क्या आप भी अपने आप को बॉलीवुड फिल्मों का 'जबरा फैन' मानते हैं? हिंदी सिनेमा में चाहे रोमांस हो या ड्रामा या थ्रिलर, कुछ तो ऐसी बात है की हम हिन्दुस्तानी लोग इन फिल्मों के दीवाने हैं। हम इन फिल्मों के किरदारों के साथ हस्ते भी हैं और रोते भी। सालों से इस फिल्म इंडस्ट्री के साथ दर्शकों का दिल का रिश्ता है। मेरे लिए सबसे दिलचस्प बात यह है की परदे पर दिखने वाले ये कलाकार अक्सर हमको ऐसी जगहों की सैर भी करते हैं जहाँ हम नहीं जा सकते।
यह बात सच है की भारत में स्तिथ बहुत सारी खूबसूरत जगहें विदेशों से भी ज्यादा अनोखी हैं। 70 mm के परदे पर आपको क्या दिख जाए इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। आपको भारत की एक से एक ऐतिहासिक जगहें भी दिख सकती है और वो छुपे हुए छोटे गांव भी जिनके बारे में शायद ही आपने सुना होगा। सोचा जाए तो पूरा भारत देश ही इस सिनेमा के रूपहले परदे में समाया है।
मुंबई तो सिनेमा का घर ही है इसलिए इस शहर की खासियत और भी बढ़ जाती है। पर मुंबई से बाहर भारत की यह हैं वो 15 खूबसूरत लोकेशंस जहाँ इन प्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्मों को फिल्माया गया।
1 हाईवे: प्लान करें वो दिल्ली से कश्मीर तक का खूबसूरत सफर
बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री अलिअl भट और निर्देशक इम्तियाज़ अली का आज तक का सबसे शानदार काम देखने को मिलता है हाईवे में। यह बॉलीवुड फिल्म जिन सुन्दर जगहों में फिल्मायी गयी उन जगहों में कश्मीर की अरु घाटी, हिमाचल की स्पीति घाटी, नूरमहल, पंजाब, हरयाणा और राजस्थान शामिल हैं। सोचा जाए तो इस एक फिल्म में उत्तर भारत के सबसे मनमोहक दृश्य एक साथ बखूबी पिरोये गए हैं।
2. 3 इडियट्स : वो फिल्म जिसने लदाख दुनिया को दिखाया
ये ३ इडियट्स फिल्म के कारण ही है की आज भारत देश का बच्चा-बच्चा पांगोंग त्सो नाम की झील को जानता है। परदे पर इस अनोखी जगह को देख कर मानो लोगों को लदाख जाने का कारण मिल गया। इस फिल्म के रिलीज़ होते ही लदाख स्तिथ पांगोंग त्सो झील में आने वाले पर्यटकों की तादाद एक दम दुगनी हो गयी। हालाँकि यहाँ आने वाले यात्रियों को आज भी पर्यावरण की तरफ जागरूक होने की ज़रुरत है। पहाड़ी इलाकों में जन जीवन का ख़ास ख्याल रखना ज़रूरी है और यहाँ आती भीड़ को अब काबू करने का समय भी आ गया है। पर इस फिल्म को याद किया जाए तो शिमला की मॉल रोड के वो दृश्य भुलाये नहीं भूलते।
3. जब वे मेट : इस फिल्म में दिखाई है पहाड़ों की असली खूबसूरती
फिल्म की नायिका गीत के साथ उत्तर भारत का यह सफर तो आपको याद ही होगा। मुंबई से अपना सफर शुरू कर गीत पंजाब के खेतो से होते हुए, शिमला, मनाली और रोहतांग ला की पहाड़ियों तक पहुंची। इस फिल्म में अभिनेत्री का किरदार ही कुछ ऐसा है की उसके साथ आपको भी इन पहाड़ों से प्यार हो ही जाता है। क्या आपको याद हैं हिमाचल के उन पहाड़ों के दृश्य जहाँ 'ये इश्क़ हाय' जैसा मनमोहक गाना फिल्माया गया?
