अगर आज दुनिया में कोरोना वायरस ना फैला होता, तो आप क्या कर रहे होते? किसी सुंदर सी जगह घूमने की प्लानिंग या कहीं कुदरत के नज़ारों के बीच बैठे छुट्टियों का मज़ा? खैर, फिलहाल छुट्टियाँ तो हैं, लेकिन कुदरत से हम थोड़ा दूर हैं, जो सुरक्षित रहने के लिए ज़रूरी भी है। तो चलिए क्यों ना प्लानिंग वाले पार्ट पर फोकस करते हैं। अच्छे वक्त के आने पर एक शानदार वीकेंड की प्लानिंग, एक बेहतरीन जगह, जहाँ कुदरत की सुंदरता हो, हरे-भरे मैदान हों और झरने की कलकल करती आवाज़ हो। हम इंडियंस खुशकिस्मत है कि हम उस जगह पर रहते हैं जहाँ चारों तरफ कुदरत का नगीना है जिन्हें आज की आधुनिकता में हिल स्टेशन के कहते हैं। और हमारे देश में तो हर राज्य के पास अपना हिल स्टेशन है, तो चलिए आज हम अपने 28 राज्यों के 28 हिल स्टेशनों के बारे में जानेंगे।
1. आंध्र प्रदेश: अराकू हिल स्टेशन
आंध्र प्रदेश की धरती पर एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसकी खूबसूरती आपका मन मोह लेगी। अराकू नाम का ये हिल स्टेशन गलिकोंडा, रक्तकोंडा, सुन्करिमेत्ता, चिटमोगोंडी जैसे पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहाँ के पहाड़ आंध्र प्रदेश के सबसे ऊँचे पहाड़ हैं। यहाँ की खूबसूरती की वजह से ही साउथ की फिल्मों की शूटिंग यहाँ की जाती है। यहाँ आपको चारों तरफ पहाड़ मिलेंगे और उनके बीच तैरते बादल। यहाँ का भुना हुआ मुर्गा बहुत फेमस है, यहाँ आएँ तो इसका स्वाद लेना ना भूलें।
कैसे पहुँचें?
इस हिल स्टेशन पर आने का सबसे अच्छा समय सितंबर से नवंबर के बीच का होता है। अराकू हिल स्टेशन विशाखापत्तनम से 130 कि.मी. की दूरी पर है। अराकू हिल स्टेशन आप ट्रेन से भी पहुँच सकते हैं और सड़क मार्ग से भी आ सकते हैं।
2. अरुणाचाल प्रदेश: तवांग
अब चलते हैं उस राज्य की ओर जहाँ खूबसूरती तो बहुत है लेकिन इसे देखने वाले कम हैं। यहाँ के हिल स्टेशनों में सुंदरता के साथ शांति मिलेगी। जो फेमस हिल स्टेशनों में देखने को नहीं मिलता। ऐसा ही कुछ है तवांग हिल स्टेशन। तवांग अरुणाचल छोटा लेकिन खूबसूरत शहर है। तवांग खूबसूरती के मामले में किसी भी हिल स्टेशन से कम नहीं है। खूबसूरत आसामान, चारों तरफ तैरते बादल, बर्फ से ढंकी चोटियाँ और घाटियों के न भूलने वाले नज़ारे। इसके अलावा यहाँ आप सबसे बड़ी मोनेस्ट्री देख सकते हैं, ट्रेक कर सकते हैं, लेक और वाटरफाॅल को देख सकते हैं।
कैसे पहुँचें?
इस जगह को अच्छे से देखने के लिए कम से कम 4 दिन तो होने ही चाहिए। तवांग आप रोड या फ्लाइट से आ सकते हैं। पास में ही सलानिबरी एयरपोर्ट है, जहाँ से आप टैक्सी से आ सकते हैं।
3. असम: हाफलांग
असम ज्यादातर मैदानी इलाका है लेकिन यहाँ का एकलौता हिल स्टेशन हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है। हाफलांग हिल स्टेशन में आपको बर्फ से ढकी पहाड़ बिल्कुल भी नहीं मिलेंगे। फिर भी इस हिल स्टेशन को आप चाहकर भी खूबसूरती के मामले में नकार नहीं सकते हैं। हाफलांग का मौसम हमेशा ठंडा और सुरम्य बना रहता है। यहाँ के कलकल करते झरने, चारों तरफ फैली हरियाली एक ऐसी तस्वीर बना देती है। जिसे आसानी से नहीं भुलाया जा सकता। ये जगह अपने पहाड़ों के लिए तो जाना जाता ही है, हाफलांग लेक भी देखने लायक है।
कैसे पहुँचें?
