खुली सड़कें, उस पर बालों से गुज़रती ठंडी हवा, और आँखों के सामने सुंदर नज़ारे, छुट्टियाँ बिताने के लिए रोड ट्रिप से बेहतर तरीका शायद ही कोई हो। सड़क मार्ग से यात्रा करना सिर्फ पॉकेट फ्रेंडली ही नहीं होता बल्कि इसके लिए आपको पहले से बहुत ज्यादा योजना बनाने की भी ज़रूरत नहीं होती है। इसके अलावा सड़क मार्ग से यात्रा करना स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करने, ऑथेंटिक स्वाद चखने और जगह के बारे में जानकारी हासिल करने का सबसे अच्छा तरीका है। भारत के हर राज्य की शानदार डेस्टिनेशंस घूमने के लिए कौन- सी रोड ट्रिप पर निकलना है इसकी जानकारी हम आज आपको दे रहे हैं, जिससे आप लॉकडाउन में बैठे अच्छे वक्त की प्लानिंग कर सकें। हमने पहली बार भारत के समुद्र तटों से लेकर पहाड़ियों तक और रेगिस्तान से लेकर नदियों तक के अनुभवों को कवर करके आप तक साझा किया है।
रोड ट्रिप – श्रीनगर से लेह
दूरी – 435 कि.मी.
ज्यादातर पर्यटक इस यात्रा को दो दिनों में ही पूरी करना चाहते हैं। श्रीनगर शहर से सड़क सोनमर्ग घाटी में तेज हवाओं के साथ चरवाहों की भूमि तक ले जाती है। पहली रात कारगिल में ठहरने के बाद हमने ज़ोजिला पास पार किया और ये करीब आधा रास्ता होगा। कारगिल से राजमार्ग जो कि मुलबेक, लामायुरु खाल्टसे और बासगो शहरों को पार करता है। इन जगहों पर खाने और रहने के काफी ऑप्शंस है।
रोड ट्रिप – शिमला से सांगला (किन्नौर)
दूरी – 215 कि.मी.
किन्नौर और स्पीति का रास्ता हरी-भरी घाटी, बागों, दाख की बारियों, बर्फ से ढ़की चोटियों और ठंडे रेगिस्तानी पहाड़ों से होकर ही गुज़रता है। पुराना हिंदुस्तान- तिब्बत हाईवे जो किन्नौर घाटी के माध्यम से शिमला होते हुए उत्तर पूर्व तक जाती है, वो आपको रास्ते भर में वनस्पतियों और जीवों से मुलाकात करते हुए निकलता है।
रोड ट्रिप – ऋषिकेश से गंगोत्री
दूरी – 265 कि.मी.
ऋषिकेश से गंगोत्री तक की खड़ी चढ़ाई और खूबसूरत ड्राइव बाइकर ग्रुपों के बीच बड़ी तेज़ी से लोकप्रिय होती जा रही है। चंबा तक की सड़क यात्रा वैसे तो बहुत ही शानदार रहेगी, बस रास्ते में थोड़े बहुत खराब सड़कों से होकर गुज़रना होगा। हालांकि यह यात्रा बहुत अच्छी रहेगी। चंबा के बाद सड़क खराब होना शुरू हो जाएगा बावजूद इसके गंगा के दृश्य आपको पूरी यात्रा मंत्रमुग्ध करते रहेंगे। याद रहे कि भैरोंघाटी के निकट स्थित एशिया के सबसे ऊँचे पुल पर चढ़ना बिल्कुल मत भूलें।
रोड ट्रिप – मुंबई से पुणे एक्सप्रेस हाईवे तक
दूरी – 95 कि.मी.
पुणे/मुंबई से लोनावाला तक सड़क ट्रीप स्थानीय लोगों के लिए बहुत ही आसान वीकेंड गेटवे है। यहाँ के मनमोहक वातावरण और हरी-भरी वादियाँ आपको शहरी हलचल से दूर शांति का माहौल देते हैं। यहाँ जाकर चिक्की का स्वाद लेना मत भूलें।
रोड ट्रिप – पंजिम से चोरला घाट
दूरी – 60 कि.मी.
