हॉट एयर बैलून राइड सबसे आसान और रोमांचक एक्टिविटी हैं जिसका नाम भारत में एडवेंचर लवर्स के बीच काफी लोकप्रिय होता जा रहा हैं।यह एक विशाल सा गुब्बारा होता हैं जो कि बिना किसी इंजन के हवा की दिशा मे काफी ऊंचाई पर उड़ता हुआ यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाता हैं।आप इसे किसी बिना इंजन के एयरक्राफ्ट का सबसे सामान्य रूप मान सकते हैं। ऊंचाई पर उड़ते हुए प्रकृति के अविश्वसनीय नजारों को ऊपर से देखने का अगर आपका सपना हैं तो यह राइड आप ही के लिए बनी हैं।हॉट एयर बैलून राइड का मजा आप भारत की कई जगहों पर ले सकते हैं। यहाँ अब हॉट एयर बैलून राइड के बाद हॉट एयर बैलून जंगल सफारी भी चालु होने जा रही है।
गुब्बारे मे उड़ने वाला पहला प्राणी इंसान नहीं बल्कि ये 3 प्राणी थे:
इससे पहले कि भारत मे हॉट एयर बैलून एक्टिविटी की जानकारी को लेकर आगे बढे ,इसके बारे मे कुछ सामान्य जानकारी को जान लिया जाए।हॉट एयर बैलून का अविष्कार 21 नवम्बर 1783 को पेरिस मे किया गया था। इसमें उड़ने वाले सबसे पहले जीव इंसान नहीं थे बल्कि सबसे पहले एयर बैलून मे एक मुर्गा ,एक बतख और एक भेड़ को उड़ाया गया था।हॉट एयर बैलून के मुख्य रूप से 3 भाग होते है,एक नायलोन का गुब्बारा ,दूसरा बास्केट जिसमे यात्री खड़े रहते हैं एवं तीसरा बर्नर जो कि 'लिक्विड प्रोपेन' की मदद से आग लगा कर बैलून के अंदर की हवा को गर्म करता हैं। गर्म हवा बाहर के वातावरण की ठंडी हवा से हमेशा हल्की होती है इसीलिए ऊपर की ओर जाने की कोशिश करती हैं। बस इसी सिद्धाँत पर हॉट एयर बैलून के अंदर गरम हवा बाहरी ठंडी हवा से ऊपर उठने की कोशिश करती है और बैलून को ही ऊपर उड़ा लेती हैं। जब इसे वापस लैंड करना होता है तो पायलट केवल इस बैलून के टॉप पर बने निकास से गर्म हवा को धीरे धीरे बाहर निकलने देता है और बैलून वापस निचे आने लगता हैं।
यहाँ करे गुब्बारे मे बैठ कर हेरिटेज साइट्स के दर्शन :
कर्नाटक के हम्पी मे दिसंबर मे होने वाला हॉट एयर बैलून फेस्टिवल काफी रोमांचक होता हैं। जिसमे आप यूनेस्को हेरिटेज साइट हम्पी की गुफाये ,मंदिर एवं पुरानी इमारतों को ऊंचाई से हवा मे बहते हुए देख सकते हैं। यह नजारा काफी खूबसूरत होता हैं और दुनिया के अलग अलग कोनों से लोग यहाँ इस राइड का मजा लेने इस फेस्टिवल मे आते हैं।इस तरह आप आगरा मे भी हॉट एयर बैलून राइड से ताजमहल का कभी ना भूल सकने वाला दीदार कर सकते हैं।दिल्ली के नजदीक होने के कारण दिल्ली और आसपास के लोगो के लिए यह एक सबसे अनोखा एडवेंचर का ऑप्शन हैं।
2020 मे यहाँ शुरू हुई हैं भारत की पहली हॉट एयर बैलून जंगल सफारी :
किसी भी सफारी राइड मे हम जंगल मे घूम कर वहाँ के जंगली जीवों को प्राकृतिक अवस्था मे विचरित करते देख सकते हैं।अभी तक तो भारत मे ऐसे जंगलो मे केवल जीप सफारी ही मशहूर थी लेकिन अब हम जीप की जगह गुब्बारों मे बैठ कर कई फ़ीट ऊपर से जंगल सफारी का आनंद ले सकते हैं।इसके लिए भारत की पहली यह यूनिक सफारी मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व पार्क मे दिसंबर 2020 से ही शुरू हुई हैं। वैसे यहाँ जीप सफारी का ऑप्शन भी मौजूद हैं पर इस हॉट एयर बैलून सफारी के दौरान आपको काफी ऊंचाई पर उड़ते हुए इस पार्क को घुमाया जाएगा। मतलब अब आप आसमान मे उड़ते उड़ते यहाँ टाइगर ,तेंदुआ ,भालू और अन्य जंगली जीव को विचरण करते देख सकते हैं।तो हैं ना यह अपने आप मे एक नया अनुभव ?
