सुंदरधुंगा : खूबसूरत पत्थरों की घाटी | Strolling India

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Photo of सुंदरधुंगा : खूबसूरत पत्थरों की घाटी | Strolling India by Sanjaya Shepherd

हिमालय की खूबसूरती किसी को भी आश्चर्य में डाल देती है। बात उत्तराखंड के कुमाऊं गढ़वाल की हो तो फिर बात ही क्या करनी। यह पूरी रेंज अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती है। यहां एक ऐसी ही बेहद खूबसूरत जगह है जो अपने खूबसूरत पत्थरों की वजह से जानी जाती है। जिसकी खूबसूरती उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश-दुनिया भर में सराही जाती है। इसीलिए इस जगह को पहाड़ी भाषा में सुंदरढुंगा कहा जाता है।

सुंदरधुंगा का अर्थ होता है खूबसूरत पत्थरों की घाटी, जिसका निर्माण संभवत: ग्लेशियर के बर्फ के शिलाखंडों से हुआ प्रतीत होता है। यह पिण्डारी घाटी के पश्चिमी भाग में स्थित है जिसमें मटकोटी और सुखराम नामक दो अन्य ग्लेशियर भी हैं, जो थारकोट, मृगथुनी और पवालीद्वार की चोटियों से काफी नजदीक है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि एक दिन एक महिला नदी में अपने कपड़े धोने गई थी कि अचानक उसे एक सुंदर पत्थर दिखाई दिया और वह महिला उस पत्थर को घर ले आयी और रात को जब देखा तो वह पत्थर अंधेरे में चमक रहा था। तभी से इस जगह का नाम सुंदरधुंगा यानि की सुन्दर पहाड़ों की घाटी पड़ गया।

स्थानीय लोगों के द्वारा यह भी कहा जाता है कि ऐसे पत्थर हमारे पहाड़ों, नदियों और नालों में कभी-कभी मिलते हैं, लेकिन यहां इन सभी को जानना और देखना मुश्किल है। यहां के लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी भी नहीं है; पर देखने में यह पत्थर काफी खुबसुरत होते हैं इसलिए इस घाटी का नाम सुंदरधुंगा है।

सुंदरधुंगा ग्लेशियर की पैदल यात्रा करने वाले बागेश्वर जिले में अपना कैंप लगाते हैं। बागेश्वर के बाद लोहारखेत आता है। यहां से 11 किमी की पैदल यात्रा करके धाकुरी पहुंचा जाता है। धाकुरी से 11 किमी बाद खाती गांव आता है। खाती से 8 किमी पैदल यात्रा करके जयतोली और फिर जयतोली से 22 किमी पैदल चलकर अंतत: सुंदरधुंगा घाटी पहुंचा जाता है।

पिण्डार घाटी के पश्चिम में बसा सुंदरधुंगा देश का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है जो ट्रेकिंग के लिए जाना जाता है। इस जगह पर देश-दुनिया के ट्रेकर्स ट्रेकिंग के लिए आते हैं और पूरे साल सैलानियों की आवाजाही रहती है।

ट्रेकिंग का शौक रखते हैं तो मैं आपको बताना चाहूंगा कि सुंदरधुंगा ट्रेक की ऊंचाई लगभग 4320 मीटर है; यह ट्रेक काठगोदाम से शुरू होता है और काठगोदाम पर समाप्त होता है। इस जगह पर स्थित पिंडारी और कफनी जैसे दो महत्वपूर्ण ग्लेशियर सुंदरधुंगा के पड़ोसी ट्रेक है पर सुंदरधुंगा ट्रेक इन तीनों में सबसे सुंदर है।

