मध्यप्रदेश के प्रमुख शहर जबलपुर में कहाँ कहाँ घूमें

Tripoto
Photo of मध्यप्रदेश के प्रमुख शहर जबलपुर में कहाँ कहाँ घूमें by Dr. Yadwinder Singh

जबलपुर मध्यप्रदेश का एक प्रमुख शहर है| यहाँ का सबसे बड़ा आकषर्ण भेड़ाघाट है जहाँ पर नर्मदा नदी खूबसूरत झरना बनाती है| इसके अलावा भी इस शानदार शहर में देखने लायक जगहें है| जबलपुर के ईतिहास की बात की जाए तो किसी समय यह शहर गोंड राजाओं की राजधानी था| अठारहवीं सदी में जबलपुर पर अंग्रेजों का कब्जा हो गया| प्राचीन काल में यहाँ पर जाबालि ऋषि रहा करते थे उनके नाम पर ही इस जगह को जाबालिपुरम कहा जाने लगा जो बाद में जबलपुर हो गया| ऐसा भी माना जाता है कि जबल का अर्थ होता है पत्थर |  पत्थरों का शहर होने की वजह से भी इसका नाम जबलपुर पड़ गया| जबलपुर घूमने के लिए अकतूबर से फरवरी सबसे बढ़िया समय है| जबलपुर में आपको हर बजट के होटल मिल जाऐंगे| जबलपुर में बहुत सारे दर्शनीय स्थल है जो निम्नलिखित अनुसार है|

भेड़ाघाट जबलपुर

Photo of Jabalpur by Dr. Yadwinder Singh

मदन महल जबलपुर
गोंड वंश के राजा मदन सिंह द्वारा 12 वीं शताब्दी में एक ऊंची चट्टान पर एक खूबसूरत महल का निर्माण करवाया गया| इस दोमंजिला महल की शिलपकला और वास्तुकला हर किसी को आचंभित कर देती है| इस महल के ऊपर जाने का रास्ता बना हुआ है| इसकी ऊपरी मंजिल से एक लंबी सुरंग बनी हुई है जो अब बंद कर दी गई है| इस जगह से जबलपुर शहर का खूबसूरत दृश्य दिखाई देता है| जबलपुर शहर घूमते समय मदन महल को भी देखना चाहिए|

मदन महल जबलपुर

Photo of Madan Mahal by Dr. Yadwinder Singh

संतुलित शिला
यह एक खूबसूरत जगह है जिसका निर्माण दो शिलायों के मध्य हजारों सालों से होते आ रहे जलधारा के बहाव की वजह से हुए कटाव से इस अद्भुत संतुलित शिला का प्राकृतिक रूप से हुआ है| ऐसा कहा जाता है कि इस शिला का वजन 15000 किलोग्राम के आसपास है| जबलपुर आने वाले टूरिस्ट इस जगह पर जरुर आते है| अंग्रेजी में इस जगह को बेलेंसिंग राक के नाम से भी जाना जाता है|

संतुलित शिला जबलपुर

Photo of Balancing Rock by Dr. Yadwinder Singh

गवारी घाट जबलपुर
यह जगह जबलपुर शहर से 10 किलोमीटर दूर है| यहाँ पर नर्मदा नदी के ऊपर एक घाट बना हुआ है| इस घाट का असली नाम गौरी घाट था जो बाद में गवारी घाट के नाम से प्रसिद्ध हो गया| यहाँ पर नर्मदा नदी के उसपार एक ईतिहासिक गुरुद्वारा साहिब भी बना हुआ है जिसका नाम गुरुद्वारा गवारी घाट साहिब है| ऐसा कहा जाता है कि गुरु नानक देव जी इस जगह पर आए थे| आप नर्मदा नदी को छोटी किशती में बैठ कर पार कर सकते हैं और गुरुद्वारा साहिब के दर्शन कर सकते हो|

गुरुद्वारा गवारी घाट साहिब जबलपुर

Photo of Gurudwara gwarighat by Dr. Yadwinder Singh

पिसनहारी की मढ़िया
जबलपुर शहर से 10 किलोमीटर दूरी पर एक छोटी सी पहाड़ी के ऊपर जैन धर्म का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है पिसनहारी की मढ़िया| इस जगह के बारे में कहा जाता है कि इसको बनवाने के लिए राशि इकट्ठा करने के लिए एक वृद्धा ने आसपास के लोगों का अनाज पीसने के लिए चक्की चलाई थी| इसलिए इस जगह को पिसनहारी की मढ़िया कहा जाता है| यह मंदिर पांच सदी पुरानी गोंड कला का खूबसूरत नमूना है| अगर आप जबलपुर घूमने जाते हैं तो पिसनहारी की मढ़िया को भी अपने टूर में शामिल कर लीजिए|

Photo of Pisanhari ki Madiya by Dr. Yadwinder Singh

भेड़ाघाट
जबलपुर शहर से 22 किलोमीटर दूर जबलपुर का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल है भेड़ाघाट| नर्मदा नदी यहाँ पर नीली गुलाबी पीली चट्टानों के बीच में से गुजरती है| इन चट्टानों को साफ्ट मार्बल के नाम से भी जाना जाता है| यहाँ पर नर्मदा नदी इन चट्टानों की ऊंची ऊंची दीवारों के बीच से गुजरती है| यहाँ पर आने वाले टूरिस्ट दो तीन किलोमीटर तक इस जगह में बोटिंग करते हैं| चांदनी रात में इस जगह की खूबसूरती और बढ़ जाती है|

भेड़ाघाट जबलपुर

Photo of Bhedaghat by Dr. Yadwinder Singh

धुआँधार वाटरफॉल
नर्मदा नदी को उत्तर भारत और दक्षिण भारत के बीच एक सीमा रेखा के रूप में माना जाता है| नर्मदा नदी की कुल लंबाई 750 किलोमीटर के लगभग है जो मध्यप्रदेश में अमरकंटक से निकलकर 200 किलोमीटर तक सतपुड़ा के घने जंगलों से गुजरती हुई जबलपुर की सीमा तक पहुंचती है| लम्हेटा घाट पार करने के बाद धुआंधार तक आती है जहाँ से भेड़ाघाट प्रारंभ होता है| धुआंधार में नर्मदा नदी की जलधारा 10 मीटर नीचे तक गिरती है| इस जलधारा से उड़ते हुए जल कणों का समूह धुएं की तरह प्रतीत होता है| इसलिए इस जगह को धुआंधार वाटरफॉल कहा जाता है| इस वाटरफॉल का नाम भारत के मशहूर झरनों में आता है|

धुआंधार वाटरफॉल जबलपुर

Photo of Dhuandhar Waterfall by Dr. Yadwinder Singh

जबलपुर कैसे पहुंचे- जबलपुर मध्यप्रदेश का एक प्रमुख शहर है| यहाँ का निकटतम एयरपोर्ट भोपाल और नागपुर है| जबलपुर रेलवे मार्ग से भारत के सभी महत्वपूर्ण शहरों से जुड़ा हुआ है| सड़क मार्ग से भी आप भारत के अलग अलग शहरों से बस मार्ग से पहुंच सकते हो| जबलपुर में रहने के लिए हर बजट के होटल आदि मिल जाऐंगे|

जबलपुर

Photo of Jabalpur railway station by Dr. Yadwinder Singh

Further Reads