
एक वर्ष पहले मुझे देश के उत्तर पूर्वी भागों में जाने का मौका मिला। क्योंकि उत्तर पूर्वी भारत के विषय में अभी लोगों को इतनी जानकारियां नहीं है, कई प्रकार की भ्रांतियां समाज में प्रचलित है। आज में नागालैंड प्रदेश की राजधानी कोहिमा से कुछ दूरी पर स्थित और भारत की सबसे खूबसूरत घाटियों में से एक जौकू घाटी( Dzukou Valley) का वृत्तांत बताता हूं। कोहिमा से लगभग १२ किमी की दूरी पर एक छोटा सा कस्बा है जाखमा, यहीं से खूबसूरत घाटी की यात्रा प्रारंभ होती है, अंधेरे घने जंगलों में चलते हुए लगभग ८ घंटे की कठिन यात्रा के बाद ये विहंगम दृश्य दिखता है।
यकीन मानो इन तस्वीरों से कहीं ज्यादा खूबसूरत है ये स्थान, मणिपुर और नागालैंड की सीमा पर स्थित इस घाटी की दावेदारी के लिए दोनों प्रदेशों में कई वर्षों तक विवाद रहा है, अंत में कुछ भाग में मणिपुर को भी हिस्सेदारी दी गई है। आश्चर्य की बात ये इतना आकर्षक और सुंदरता से भरपूर प्राकृतिक स्थल का भारत सरकार द्वारा कोई विशेष प्रमोशन नहीं हुआ। कुछ नागालैंड छात्र संगठन के उत्साही युवाओं ने स्वयं पैसे एकत्रित करके और श्रम करके वहां कुछ रूकने और भोजन की व्यवस्था की है। इन युवाओं ने जाखमा में भी होमस्टे शुरू किए हैं। आने वाले कुछ वर्षों में ये स्थान प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक होगा मुझे उम्मीद है।
मेरी कुछ तस्वीरें इस बेमिसाल जगह की कुछ झलकियां आपको दिखा सकती है।





कैसे पहुंचें: यह स्थान परिकथाओं में दर्शाए गए दृश्य की भांति जान पड़ता है, यहां जाने के लिए आपको नागालैंड की राजधानी कोहिमा पहुंचना होगा, यहां से सबसे नजदीक हवाईअड्डा दीमापुर है जो लगभग 75 किमी है, नजदीक रेलवे-स्टेशन भी दीमापुर ही है। दीमापुर से कोहिमा के लिए राज्य परिवहन की बस और टैक्सी द्वारा पहुंचा जा सकता है। कोहिमा से जाखमा बस 15 मिनट की दूरी पर है जहां से इस घाटी की यात्रा का पैदल मार्ग शुरू होता है।
#BestTripEver



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