हाफलांग सिलचर से 106 कि.मी. की दूरी पर है। सिलचर में एयरपोर्ट है, यहाँ से आप सड़क मार्ग से हाफलांग पहुँच सकते हैं।
4. बिहार: गुरपा पीक
बिहार, भारत का सबसे ऐतहासिक राज्यों में से एक है। यहाँ स्मारकों और संस्कृति का मिलाजुला रूप है। सब बिहार को इस खांचे में देखते हैं लेकिन बिहार के पास भी कई हिल स्टेशन है। जिनमें से एक है गुरपा पीक हिल स्टेशन। गुरपा पीक गया जिले के एक छोटे-से गाँव गुरपा में स्थित है। इस चोटी को कुकुपपुदगिरी के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ हिंदू और बौद्ध मंदिर भी हैं। इस जगह पर आकर आप खूबसूरती को निहार सकते हैं। यहाँ आने का सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल तक का माना जाता है।
5. छत्तीसगढ़: मैनपाट
छत्तीसगढ़ को आम लोग 'धान के कटोरे' के नाम से जानते हैं। लेकिन ये राज्य कितना खूबसूरत है, यहाँ आकर ही पता चलता है। छत्तीसगढ़ में एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जिसे छोटा तिब्बत के नाम से जाना जाता है। खूबसूरती में छत्तीसगढ़ की शान है, मैनपाट हिल स्टेशन। प्रकृति की हरियाली और पहाड़ों से सरोबार है ये हिल स्टेशन। यहाँ आप कैंपिंग कर सकते हैं, वाटरफाॅल और गुफाएँ भी देख सकते हैं। इसे छोटा तिब्बत इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहाँ तिब्बती लोग बहुत रहते हैं। यहाँ बहुत सारे बौद्धिक मठ भी हैं।
कैसे पहुँचे?
अंबिकापुर से मैनपाॅट 80 कि.मी. की दूरी पर है। सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट रायपुर है। यहाँ आने का सबसे अच्छा समय मॉनसून और सर्दियों का है।
6. गोवा: चोरला घाट
हर किसी का सपना होता है कि वो एक बार गोवा ज]रुर जाए और यहाX की सुंदर-सुंदर जगहों को देखे। लोग गोवा आते हैं और फेमस जगहों पर होकर चले जाते हैं। उसी गोवा में एक खूबसूरत हिल स्टेशन को लोग भूल जाते हैं। कम ही लोग चोरला घाट हिल स्टेशन से वाकिफ हैं। ये हिल स्टेशन गोवा-कर्नाटक-महाराष्ट्र के बाॅर्डर पर स्थित है। ये हिल स्टेशन पहाड़ों और हरियाली से भरा हुआ है। ये जगह वीकेंड पर आने के लिए परफेक्ट है। इस जगह के बारे में कम लोगों को पता है, जिससे इस जगह पर भीड़ भी नहीं मिलेगी। यहाँ आप बर्ड वाचिंग, बटरफ्लाई स्पॉटिंग, ट्रेकिंग, हाइकिंग जैसी कई गतिविधियाँ कर सकते हैं।
कैसे पहुँचें?
गोवा से इस हिल स्टेशन की दूरी 67 कि.मी. है। चोरला घाट के सबसे नजदीक एयरपोर्ट गोवा में है और रेलवे स्टेशन मडगाँव में है। जहां से चोरला घाट 25 कि.मी. दूर है।
7. गुजरात: सापुतारा
भारत के कुछ राज्यों में तो अनगिनत हिल स्टेशन हैं और कुछ राज्यों में बहुत कम। उन बहुत कम में गुजरात भी था। गुजरात में मंदिर और किले बहुत हैं। लेकिन हिल स्टेशन सिर्फ एक, सापुतारा हिल स्टेशन। सापुतारा गुजरात के डांग जिले में स्थित ये हिल स्टेशन समुद्र तल से 873 मीटर ऊँचाई पर है। ये भारत की उन जगहों में से एक है, जो अब तक लोगों की नज़रों से दूर है। सापुतारा पहाड़ों से घिरा एक शानदार हिल स्टेशन है, जहाँ होटल, पार्क, जंगल और म्यूजिम हैं। यहाँ देखने के लिए इको प्वाइंट, फाॅरेस्ट लाॅग हट, हतगढ़ का किला, लेक गाॅर्डन और उन सबसे खूबसूरत है सापुतारा झील।
कैसे पहुँचें?