मक्खन सी स्मूद सड़कों पर यात्रा करने के शौकीन लोगों के लिए पंजिम की दो लेन वाली सड़कें – बेलगाम हाईवे बहुत ही बेस्ट माध्यम है। ये पहाड़ी काटकर बनाई गई सड़कें पश्चिमी घाट के घने जंगलों से होकर गुज़रती है, जो कि आपको शांति का एहसास भी दिलाती हैं।
रोड ट्रिप – चेन्नई से पॉन्डिच्चेरी
दूरी – 150 कि.मी.
समुद्र किनारे समानांतर चलने वाली यह सड़क दक्षिण भारत की सबसे खूबसूरत सड़कों में से एक है। सड़क के इस भाग को ईस्ट कोस्ट सड़क के रूप में जाना जाता है। यहा रास्ता महाबलिपुरम (यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट), कल्पक्कम (न्यूक्लेयर सुविधा), इदायक्काझिन्दु (आलमपराई किला या आलमबारा किला), मुदलियारकुप्पम (कूल बोटहाउस व जलक्रीड़ा सुविधा), मरक्कानम (बड़े नमक पान के लिए प्रसिद्ध) आदि स्थानों से होते हुए गुज़रता है।
रोड ट्रिप – चंडीगढ़ से अमृतसर
दूरी – 230 कि.मी.
पंजाब के ग्रामीण अंचलों की यात्रा आप विशाल हाईवे के ज़रिए से सरसों के खेतों के साथ करें। खार से आगे एक ब्रीज है जिससे आप सतलज नदी को पार करेंगे। इस ब्रीज के दूसरी तरफ एक गुरुद्वारा है। पंजाब के इस खूबसूरत शहर तक पहुँचने में आपको 4-5 घंटे लगेंगे। यहाँ स्वर्ण मंदिर के अलावा आप कई ऐतिहासिक स्थानों जैसे जलियांवाला बाग, बाघा बॉर्डर और गुरु के महल जैसे कई और स्थानों पर घूमने जा सकते हैं।
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रोड ट्रिप – मुरथल से दिल्ली
दूरी – 45 कि.मी.
दिल्ली में घूमने के लिए सबसे पहले जो स्थान आपके दिमाग में आता है वो है मूरथल। यहाँ का हाईवे बहुत ही व्यस्त है और सड़क चौड़ी है। जब आपको ठंडी हवा सहलाए और आप सुगंधित खुशबू से भर जाएँ तो समझ लें कि आप मुरथल के बिल्कुल आसपास हैं।
रोड ट्रिप – थक्कडी से मुन्नार तक
दूरी – 100 कि.मी.
यह खूबसूरत रास्ता आपको थक्कडी के वन्य जंगलों से होते हुए पहाड़ी शहर मुन्नार तक ले जाता है। इस रूट में आपको कई किस्म के जानवरों को देखने का मौका मिलेगा। इस यात्रा को आनंददायी बनाने के लिए हाईवे पर आपको बहुत सारे टी स्टॉल भी मिलेंगे।
रोड ट्रिप – नोएडा से आगरा तक
दूरी – 165 कि.मी.
अगर आप तकनीक से लैस किसी ड्राइव पर जाना चाहते हैं तो वो है यमुना एक्सप्रेसवे। ये भारत का सबसे यंग एक्सप्रेस वे है। उत्तर प्रदेश राज्य में मौजूद 6 लेन कंट्रोल्ड-एक्सेस एक्सप्रेसवे है जो कि ग्रेटर नोएडा और आगरा को जोड़ती है। भारत के बेस्ट हाईवे में से एक यमुना एक्सप्रेसवे तमाम नवीनतन तकनीक, मूलभूत सुविधाओं और सुरक्षा के उपायों से लैस है।
रोड ट्रिप – इंदौर से मांडू
दूरी – 95 कि.मी.
