बहुत लोग समझते हैं कि मुसाफिर होने का मतलब सिर्फ पहाड़ों पर जाना, समुद्र के तटों को देखना, खूबसूरत किलों को देखना और खूबसूरती की रंगत में खो जाना है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो आप गलत हैं। ये घुमक्कड़ी नहीं बल्कि घुमक्कड़ी का एक पहलू है। मुसाफिर तो वो हैं जो जिस जगह पर जा रहा है उस जगह को सिर्फ देखे ही नहीं, उस जगह के बारे में समझे, वहाँ के कल्चर को देखे। ये सब अगर आपको भारत मे घुमक्कड़ी के साथ देखने हैं तो इसका सबसे अच्छा तरीका है, त्यौहार।
भारत में हर फेस्टिवल के अलग रंग हैं और उसका अलग महत्व। यहाँ आपको भारत के अलग-अलग संस्कृतियों को भी समझने का मौका मिलेगा और और इसकी खूबसूरती भी देख पाएँगे। जनवरी आ चुका है और आप घूमने का प्लान बना रहे हैं तो ऐसी जगहों पर बनाइए जहाँ फेस्टिवल के रंग आपका इंतज़ार कर रहे हों। जनवरी में कुछ फेस्टिवल और होने वाली जगहों के बारे में हम आपको बता देते हैं।
1. बीकानेर कैमल फेस्टिवल
आपने ऊँटों के लिए पुष्कर मेला का नाम सुना होगा। लेकिन पुष्कर मेला की सबसे बड़ी कमी है कि वो अब एक इवेंट बन गया है और फेमस होने की वजह से बहुत भीड़ होती है। अगर आपको ऊँटों का अच्छा और बढ़िया मेला देखना है तो इस जनवरी राजस्थान के बीकानेर आना चाहिए। जनवरी में पुष्कर की तरह ही कैमल फेस्टिवल हो रहा है जहाँ आपको कम भीड़ मिलेगी और देखने-समझने का अधिक मौका मिलेगा। इस फेस्टिवल में केमल रेसिंग, डांस, राजस्थानी लोक संगीत के कई प्रोग्राम होते हैं। अगर आप इन सबको देखते हुए घूमना चाहते हैं तो बीकानेर केमल फेस्टिवल जरुर आएं।
कबः 11 जनवरी 2020 से 12 जनवरी 2020
कहाँ- बीकानेर, राजस्थान।
2. इंटरनेशन काइट फेस्टिवल
आसमां वैसे तो हमेशा खूबसूरत होता है लेकिन जब आसमां में चारों तरफ रंग बिखरे होते हैं तो उससे खूबसूरत कुछ नहीं होता। अगर आप मकर संक्रांति के बाद गुजरात के अहमदाबाद और राजस्थान के जयपुर जाते हैं तो ऐसा ही कुछ नज़ारा दिखाई देता है। इन दोनों जगह पर पतंग उड़ाना एक फेस्टिवल की तरह होता है। अगर आप इस फेस्टिवल को देखना चाहते हैं या उसका हिस्सा बनना चाहते हैं तो इस जनवरी अहमदाबाद या जयपुर जाने का प्लान बना लीजिए।
कबः 14 जनवरी, 2020
कहाँ- अहमदाबाद, गुजरात और जयपुर, राजस्थान।
जनवरी में एक तरफ मकर संक्रांति का उत्सव है तो दूसरी तरफ लोहड़ी भी आपका इंतज़ार कर रही है। लोहड़ी, पंजाब और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। इसमें आप सिख समुदाय की संस्कृति को समझ सकते हैं और लज़ीज़ पकवान का स्वाद ले सकते हैं। इस फेस्टिवल में बॉन फायर किया जाता है, उसी में पूजा की जाती है और डांस करते हैं। अगर आप इस फेस्टिवल में जाना चाहते हैं पंजाब जाना चाहिए।
कबः 13 जनवरी, 2020
कहाँ- पंजाब।
4. पोंगल
जनवरी में आपको जो फेस्टिवल आपको साउथ की ओर ले जाएगा, वो है पोंगल। इसमें रंगोली बनाई जाती है, पोंगल डिश बनाई जाती है, जो उबले हुए दूध और चावल से बनाई जाती है। पूरी फैमिली एक साथ बैठती है, डांस करते हैं। इसके अलावा और भी कई वजहें हैं जिसके लिए आपको इस फेस्टिवल का हिस्सा बनना चाहिए। घरों को डेकोरेट किया जाता है और मदुरई में जलीकट्टू भी होता है। आपको यहाँ की संस्कृति और स्थानीय को भी देखने का मौका मिलेगा।
