मेरा मानना है कि घुमक्कड़ दो टाइप के होते हैं एक, जो फेमस और टूरिस्ट डेस्टिनेशन की ओर भागते हैं। जहाँ उनको भीड़ और शोर-शराबा मिलता है। दूसरे टाइप के घुमक्कड़ सिर्फ घूमते हैं। वे नई और अनछुई जगहों पर जाते हैं और पूरी दुनिया को उस जगह के बारे में बताते हैं। ऐसा ठेठ घुमक्कड़ बनना आसान नहीं होता है, अपने कंर्फटेबल के दायरे को खत्म करना होता है जो हर किसी के वश की बात नहीं है। अगर आप भी वैसे ही घूमने के आदी हैं तो त्रिपुरा की खूबसूरत जगह कमलपुर आपका इंतजार कर रही है।
त्रिपुरा में बेहद सुंदर-सुंदर जगहें हैं लेकिन उन जगहों के बारे में लोगों को पता नहीं है। ऐसी ही शानदार जगह है, कमलपुर। कमलपुर में खूबसूरत को बयां करते पहाड़, आंखों को चकाचौंध करने वाली हरियाली, मन को शांत करने वाले झरने और शानदार झीलें हैं। यहाँ आकर आपको खूबसूरती का सही मतलब समझ आएगा। यहाँ आपको सिर्फ सुंदरता ही नहीं त्रिपुरा की संस्कृति को भी समझ पाएंगे। कमलपुर कई आदिवासी जनजातियों का घर है। आप घूमते हुए इन सबके बारे में अच्छे-से जान सकेंगे। यही तो घुमक्कड़ी है, नई जगह, नये लोग और नई संस्कृति को जानना।
कमलुपर
हर किसी को एक बार कमलपुर जरूर आना चाहिए। कमलपुर, त्रिपुरा का एक छोटा-सा कस्बा है जो धलाई जिले में आता है। अगरतला से कमलपुर 92 किमी. की दूरी पर है। इस कस्बे के पास से ही धलाई नदी बहती है जो इस जगह को और भी शानदार बनाती है। ये कस्बा दो पहाड़ियों के बीच स्थित है, अथारामुरा और लोंगतोरई। यहाँ साल भर गर्मी रहती है, सर्दियों में भी ये जगह ज्यादा ठंडी नहीं रहती है। पहाड़ों के बीच बसा ये कस्बा किसी जन्नत से कम नहीं है। त्रिपुरा आएं तो कमलपुर की यात्रा का प्लान जरूर बनाएं।
क्या देंखें?
त्रिपुरा के कमलपुर में देखने को बहुत कुछ है। यहाँ आप वाटरफाॅल, नदी, घाटी, सैंक्चुरी और इस कस्बे को पैदल नाप सकते हैं।
1- उनाकोटी
उनाकोटी त्रिपुरा का बेहद पवित्र और धार्मिक स्थल है। यहाँ भगवान शिव की बहुत पुरानी मूर्ति है। उनाकोटी का बंगाली में मतलब होता है, एक करोड़ से भी कम। उनाकोटी में भगवान शंकर की बहुत विशाल मूर्ति है। कहा जाता है कि ये मूर्ति 7वीं शताब्दी में बनाई गई थी। उस समय की कलाकारी और नक्काशी इस मूर्ति से समझा जा सकता है। किवदंती ये भी है कि इस मूर्ति को जाने-माने मूर्तिकार कुल्लू कुमार ने बनाया है। कहा जाता है कि उनके सपने में भगवान शिव आए थे। उन्होंने ही कूल्लू कुमार को मूर्ति बनाने का निर्देश दिया था। इसके अलावा उनाकोटी में भगवान विष्णु,गणेश, नरसिंह और भी बहुत सारे देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं। यहाँ एक सीता कुंड भी है जिसे आप देख सकते हैं।
2- रोवा वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी
कमलपुर में रोवा वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी एक शानदार टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। ये अभ्यारण्य 86 हेक्टेयर में फैला हुआ है। यहाँ की खूबसूरती देखकर आपका मन खुश हो उठेगा। इस जगह की देखभाल खासी जनजाति के लोग करते हैं। रोवा वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में जंगली जानवरों और पक्षियों को 120 से भी ज्यादा प्रजातियाँ हैं। अगर आपकी किस्मत अच्छी रही है तो आप इन सबको अपनी आँखों से देख भी पाएंगे। अगर आप प्रकृति प्रेमी है और उसके बीच रहना पसंद करते हैं तो यकीनन आपको ये जगह पसंद आएगी। कमलपुर आएं तो रोवा वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी को अपनी बकेट लिस्ट में जरूर रखें।
3- राइमा वैली
राइमा घाटी, कमलपुर की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। यहाँ के खूबसूरत नजारे देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। ऐसी खूबसूरती शायद ही कहीं और देखने को मिले। राइमा वैली को त्रिपुरा जनजातियों की माँ कहा जाता है। इस घाटी में राइमा नदी बहती है जो इस जगह को और भी खूबसूरत बना देती है। राइमा घाटी एक शानदार पिकनिक स्पाॅट भी है। आप यहाँ अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ आ सकते हैं। यहाँ की शांति और सुकून आपको बाहरी दुनिया से आराम देगी। यहाँ आप नदी की कलकल करती आवाज और पंक्षियों के चहचहाने की आवाज सुन पाएंगे। कमलपुर आएं तो राइमा घाटी को देखना न भूलें।
