वैसे तो भारत में देखने को इतना कुछ है कि सब कुछ देखने का सोचते ही थकान हो जाती है। आपने भी कई सारी जगह को देखने का प्लान और लिस्ट तैयार रखी होगी। तो क्या दक्षिण भारत आपकी इस लिस्ट में शामिल है? नहीं है, तो कर लीजिए। और अगर पहली बार दक्षिण भारत की यात्रा करने जा रहे हैं तो हम आपको बताते हैं वह सब कुछ जो आपके लिए जानना ज़रूरी है।
भारत के नक्शे में दिए गए सैकड़ों पर्यटक स्थल हैं जिन्हें देख कर लगता है कि इनमें से क्या छोड़े और क्या चुनें, इसलिए मैं आपको वो सारी अहम जगहों के बारे में बताती हूँ जिससे आप दक्षिण भारत की अपनी 6 दिनों की ट्रिप को यादगार बना सकें।
हफ्ता भर चलने वाली इस यात्रा में दक्षिण भारत के शहरों का सांस्कृतिक मिश्रण तो देखने को मिलेगा ही साथ में हर क्षेत्र की एक विशेष पहचान से भी आप रूबरू होंगें।
बारीक नक्काशीदार मंदिरों से लेकर रोमाँचक समुद्र तटों तक; अलग-अलग बोलचाल से लेकर शानदार व्यंजनों का मिश्रण लिए, हमारे देश का दक्षिणी पठार किसी जादू से कम नहीं है। इस की नस-नस में बसा संगीत तो है ही साथ में यह पारंपरिक भारतीय कला और वास्तुकला का केंद्र भी है।
दक्षिण भारत की आपकी यात्रा को मजेदार बनाएगा ये गाइड
बेंगलुरू की सिटी लाइफ का मज़ा लें
दक्षिण भारत का सबसे पहला आकर्षक पड़ाव है बेंगलुरू। हवाई यात्रा के लिए यह शहर लगभग सभी प्रमुख भारतीय (और अंतर्राष्ट्रीय) शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और ट्रेन नेटवर्क भी उतना ही अच्छा है। बस आप अपना टिकट पहले से ही बुक कर लें।
बैंगलोर पैलेस को देखने से दिन की शुरुआत करें
अंदर से बेहद खूबसूरत बैंगलोर पैलेस में तुदार शैली का वास्तुशिल्प देखने को मिलता है ।ये महल 1862 में बनवाया गया था और आज इस महल का मालिकाना हक मैसूर के शाही परिवार के पास है। ये कर्नाटक के इतिहास और आधार को समझनें के लिए सबसे महत्वपूर्ण जगह है। तो इसे गलती से भी देखना ना भूलें।
नंदी हिल्स पर एक छोटी ड्राइव
भव्य नंदी पहाड़ियाँ, बेंगलुरू शहर से सिर्फ एक घंटे की ड्राइव की दूरी पर हैं जो कि स्थानीय लोगों के लिए एक परफेक्ट वीकेन्ड डेस्टिनेशन है। यहाँ की घुमावदार सड़कों पर ड्राइव करते हुए धुंध से ढकी पहाड़ियों का दृश्य किसी भी पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर सकता है।
शहर की सबसे अच्छी ब्रूवरी में नाईट लाइफ का मज़ा लें
आर्बर ब्रूइंग कंपनी ब्रू पब
पब कल्चर बेंगलुरू की नाइट लाइफ का अहम हिस्सा है और शहर में सबसे अच्छी ब्रुवरीज में से एक है आर्बर ब्रूइंग कंपनी। यह अशोक नगर के मैग्राथ रोड पर एलाइड ग्रांड प्लाजा में बनी हुई है।
संपर्क: 080501 44477
हैप्पी आवर्स: सोमवार दोपहर 12 से रात 11 बजे
बेंगलुरू में रहने के लिए बढ़िया जगह
1. फेयरफील्ड बाए मैरियोट बेंगलुरु राजाजीनगर
किराया - ₹5299 से शुरू
2. द गेटवे होटल रेजीडेंसी रोड -
किराया- ₹ 5800 से शुरू
बेंगलुरू में खाने - पीने की कुछ बेहतरीन जगहें