कबः 15-18 जनवरी, 2020
कहाँ- तमिलनाडु
5. रण उत्सव
जनवरी आ गया है और आप अभी तक रण फेस्टिवल नहीं गए हैं तो अब भी मौका है कि आप यहाँ जा सकते हैं। इस फेस्टिवल की सबसे बड़ी खूबसूरती है कच्छ का मैदान। इस रेगिस्तान में राजस्थान के लोक गायक और डांस होते हैं। इसके अलावा आप यहाँ के हैंडीक्राफ्टस और फूड का स्वाद ले सकते हैं। यहाँ की घुमक्कड़ी में कुछ अच्छे अनुभव आपको मिलेंगे। आप यहाँ रेत में टेंट में रात बिता सकते हैं।
कबः 28 अक्टूबर, 2019-23 फरवरी, 2020
कहाँ- कच्छ का मैदान, ढोरडो, गुजरात।
पश्चिम बंगाल अपने आर्ट्स और कल्चर के लिए हमेशा से जाना जाता रहा है। शांति निकेतन यहीं कोलकाता में है और यहीं एक गाँव है केंदुली जहाँ जनवरी में एक खूबसूरत और सांस्कृतिक मेला लगता है, केंदुली मेला। हर किसी को अपनी जिंदगी में एक बार ज़रुर इस मेले में आना चाहिए। इस मेले में आप सिर्फ कोलकाता का म्यूजिक और कल्चर को नहीं देखते हैं बल्कि पूरे पश्चिम बंगाल का लोक संगीत आपको यहाँ सुनने को मिलेगा। इसके अलावा ये पक्का है कि आप बंगाल की समृद्ध संस्कृति से भी रूबरू हो पाएँगे। ये सब एक साथ आपको सिर्फ इसी मेले में मिलेंगे। इसलिए आपको इस मेले को मिस नहीं करना चाहिए।
कबः 14-16 जनवरी, 2020
कहाँ- केंदुली गांव, पश्चिम बंगाल।
7. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल
मुझे ऐसा लगता है कि एक घुमक्कड़ को किताबों से उतना ही प्यार होता है, जितना घूमने से। अगर आप भी वैसे ही हैं तो आपको इस जनवरी जयपुर जाना चाहिए। जनवरी में जयपुर में लिटरेचर फेस्ट है। पूरे भारत से साहित्य की फेमस हस्तियाँ आएँगी। जयपुर को देखते हुए इस फेस्टिवल में भी शामिल हुआ जा सकता है। सबसे बड़ी बात इस फेस्टिवल में शामिल होने के लिए कोई फीस नहीं रखी जाती है।
कबः 23-27 जनवरी, 2020
कहाँ- डिग्गी पैलेस, जयपुर, राजस्थान।
8. बसंत पंचमी
‘इस शहर में वसंत अचानक आता है और जब आता है तो मैंने देखा है, लहरतारा या मडुवाडीह की तरफ से, उठता है धूल का एक बवंडर और इस महान पुराने शहर की जीभ, किरकिराने लगती है’। ये कविता केदारनाथ अग्रवाल ने लिखी तो बनारस के लिए है लेकिन मुझे लगता है कि बसंत आने पर हर शहर के साथ ऐसा ही होता है। बसंत फिर से आ रहा है और पूरा देश उसका उत्सव मनाएगा। हर तरफ पीले फूल, पीले कपड़े नजर आते हैं। उत्तर भारत में इसे बड़ी खुशी से मनाया जाता है। पतंग आसमां में लहराने लगती है, मीठे चावल बनाए जाते हैं और बूंदी के लड्डू का स्वाद तो इस फेस्टिवल को और खूबसूरत बना देते हैं।
कबः 29 जनवरी, 2020
कहाँ: पंजाब।
इस जनवरी तमिलनाडु इंटरनेशन बैलून फेस्टिवल का छठा संस्करण होने जा रहा है। ये फेस्टिवल शुरू इसलिए किया गया था ताकि पोल्लची को टूरिस्ट डेस्टिनेशन में डेवलप किया जा सके। ये फेस्टिवल इतना फेमस हुआ कि चेन्नई में भी ये फेस्टिवल होता है, लेकिन लोग इस फेस्टिवल में ही आना पसंद करते हैं। चेन्नई में ये फेस्टिवल जनवरी की शुरूआत में होता है। हवा में बैलून उड़ने के अलावा यहाँ म्यूजिक कांसर्ट भी होता है। अगर आप जनवरी में साउथ घूमने का प्लान कर रहे हैं अपनी लिस्ट में इसको भी जोड़ सकते हैं।
कबः 11-15 जनवरी, 2020
कहांँ: सक्थी मिल्स ग्राउंड, पोल्लची, तमिलनाडु