चम्बा की सुन्दर पृष्ठभूमि में फिल्मायी गयी यह फिल्म आज भी लोगों को याद है। क्या आपको वो मधुर गीत 'ताल से ताल मिलाओ' याद है? चम्बा की वादियों में ही कुछ ऐसा है की यह फिल्म का हर एक दृश्य आपको तर-ो -ताज़ा कर देता है। पहाड़ों के वो हरे भरे खेत, खेतों में मानसून के वो दिन और पहाड़ों के बीच आते-जाते और अटखेलियां करते वो बादल। यह फिल्म सच में हमको पहाड़ों के और भी करीब ले जाती है ।
व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए इस फिल्म में बहुत सारे ऐसे दृश्य थे जो सच में जीवन के कुछ लक्ष्य दिखाते हैं। दोस्तों के साथ ट्रेकिंग पर जाना हम सबको ही पसंद है और इस फिल्म के कुछ दृश्यों में पहाड़ों के कुछ अभूतपूर्व अनुभवों को दिखाया गया है। इस फिल्म मैं उदयपुर की एक डेस्टिनेशन वेडिंग भी दिखाई गयी है। उदयपुर की सुंदरता सच में बहुत सारे लोगों को प्रेरित करती है। मनाली का हिडिम्बा मंदिर और उदयपुर की बगोरे की हवेली कुछ ऐसी जगह हैं जिनको इस फिल्म में बहुत आकर्षक ढंग से फिल्माया गया है।
राजस्थान के राजा महाराजाओं के समय की ये फिल्म आपको सीधे अमर किले में ले जाती है। यहाँ दिखाए गए गुलाबी शहर जयपुर के रंग अनोखे हैं और इस फिल्म में दिखाए गए दृश्य तो बस कुछ झलकियां है सुन्दर राजस्थान की। आप अगर कभी जयपुर आएं तो हवामहल, जंतर मंतर और अन्य ऐतिहासिक जगहें देखना न भूलें।
7. राँझणा: जानिये क्या है बनारस की खूबियाँ
रूपहले परदे पर अगर आज तक बनारस शहर को अनोखे ढंग से दिखाया गया है तो वो है इस फिल्म रांझना में । यह शहर बस अपने सुन्दर घाट और नदियों के लिए ही नहीं बल्कि यहाँ के लोग और उनके भोले आचरण के लिए भी जाना जाता है। यह बात आपको फिल्म के मुख्य किरदार कुंदन को देख कर पता चल ही जाएगी ।
इस फिल्म के ज्यादातर हिस्से कोलकाता और दार्जीलिंग में फिल्माए गए हैं और यहाँ आपको दोनों ही शेहरों के वो कुछ ख़ास कोने देखने को मिलेंगे जो की दार्जीलिंग और कोलकाता की शान है। दार्जीलिंग की प्रसिद्ध टॉय ट्रैन के बारे में तो आप जानते ही होंगे। इस फिल्म में आपको हावड़ा ब्रिज और कोलकाता में बहती हुगली नदी के नज़ारे भी भरपूर मिलेंगे।
रंग दे बसंती एक ऐसी फिल्म है जिसको बार बार देख कर भी दिल नहीं भरता । यहाँ दिल्ली, पंजाब और राजस्थान के शहर ही नहीं पर उनमे रहने वाले लोगों की रंग भरी दुनिया के बारे में भी बखूबी बताया गया है । इस फिल्म में इंडिया गेट और स्वर्ण मंदिर के दृश्य भुलाये नहीं भूलते. याद है कैसे इस फिल्म में आमिर खान का किरदार अपने दोस्तों के साथ चलते एयरोप्लेन के पीछे भागते हैं । उसी युवा ऊर्जा की प्रतीक है ये अनोखी फिल्म. यहाँ नाहरगढ़ किले और लुधियाना के पास स्तिथ दोराहा किले को भी दिखाया गया है। कभी पंजाब या जयपुर जाएँ तो इन जगहों को न भूलें।