4- कमलेश्वरी मंदिर
कमलपुर का कमलेश्वरी मंदिर कस्बे के बीचों-बीच स्थित है। इस मंदिर में माँ काली की मूर्ति है। काली माता का ही दूसरा नाम कमलेश्वरी देवी भी है। कमलेश्वरी मंदिर के नाम पर ही इस जगह का कमलपुर पड़ा। ये मंदिर सिर्फ कमलपुर में ही नहीं पूरे त्रिपुरा में फेमस है। मंदिर का वातावरण बेहद शांत और सुकून देता है। कमलेश्वर मंदिर में हमेशा लोगों की भीड़ लगी रहती है। अगर आप धार्मिक हैं तब तो आप इस मंदिर को देखेंगे ही। अगर आप धार्मिक नहीं हैं तब आपको एक घुमक्कड़ की तरह इस मंदिर को देखना चाहिए। इसलिए जब कमलपुर आएं तो कमलेश्वरी मंदिर भी जाएं।
5- हेरिटेज पार्क
कमलुपर हेरिटेज पार्क 12 एकड़ में फैला हुआ है। ये पार्क लोगों के लिए 2002 में खोल दिया गया था। कमलपुर से दो घंटे की दूरी पर ये पार्क स्थानीय लोगों के बीच बहुत फेमस है। वीकेंड पर ये पार्क लोगों से गुलजार रहता है। अगर आप यहाँ पर सुकून और शांति के लिए जा रहे हैं तब आपको गलती से भी वीकेंड पर नहीं जाना चाहिए। इस हेरिटेज पार्क में खूबसूरत फूल, पेड़-पौधे और हरियाली तो है ही, इसके अलावा यहाँ आदिवासी और गैर-आदिवासी त्रिपुरा का इतिहास भी देखने को मिलेगा। अगर आप कमलपुर आते हैं तो खूबसूरत और स्थानीय लोगों की पसंदीदा जगह पर जरूर आएं।
आसपास की जगहें
1- नीरमहल
जिस राजस्थान के जयपुर में जल महल है, उसी तरह त्रिपुरा में नीरमहल है। नीरमहल एक राॅयल पैलेस है जिसको त्रिपुरा के राजा वीर बिक्रम किशोर मानिक्य बहादुर ने बनवाया था। अगरतला से 53 किमी. की दूरी पर रूद्रसागर झील के बीचों-बीच नीरमहल है। इस पैलेस को अंदर महल के नाम से भी जाना जाता है। इस महल को बनने में पूरे 8 साल लगे थे। अगर आप कमलपुर आते हैं तो इस जगह को भी देखा जा सकता है।
2- कुमारघाट
कुमारघाट त्रिपुरा का एक बेहद खूबसूरत कस्बा है। इस जगह पर तरबूज की सबसे ज्यादा पैदावार भी होती है। आप इस शहर को पैदल नाप सकते हैं। कमलपुर से कुमारघाट की दूरी 40 किमी. और अगरतला से 127 किमी. है। कुमारघाट बेहद हरियाली वाली जगह है जहाँ खूबसूरत नजारों की भरमार है। इस शहर में देखने के लिए बहुत ज्यादा टूरिस्ट स्पाॅट नहीं है लेकिन घुमक्कड़ के लिए हर जगह घूमने लायक होती है। इसलिए कमलपुर आएं तो कुमारघाट के लिए थोड़ा-सा समय निकाला जा सकता है।
कब जाएं?
त्रिपुरा में पूरे साल गर्मी रहती है लेकिन सर्दियों में यहाँ थोड़ी ठंडक रहती है। उस समय आप आराम से कमलपुर को देख सकते हैं और ठंड में कमलपुर खूबसूरत भी हो जाता है। इसलिए आपको कमलपुर के लिए नवंबर से जनवरी के बीच का प्लान बनाना चाहिए। कमलपुर में छोटे-बड़े बहुत सारे होटल हैं, जहाँ आप अपने बजट के हिसाब से ठहर सकते हैं।
कैसे पहुँचे?
फ्लाइट सेः त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से कमलपुर की दूरी लगभग 92 किमी. है। अगर आप फ्लाइट से कमलपुर आने की सोच रहे हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट कमलपुर में ही है। कमलपुर एयरपोर्ट छोटा जरूर है लेकिन ये देश के बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
ट्रेन सेः अगर आप ट्रेन से कमलुपर आने का प्लान बना रहे हैं तो कमलपुर में ही रेलवे स्टेशन है। कमलपुर रेलवे स्टेशन देश की बाकी जगहों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप कहीं से भी कमलपुर आ सकते हैं।
वाया रोडः अगर आप कमलपुर वाया रोड आना चाहते हैं तब भी आप बड़े आराम से पहुँच सकते हैं। त्रिपुरा के कई बड़े शहरों से कमलपुर के लिए बस चलती है। आप खुद की गाड़ी से भी कमलपुर आ सकते हैं।
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