1. मावल्ली टिफिन रूम्स - शुद्ध साउथ इंडियन भोजन प्रेमियों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं। यहाँ का मसाला डोसा और कॉफी बिल्कुल लाजवाब है।
2. टॉइट - यदि आप बीयर के शौकीन हैं, तो ये वो जगह है जहाँ आपको होना चाहिए। बियर के साथ-साथ इस पब में खाने का भी शानदार मेन्यू मिल जाएगा।
सफर का अगला पड़ाव- सिटी ऑफ़ गार्डन्स
मैसूर बेंगलुरू से 3 घंटे की ड्राइव पर है और यहाँ घूमने के लिए एक भरोसेमंद कंपनी से टैक्सी बुक करनी चाहिए। अगर सस्ते विकल्प चाहिए तो यहाँ के लिए बेंगलुरू से नियमित ट्रेन और बसें भी चलती हैं।
भव्य और शाही ‘मैसूर पैलेस’ की सैर करें
आपने मैसूर जाकर वहाँ का पैलेस नहीं देखा तो क्या देखा! इसकी भव्यता आपको खूशी से हैरान करने के लिए काफी है। यह दक्षिण भारत में देखने की सबसे अहम जगहों में से एक है ।
पेट पूजा के लिए विनायका मिलारी में आपका स्वागत है।
मैसूर का सुप्रसिद्ध मैसूर डोसा खाने के लिए नज़रबाद मेन रोड, डूरा में शॉप नंबर 79, विनायका मिलारी मशहूर है तो यहाँ पर स्वाद चखे बिना मत निकलिएगा।
मैसूर में ठहरने के लिए कुछ बढ़िया जगहें
1. होटल फॉर्च्यून जेपी पैलेस
किराया- ₹ 3150 से शुरू
2. जल महल रिज़ॉर्ट एंड स्पा
किराया- ₹ 3851 से शुरू
मैसूर से बंडीपुर चलें
मैसूर से चामराजनगर जिले के गुंडलुपेट तालुक में स्थित बंडीपुर नेशनल पार्क देखने जरूर जाएँ । यह नेशनल पार्क मैसूर से 75 कि.मी. की दूरी पर है और सुबह-सुबह की ड्राइव थोड़ी ही देर में आप को जंगल के बीच पहुँचा देती है।
बंडीपुर के जंगल में सफारी का मज़ा लें
यह बाघ आरक्षित क्षेत्र लगभग 874 वर्ग कि.मी भूमि क्षेत्र में फैला हुआ है। अलग-अलग तरह की वनस्पतियों और जीव जंतुओं से भरा ये पार्क एक अनोखा अनुभव है। यह वाइल्ड लाइफ के उन शौकीन लोगों के लिए एक अद्भुत जगह है जिनका दिल जंगल में ही लगता है।
यहाँ पर भारतीय हाथी, गौर, बाघ, काले भालू, मृग और भारतीय रॉक पाइथन देखने को मिलते हैं।
बांदीपुर में ठहरने के विकल्प
द सेराई बांदीपुर:
किराया- ₹17,545 से शुरू
दक्षिण भारत की पहाड़ियो की रानी - ऊटी
ऊटी जानें के लिए बांदीपुर में फारेस्ट रिसेप्शन के ऑफिस पर कई राज्य परिवहन बसें रुकती हैं।यहाँ से 50 कि.मी. दूर, ऊटी तक पहुँचने में 2 घंटे से भी कम समय लगता है। बस के अलावा टैक्सी भी किराए पर लेकर ऊटी तक ड्राइव कर सकते हैं।
खूबसूरत एमरल्ड लेक पर शाम बिताएँ
एमराल्ड लेक
ऊटी पहुँचकर थोड़ा आराम करें और फिर नीलगिरी डिस्ट्रिक्ट के एमराल्ड विलेज में एक शाम बिताने के लिए तैयार हो जाएँ ।अपने खाने-पीने की चीज़ें भर लें क्योंकि एमराल्ड झील एक परफेक्ट पिकनिक स्पॉट है।
भवानी लेक पर ऊटी का सफर पूरा करें
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर, भवानी झील आपके चौथे दिन की यात्रा का अंतिम पड़ाव है।
निजी वाहनों को चेक पोस्ट से आगे, ऊपरी भवानी झील तक जाने की अनुमति नहीं है और यहाँ से वन विभाग की बसें आगे ले जा सकती हैं।यह अनूठी जगह एक अलग-सा सुखद अनुभव देती है।
