सर्दियों का आगाज होते ही पहाड़ प्रेमियों के मन प्रफुल्लित हो जाते हैं।पहाड़ों का असली रोमांच और सौंदर्य तो सर्दियों में ही मिलता हैं।असली रोमांच प्रेमी तो पुरे साल सर्दी आने का इंतजार करते हैं ताकि सर्दी आते ही पहाड़ों पर बर्फ पड़े और वो बर्फ़बारी का लाइव आनंद ले सके।लेकिन बर्फ़बारी का आनंद लेने के लिए पहाड़ों पर भी ऐसी कौनसी जगहे हैं जो कि हर तरह से सर्वसुविधा युक्त हो ,जहाँ परिवार के साथ जाने में कोई दिक्कत नहीं आये ? आइये ऐसी ही कुछ जगहों की जानकारी लेते हैं -
1. चोपता :
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित चोपता की खूबसूरती की वजह से कई लोग इसे 'भारत का मिनी स्विट्ज़रलेंड' पुकारते हैं।यह 8500 फ़ीट ऊंचाई पर स्थित एक हिल स्टेशन हैं जो कि आजकल काफी लोकप्रियता पा रहा हैं। सर्दियों में यह जगह चंद्रशिला ट्रेक और तुंगनाथ ट्रेक के लिए काफी प्रसिद्द हैं। ये विंटर ट्रेक हैं जहाँ केवल बर्फ में ही चढ़ाई करनी होती हैं। चोपता एडवेंचर ,आध्यात्मिकता ,बर्फ़बारी ,प्राकृतिक खूबसूरती या यूँ मानों हर चीज में घुम्मकड़ों की उत्तराखंड में पहली पसंद हैं।
सर्दियों में आप तुंगनाथ या चंद्रशिला ट्रेक पर जाएँ ,आपको बर्फ़बारी मिलने के काफी ज्यादा चांसेज मिलेंगे।
कैसे पहुंचे :यहाँ नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून एयरपोर्ट हैं तो नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश हैं। दोनों जगह से आप चोपता पब्लिक ट्रांसपोर्ट द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं।
2. मुनस्यारी :
उत्तराखंड में जहाँ चोपता एक मिनी स्विट्ज़रलेंड हैं वही एक 'मिनी कश्मीर' भी यहाँ हैं ,और मुनस्यारी ही वही खूबसूरत डेस्टिनेशन हैं। वैसे तो यहाँ के खूबसूरत नजारों और खूबसूरती की वजह से साल भर इधर सैलानी आते रहते हैं। पर बर्फ़बारी देखने का अगर एक सुखद अहसास आपको लेना हैं तो मुनस्यारी आकर आप पछतायेंगे नहीं।बर्फबारी देखने का एक शानदार पॉइंट होने के कारण इसे हिमनगरी भी कहते हैं।बर्फ़बारी देखने के अलावा कुछ दर्शनीय स्थल जो यहाँ प्रसिद्द हैं वे इस प्रकार हैं -कालमुनि टॉप ,बिर्थी झरना , माहेश्वरी कुंड आदि
कैसे पहुंचे :नजदीकी रेलवे स्टेशन 'टनकपुर ' या एयरपोर्ट 'पंतनगर ' से पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यहाँ पंहुचा जा सकता हैं।
3. धनोल्टी :
उत्तराखंड का यह छोटा सा ओफबीट डेस्टिनेशन मसूरी से थोड़ा ही दूर पड़ता हैं। 2200 मीटर ऊँचे इस स्थान पर अगर परिवार साथ हो तो बर्फ़बारी देखने का मजा ही कुछ और हैं।यही से आप हरिद्वार और देहरादून की यात्रा भी कर सकते हैं।यहाँ का सुरखंडा देवी मंदिर का सर्दी का फोटो एक बार अगर आप इंटरनेट पर देख लेंगे तो आप यहाँ जाने के लिए लालायित हो उठेंगे। इस मंदिर के अलावा यहाँ ईको पार्क ,एडवेंचर पार्क आदि जैसी बहुत जगहें हैं जो आपको पसंद आएगी।
कैसे पहुंचे :यहाँ नजदीकी रेलवे स्टेशन देहरादून में है जो केवल 36 किमी दूर हैं। यह सफर आप टैक्सी या पब्लिक साधनों से पूरा कर सकते हैं। हवाई जहाज से आने पर आपको देहरादून के जॉली ग्रांट एयरपोर्ट ,जो कि धनोल्टी से 50 किमी दूर हैं ,वहां उतरना होगा। ऋषिकेश,मसूरी ,देहरादून से कई बसे यहाँ के लिए चलती हैं।
4. औली :
औली बुग्याल उत्तराखंड में चमौली में पड़ता हैं।औली में इतनी बर्फ मिलती हैं कि यहाँ भारत का सबसे प्रसिद्ध स्कीइंग ग्राउंड बना है। पूरी दुनिया से लोग यहाँ स्कीइंग करने और स्कीइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आते है।औली में केबल कार का आनंद लिया जा सकता हैं ,स्कीइंग का कोर्स किया जा सकता हैं।जोशीमठ ,सेलधार ,गुरसो बुग्याल जैसे स्थल भी यहाँ से ज्यादा दूर नहीं हैं।अगर आपको बर्फीले खेलों के साथ साथ बर्फ़बारी का आनंद लेना हैं तो औली में आपकी यह कामना तो पूरी हो जायेगी।
कैसे पहुंचे :किसी भी साधन से ऋषिकेश पहुंच कर ,वहा से टैक्सी या रोडवेज से श्रीनगर ,जोशीमठ होते हुए औली पंहुचा जा सकता हैं।
5.चकराता :
चकराता देहरादून से 100 किमी दूर पड़ता हैं।इसकी ऊंचाई समुद्रतल से 7000 फ़ीट मानी जाती हैं। यहाँ मुख्य जगहें हैं -टाइगर फॉल ,लाखामंडल ,कानासर।यह एक छावनी क्षेत्र हैं और बर्फ़बारी देखने या मंदिर दर्शन या ट्रैकिंग ,इन तीनों चीजों के लिए यह काफी विख्यात हैं। सर्दियों में यहाँ की बर्फ़बारी देखना भी एक शानदार अनुभव साबित होगी।
कैसे पहुंचे :यहाँ से नजदीकी एयरपोर्ट देहरादून का है जो 125 किमी दूर है। नजदीकी रेलवे स्टेशन भी देहरादून ही हैं। पब्लिक साधन से आप हरिद्वार ,मसूरी या ऋषिकेश से यहाँ सीधे पहुंच सकते हैं।
-ऋषभ भरावा