गोलमाल सीरीज की चौथी फिल्म गोलमाल अगेन ऊटी में फिल्मायी गयी इस फिल्म में दिखाए गए ऊटी के हरे भरे चाय के बागान हम में से किसी को भी इस सुन्दर पहाड़ी इलाके में जाने को मजबूर कर दें। गोलमाल ऐसी पहली फिल्म नहीं है जो ऊटी की पृष्टभूमि में फिल्मायी गयी है। साजन, राज़, और दिल से का प्रसिद्ध गाना 'छइया-छइया' भी यहीं पर फिल्माया गया है।
गोवा में दोस्तों के साथ छुट्टी मानाने का एक नया ही चलन शुरू किया था इस फिल्म ने । अगुआदा फोर्ट का वो दृश्य जिसमें तीनो दोस्त दीवार पर बैठ समंदर को देखते हैं, भुलाये नहीं भूलता। यह बात सच ही है की इस फिल्म में की गयी मस्ती ने कई नौजवानों को अपने दोस्तों के साथ एक बार गोवा जाने के लिए प्रेरित किया है।
रावण फिल्म चाहे ज्यादा लोगों ने नहीं देखि पर इस फिल्म का गाना 'बहने दे' तो आपको याद ही होगा। ये दृश्य केरला स्तिथ अथिरापल्ली जलप्रपात में फिल्माया गया है । कई लोग इस फिल्म में दिखाई गयी केरल की सुंदरता के बारे में बात करते नहीं थकते। वो गहरे रंग के हरे भरे जंगल और मानसून में छल छल बहते झरने, सच में केरल जैसी कोई जगह नहीं है।
शाहरुख़ और दीपिका पादुकोण की यह ब्लॉकबस्टर फिल्म में कुछ याद रखने लायक है तो वह है इस फिल्म में दक्षिण भारत के मनोरम दृश्य. इस फिल्म में आप मानसून में अपने पूरे वेग से बहते दूधसागर फाल्स को भी दिखाया गया है. फिल्म में दिखये गए मुन्नार के चाय बागान भी किसी भी पर्यटक के लिए देखने योग्य जगह है।
कोयला एक ऐसी फिल्म है जिसने अरुणाचल के सभी सुन्दर पर्यटन स्थलों पर अपने दृश्य फिल्माए हैं। बॉलीवूड की कम ही फिल्में हैं जिसमे आपको अरुणाचल जैसी जगह देखने को मिलेगी. इस फिल्म की शूटिंग ज्यादातर तवांग में हुई। फिल्म के कई दृश्यों में नूरानांग फाल्स और संगेत्सर झील भी दिखाई गयी है। इस फिल्म के बाद संगेत्सर झील को अब लोग माधुरी लेक के नाम से जानते हैं ।
इस फिल्म में पठकथा के चलते फिल्म के बहुत सारे दृश्य असम और अरुणाचल में फिल्माए गए। पहाड़ों के सुन्दर हरे भरे दृश्य, वो बहती नदियाँ और घने जंगल, सभी कुछ आपको अरुणाचल के और करीब ले कर जाते हैं। इस फिल्म में दिखाए गए ब्रह्मपुत्र नदी के कुछ दृश्य तो आज तक परदे पर कभी पहले नहीं देखे गए।
सुन्दर दृश्यों से भरे इन फिल्मों की सूची यहीं ख़त्म नहीं होती। बजरंगी भाईजान, रॉकस्टार और अशोका जैसी कई बॉलीवुड की फिल्में हैं जिन्होंने हमको भारत देश की नयी जगहों से परिचित करवाया है।भारत है ही इतना विशाल देश की इतने सारे नए शहर और गावों की सूची कभी ख़त्म ही नहीं हो सकती.
70 mm के इस रुपहले परदे पर नयी जगहों को देखना क्या आपको भी पसंद है? हमें बताएँ की कौनसी जगह आपको सबसे अधिक पसंद है।
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