ऊटी में ठहरने के लिए कुछ विकल्प
1. होटल सिनक्लेयर्स रिट्रीट
किराया- ₹5500 से शुरू
2. फ़र्न हिल, ए स्टर्लिंग हॉलीडे रिज़ॉर्ट
किराया- ₹4000 से शुरू
3. बिलबेरी कॉटेज एट स्टंपफिल्डस
किराया- ₹2000 से शुरू
ऊटी में खाने -पीने की कुछ बेहतरीन जगह
1. साइडवॉक कैफे - पश्चिमी भोजन का स्वाद लेने के लिए ये एक बहुत बढ़िया जगह है । इसका माहौल बहुत ही आलिशान है, लगभग एक अमेरिकी रेस्तरां की तरह।
2. अर्ल्स सीक्रेट- इस रेस्टोरेंट का अनुभव ऐसा है मानों समय में कहीं पीछे चले गए हों। इनका कॉन्टिनेंटल फ़ूड और ब्राउनी बहुत स्वादिष्ट है।
भारत के सबसे दक्षिणी हिल स्टेशन कोडाइकनाल पहुँचें
कोडाइकनाल,दक्षिण भारत की यात्रा का अंतिम पड़ाव है।
भारत के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित इस हिल स्टेशन पर एक दिन बिताएँ । ऊंटी से कोडईकनाल की इस 6 घंटे की ड्राइव को कवर करने के लिए वोल्वो बस की सेवाएं और राज्य परिवहन की सुविधाएँ आसानी से मिल जाती हैं।
कोडईकनाल में रहने के लिए कुछ चुनिंदा जगहें :
ले पाशे बाए स्पार्सा :
किराया- ₹5500 से शुरू
पाइन बरो इन
किराया- ₹ 3500 से शुरू
कोडाई झील के चारों ओर एक साइकिल टूर के साथ सुबह की शुरुआत
इस शहर के बीचों-बीच स्थित कोडाई झील, एक तारे के आकार की झील है। किराए की बाइक लें और सुबह के समय झील के चारों ओर घूमें।
पास के गाँव वट्टाकनाल में एक दिन की यात्रा
वट्टाकनाल
आपकी दक्षिण भारत की यात्रा का आखिरी पड़ाव वट्टाकनाल के हिप्पी गांव में समाप्त होता है। यह गाँव भारत की ऐतिहासिक हिप्पी ट्रेल के अंतिम छोर पर बसा है। डॉल्फिन नोज पॉइंट तक ट्रेक करें और शहर से दूर इस जगह पर सुखद शांति का अनुभव करें।
कोडाइकनाल में खाने-पीने के लिए कुछ बेहतरीन जगहें
1. कैफे करियप्पा: यह कैफे त्यागराज रोड पर बना है और फ्रेश ग्राउंडेड कॉफ़ी के लिए यहाँ ज़रूर जाएँ ।
2. क्लाउड स्ट्रीट: यह रेस्तरां हिप वाइब, लाइव म्यूजिक और स्वादिष्ट कॉन्टिनेंटल फूड के लिए मशहूर है जो कि पी टी रोड पर टूरिस्ट ऑफिस के सामने बना हुआ है।
आपकी यात्रा कोडाइकनाल में समाप्त होती है। कोडाइकनाल का निकटतम हवाई अड्डा मदुरई है। कोडाइकनाल से मदुरई के लिए हर समय नियमित बसें मौजूद हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए मदुरई से पूरे भारत के प्रमुख शहरों के लिए हवाई और रेल यात्रा की सुविधा मौजूद है।
दक्षिण भारत में घूमना- फिरना
दक्षिण भारत में सड़कें अच्छी हैं और इनके ज़रिए सारे दक्षिण में कहीं भी घूम सकते हैं। स्थानीय परिवहन ऑटोरिक्शा, टैक्सी और बसों के रूप में उपलब्ध है। इसके अलावा ट्रेन और बसों का एक मज़बूत नेटवर्क तो है ही।
सभी होटल की कीमतें अनुमानित हैं और दैनिक आधार पर हैं। बुकिंग करने से पहले इन्हें दोबारा चेक कर लें।
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