वापस आ गए।
फिर शाम को होटल के स्टाफ ने होटल की छत पर हम दोस्तो के लिए टेबल लगा कर व्यवस्था कर के दी थोडी देर एन्ज्वाय करने के बाद हम सब खाना खाने आए, होटल मे जितना अच्छा वेज खाना था उतना ही नानवेज।
फिर अगली सुबह हमारा प्लान था ताडकेश्वर महादेव मंदिर जाने का यह लैंसडाऊन से 40 किमी दूर था पर बारिश ने सारा प्लान खराब कर दिया था।
फिर हम लोगो ने गाडी स्टार्ट की और चल दिए वापस नोएडा को
लैंसडाऊन से उतरते समय मैगी प्वांईट पर हम लोगो ने चाय मैगी खाई और वहा के नजारो के बीच कुछ तस्वीरे ली और वापस अपनी रोजगार की दुनिया मे आ गए।