मध्य प्रदेश में इंदौर से मांडू तक की सड़क यात्रा बहुत ही अच्छी है। यह यात्रा आपको दो सबसे खूबसूरत शहरों की विरासत की जानकारी हासिल करने में मदद करती है। इस सड़क यात्रा के दौरान आप कुछ मज़ेदार स्थलों का आनंद ले सकते हैं। जैसे जहाज़ महल, हिंदोला महल, जामी मस्जिद, आलमगीर डेट, होशंग शाह मकबरा, रूपमती पविलियन, बाज बहादुर महल व बाओबाब वृक्ष आदि।
नागालैंड और मणिपुर
रोड ट्रिप – कोहिमा से फेक जिला
दूरी – 113 कि.मी.
यहाँ के रास्तों में आप पौराणिक नागा शहरों को देख सकते हैं। नागालैंड में आप चाहे कोहिमा से कुछ घंटों की दूरी पर स्थित गाँव की तरफ का रुख करें या फिर फेक के दूर-दराज जिलों में, हर जगह आप आकर्षक आदिवासी गाँवों के जीवन से जुड़े रहेंगे। यहाँ आप एक रात किसी आदिवासी परिवार के साथ होमस्टे में बिताएँ और फिर मणिपुर सीमा पर चक्षंग आदिवासियों के यहाँ की यात्रा करें।
रोड ट्रिप – आइजौल से हुइफांग
दूरी – 52 कि.मी.
हुइफांग की सड़क यात्रा के दौरान सुंदर दृश्यों को पेश करता है। इस दौरान अइबवाक के आसपास मिजो भोजन और फूलपुई के आसपास की जगहें खूबसूरत दृश्यों के लिए सुप्रसिद्ध है।
रोड ट्रिप – शिलांग, दौकी, मावल्यनॉंग और चेरापूंजी
दूरी – 200 कि.मी.
इस रोड ट्रीप के दौरान रास्ते में आपको क्रिस्टल की तरह चमकते तालाब, वन्य जीव और झरने आदि का आनंद मिलेगा।
रोड ट्रिप – विजयवाड़ा से राजामुंदरी
दूरी – 160 कि.मी.
ये सड़क यात्रा आपको कृष्णा नदी के तट से गोदावरी नदी के तट तक ले जाएगी। प्राचीन शास्त्रों के अनुसार इस जगहो को नदियों के बीच की भूमि और पूरे भारत में सबसे उपजाऊ क्षेत्रों में से एक माना जाता था। यहाँ के हरे धान के खेत मीलों तक में फैले रहते हैं। गोदावरी की तरफ का दृश्य नारियल के पेड़ों और सफेद क्रेनों के साथ गाँव जैसी तस्वीर पेश करता है।
असम और अरुणाचल प्रदेश
रोड ट्रिप – गुवाहाटी से तवांग
दूरी – 520 कि.मी.
पूर्वोत्तर की यह यात्रा बर्फ से ढके दर्रे, रोलिंग मेडोज़, जमी हुई झीलें, नदियों के किनारे आदि देख सकते हैं। इस बेहद खूबसूरत इलाके में आदिवासी समुदाय फैले हुए हैं। इसके बीच तेजपुर, नामेरी नेशनल पार्क, जिया भोरोली नदी, ऊपरी गोम्पा मठ और दिरांग के अनोखे शहर स्थित हैं।
रोड ट्रिप – पुरी से कोणार्क तक
दूरी – 35 कि.मी.
पुरी से कोणार्क हाईवे शटरबग्स के लिए खूबसूरत सड़कों में से एक है। यहाँ सड़क के दोनों किनारों पर स्थित मंडपनुमा पेड़ आपको फोटोग्राफी का का बेहतरीन मौका देगा। इसके अलावा हल्की-सी धुंध हवा के साथ प्राकृतिक सौंदर्य आपको हमेशा के लिए मंत्रमुग्ध कर देगी।
रोड ट्रिप – गंगटोक से नाथू ला दर्रा तक
दूरी – 56 कि.मी.
उत्तर-पूर्व की इस बेमिसाल सड़क यात्रा का आनंद तो आपको कम से कम एक बार ज़रूर लेना चाहिए। एडवेंचर पसंद लोगों को पहाड़ी इलाके चुनौती देते हैं तो वहीं प्रकृति प्रेमियों को रूट पर मौजूद त्सोगो झील की सुंदरता अपनी ओर आकर्षित करती है।
रोड ट्रिप – बेंगलुरु से बांदीपुर
दूरी – 220 कि.मी.