सुंदरधुंगा ट्रेक प्राचीन नदी के उद्गम स्थल से सुंदरधुंगा बेस तक आता है।

इस जगह पर अभी भी सुंदर वन पुरानी परिषदें मौजूद हैं, ये ट्रेक जंगल और नदी- नालों से होकर गुजरता है जो पूरी घाटी को ही खूबसूरत बनाता है। इस जगह पर घास के मैदान, तरह-तरह के वृक्षों से भरे जंगल आपको देखने को मिलते हैं। इस जगह पर जंगली जानवरों और पक्षियों की कई प्रजातियां भी पाई जाती हैं।

सुंदरधुंगा और अन्य ट्रेक बागेश्वर क्षेत्र से होकर गुजरते हैं इसलिए इसे सभी ट्रेकों के लिए आधार माना जाता है - जैसे सुंदरढुंगा ट्रेक, पिंडारी ग्लेशियर ट्रेक, और काफनी ग्लेशियर ट्रेक। यह इस मार्ग का अंतिम सबसे बड़ा शहर है; यहां के स्थानीय लोग इसे अपने घर के समान ही मानते हैं।

पिंडारी ग्लेशियर सड़क और बागेश्वर से भरारी गांव, कपकोट गाँव और यहाँ के अन्य छोटे शहरों को जोड़ता है। ट्रेकिंग के दौरान कुमाऊं गढ़वाल की खूबसूरत झीलों से गुजरती सड़कों को देखना एक बहुत ही अद्भुत और खूबसूरत अनुभव होता है। यह सड़क सरयू नदी के किनारे पर चलती है और यहां से आसपास का दृश्य बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है।

गीत गांव तक पहुंचने के बाद ग्रामीण जीवन की झलक मिलनी शुरू हो जाती है।

पहले दिन जब आप अपना ट्रेक शुरू करेंगे तो यह ट्रेक आपको विभिन्न प्रकार की नदी से ट्रेल्स तक ले जाएगा, ये ट्रेल्स इतने सुन्दर हैं कि कठिन से कठिन मार्ग भी आसान लगने लगते हैं और धीरे-धीरे हिमालय पर्वत दिखाई देने लगेगा। यह ट्रेक मार्ग दो लकीरों के बीच एक संकरे रास्ते से गुजरता है और आपको आगे रास्ते में ले जाता है।

इस जगह पर छोटी झाड़ियों और जंगली वनस्पतियों की भरमार है।

एक बेहद ही संकरे रास्ते से होकर आप गुजरते हैं जो आपको इस खूबसूरत ट्रेक की ओर ले जाएगा, जैसे-जैसे आप इस ट्रेक पर जाएंगे, ग्लेशियर के माध्यम से आगे का रास्ता उतना ही चुनौतीपूर्ण होता जाएगा। यहां से आप कौसानी और दूर के स्थानों जैसे कि चकोरी और मुक्तेश्वर को अपनी आंखों से देख सकते हैं।

आप जैसे-जैसे आगे बढ़ते हैं, आप अच्छा अच्छा महसूस करते हैं, आपके मन में खूबसूरत विचार आने लगते हैं और आपको अहसास होता है कि आप सुंदरधुंगा घाटी में पहुंच गए। यह किसी भी पहाड़ी प्रेमी के लिए सुंदर है; यह दृश्य विशुद्ध आनंद की तरह है, जिसमें पहाड़ का पूरा द्रव्यमान दिखाई देता है।

इस जगह पर पहुंचकर आप ख़ुशी से झूमने लगते हैं।

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Photo of सुंदरधुंगा : खूबसूरत पत्थरों की घाटी | Strolling India 1/1 by Sanjaya Shepherd

खानाबदोश जीवन जीने वाला एक घुमक्कड़ और लेखक जो मुश्किल हालातों में काम करने वाले दुनिया के श्रेष्ठ दस ब्लॉगर में शामिल है। सच कहूं तो वर्षों से घूमने के अलावा कुछ किया ही नहीं। हां, जीविका उपार्जन के लिए कभी कहीं मौका मिला तो थोड़ा-बहुत लिखने-पढ़ने का काम कर लेता हूं।

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