यहाँ आयोजित होता हैं विश्वप्रसिद्ध बैलून फेस्टिवल :
आंध्र प्रदेश टूरिज्म की तरफ से ऑर्गेनाइज किया जाने वाले इस 3 दिन के फेस्टिवल मे कई देशो जैसे इटली, फ्रांस, स्वीट्जरलैंड्स, बेल्जियम आदि के बैलून वही के पायलटों द्वारा उड़ाए जाते हैं। यहाँ आप अलग अलग और विचित्र आकार के गुब्बारे उड़ते हुए देख सकते हैं। इनमे से कई गुब्बारों मे सैलानी भी उड़ान भर सकते हैं। तो अब आप सोचिये कितना रमणीय नजारा होता होगा जब एक तरफ खूबसूरत हरी भरी अरकू घाटी और दूसरी ओर आपके साथ कई सारे खूबसूरत गुब्बारे। हॉट एयर बैलून के साथ ही आप यहाँ कैंपिंग ,ट्रैकिंग और झरनों का आनंद भी ले सकते हैं।
हिमालय की गोद मे बैलून सफारी :
हॉट एयर बैलून का मजा आप कई बर्फीले हिमालयन इलाकों मे भी ले सकते हैं। लेकिन यहाँ अधिकतर हॉट एयर बैलून को जमीन से एक रस्सी के द्वारा बाँध कर ही उड़ाए जाते हैं। मतलब आप इनमे बैठकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक घूम नहीं सकते। बल्कि एक ही जगह काफी अच्छी ऊंचाई पर इस गुब्बारे से पहुंच कर हरी भरी या बर्फीली वादियों और निचे बहती नदियों के लुभावने नजारे को जी सकते हैं।जिन लोगो को आसमान मे विचरण करते बैलून से डर लगता हैं वो लोग इन एयर बैलून मे बैठकर अपने डर को खत्म कर सकते हैं। ये राइड्स आपको मनाली ,दार्जिलिंग या ऋषिकेश मे मिल जाती हैं।
हॉट एयर बैलून राइड से अनंत फैले समुन्द्र को निहारे :
गोवा सिर्फ सनसेट, ट्रेक ,समुद्र और रेत तक ही सीमित नहीं है बल्कि यहाँ एन्जॉय करने के लिए कई सारी मनोरंजक गतिविधियाँ मौजूद हैं जैसे स्कूबा डाइविंग ,बनाना राइडिंग ,जेट स्की बोट ,कयाकिंग ,फ्लाईबोर्ड ,स्नोर्किलिंग लेकिन ये सब समुद्री गतिविधिया हैं अगर आप पानी से जुडी एक्टिविटी नहीं करना चाहते हो तो यहाँ आप कम से कम हॉट एयर बैलून राइड से समुद्री खूबसूरती को तो निहार ही सकते हैं।ऊपर से ही सनसेट का नजारा देखना अपने आप मे एक अलग ही अनुभव हैं।
रंगीले राजस्थान के अद्भुद नज़ारे बैलून राइड से :
राजस्थान अपने अलंकृत महलों, ऐतिहासिक किलों ,रेगिस्तान और कई प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्द हैं और अगर रंगीले राजस्थान की इन जगहों को आप सामान्य तरीके से ही देख कर चले जायेंगे तो वाकई मे आप बहुत कुछ मिस कर जाएंगे। जयपुर को क्यों पिंक सिटी और क्यों जैसलमेर को गोल्डन सिटी बोला जाता हैं ,ये बात आपको ऊंचाई से इन शहरों को देखने से पता चलेगी। जयपुर और जैसलमेर के अलावा अजमेर के पुष्कर मे भी पुष्कर मेलें के दौरान यह राइड मौजूद रहती हैं।
इन सबके अलावा भोपाल ,महाराष्ट्र के लोनावला और दिल्ली के आसपास दमदमा झील भी बैलून राइड के लिए काफी प्रसिद्द हैं।
राइड की सामान्य उड़ान अवधि : 60 से 90 मिनट।
अनुमानित टिकट रेंज : 6000 रूपये से 15000 रूपये प्रति व्यक्ति।
अधिकतम ऊंचाई : 4000 से 5000 फ़ीट।
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-ऋषभ भरावा (लेखक ,पुस्तक:चलो चले कैलाश )