बेंगलुरु का बांदीपुर वन मार्ग जंगलों के ज़रिए यात्रा के मामले में भारत के सबसे सुंदर रास्तों में से एक है। बांदीपुर नेशनल पार्क से गुज़रने के दौरान मैसूर से ऊटी के लिए एक ही रूट लिया जा सकता है। यहाँ आपको हिरण को सड़क पार करते हुए देखने का मौका मिलेगा। इस मार्ग में किनारों पर मैकडॉनल्ड्स और कैफे कॉफी डे समेत खाने और ठहरने के लिए बहुत सारी जगहें हैं।
रोड ट्रिप – जयपुर से जैसलमेर तक
दूरी – 550 कि.मी.
राजस्थान की सड़के यात्रा करने के लिए बहुत ही मनपसंद है। यहाँ की यात्रा के दौरान आपको रेत के टीलों, ऊँट, मंदिर, किला, महल आदि देखने को मिलेंगे। अगर आप ज्यादा घुमते हैं तो आपको यहाँ और भी कई सारी अविश्वसनीय चीज़ों को देखने का अवसर मिलेगा। इन शहरों की यात्रा का भरपूर आनंद लेने के लिए आपको कम से कम दो से तीन दिनों की ज़रूरत होगी।
रोड ट्रिप – कोलकाता से दीघा
दूरी – 180 कि.मी.
इस यात्रा के लिए कोई भी कोलकातावासी सड़क मार्ग को ही चुनेगा। यहाँ के सड़क मार्ग हरियाली और बहुत सारे ढ़ाबों से भरा है। पूर्वी भारतीयों के लिए दीघा अपनी खूबसूरती के लिए वीकेंड का सबसे पसंदीदा विकल्प माना जाता है। यहाँ आप समुद्र तट पर चलें या पानी में घोड़े की सवारी करें। यह यात्रा आपको मानसिक शांति देगी। यहाँ का भरपूर आनंद लेने के लिए आप दो दिन का समय ले सकते हैं।
रोड ट्रिप – अहमदाबाद से कच्छ
दूरी – 400 कि.मी.
एक छोटे से वीकेंड पर आप कच्छ जाकर वहाँ आनंद ले सकते हैं। यहाँ के लगभग हिस्से में सड़क बेतरतीब है। यहाँ सफेद नमक के रेगिस्तान का अंतहीन विस्तार कच्छ निवासियों के रंगीन जीवन और यहाँ के पड़ोसी हस्तशिल्प गाँव जैसे निरोना, नख्तराना और होडको के पूरक हैं। ध्यान रखें कि रास्ते में धोलावीरा के हरप्पन खंडहर और कच्छ जीवाश्म पार्क की यात्रा करना मत भूलें।
रोड ट्रिप – पोर्ट ब्लेयर से रॉस व स्मिथ आइलैंड
दूरी – 320 कि.मी.
यह सड़क यात्रा भारत के एकमात्र और अनोखे जारवा फॉरेस्ट रिजर्व से होकर गुज़रती है। यह मार्ग पूरी तरह से गहरे और घने वृक्षारोपण से संरक्षित है। पोर्ट ब्लेयर से रॉस एवं स्मिथ आइलैंड की यात्रा जंगल और आइलैंड से होकर गुज़रती है। प्रसिद्ध रंगत आइलैंड अपने ज्वालामुखी और चूना पत्थर की गुफाओं के लिए लोकप्रिय है। पक्षी प्रेमी रास्ते में पैरट आइलैंड पर जा सकते हैं। रंगत में लंबे औरमोटे मैंग्रोव भी देखने को मिलेंगे। यहाँ का एक प्रमुख आकर्षण आमकुंज तट है।
यात्रा करने का सबसे बढ़िया तरीका सड़क ट्रिप ही है। ये ना सिर्फ आपकी यात्रा को बेहतर बनाता है बल्कि आपको कम मशहूर लेकिन स्पेशल जगहों की यात्रा करने की आज़ादी भी देता है। अगर आप अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना चाहते हैं तो, हालात बेहतर होने के बाद एक बार ऊपर बताए गए स्थानों की यात्रा ज़रूर करें।
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