सापुतारा हिल स्टेशन के सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन बिलिमोरा रेलवे स्टेशन है। जो सापुतारा से 50 कि.मी. की दूरी पर है।
8. हरियाणा: मोरनी हिल्स
अगर आप हरियाणा में खूबसूरती को निहारना चाहते हैं तो मोरनी हिल्स हिल स्टेशन जाना चाहिए। मोरनी हिल्स दिल्ली और चंडीगढ़ से बहुत नज़दीक है। वीकेंड पर लोग इस हिल स्टेशन पर आते हैं। यहाँ आप प्राकृतिक नजारों के अलावा और एडवेंचर गतिविधियों को भी एंजाॅय कर सकते हैं। मोरनी हिल्स का मौसम साल भर सुहावना रहता है। यहाँ देखने के लिए टिक्कर ताल, गुरुद्वारा नाडा साहिब, एडवेंचर पार्क, ठाकुरद्वार मंदिर और मोरनी किला भी देखने लायक है। ये जगह वीकेंड पर बिताने के लिए परफेक्ट है।
कैसे पहुँचें?
मोरनी हिल्स अपने सबसे नज़दीकी शहर चंडीगढ़ 41 कि.मी. की दूरी पर है।
9. हिमाचल प्रदेश: स्पीति
हिमाचल प्रदेश देश के सबसे खूबसूरत राज्य के लिए जाना जाता है। यहाँ हर तरफ सुंदरता पसरी हुई है। यहाँ फेमस हिल स्टेशन भी हैं और अनछुए भी। उन्हीं में से एक हिल स्टेशन है, स्पीति। स्पीति घाटी हर तरफ से हिमालय से घिरा हुआ है, जो समुद्र तल से 12,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। स्पीति घाटी के ठंडे रेगिस्तान, बर्फ से ढके पहाड़, घुमावदार सड़कें और सुरम्य घाटियाँ यहाँ आने वाले हर शख्स का मन मोह लेती है। स्पीति में साल के ज्यादातर दिन बर्फ गिरती-रहती है।
कैसे पहुँचे?
स्पीति से सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट, भुंतर है और रेलवे स्टेशन जोगिंदर रेलवे स्टेशन है।
पहाड़ों का जिक्र आते आपके मन में शिमला और मनाली ही आता होगा। लेकिन झारखंड का एक हिल स्टेशन है, नातेरहाट। उसकी खूबसूरती की वजह से उसे पहाड़ों की मल्लिका कहा जाता है। नेतरहाट इतना सुंदर है कि एक बार जो वहां हो आया, उसे जिंदगी भर भूल नहीं सकता। झारखंड के लातेहार जिले में ये हिल स्टेशन दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यहाँ से डूबते सूरज को देखना एक बेहतरीन एहसास है। इसके अलावा यहाँ कई वाटरफाॅल भी हैं, जिनको देखा जाना चाहिए।
कैसे पहुँचें?
रांची से नेतरहाट 144 कि.मी. दूर है। वहाँ आप ट्रेन और बस दोनों से पहुँच सकते हैं।
11. कर्नाटक: कुर्ग
मनमोहक घाटियाँ, ऊँची ऊँची चोटियाँ, कलकल करती नदियाँ और गगन से बरसता अमृत अर्थात बारिश। कुदरत के इन सभी खूबसूरती से भरा है, कर्नाटक में बसा छोटा-सा हिल स्टेशन- कुर्ग। यूँ ही नहीं इसे दक्षिण भारत का कश्मीर कहा जाता है। अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो यह जगह आपको तनिक भी निराश नहीं करेगी। यहाँ आप नामद्रोलिंग मठ, निसारागाधाम द्वीप और एब्बे वाटरफाॅल भी देख सकते हैं।
कैसे पहुँचें?
ये हिल स्टेशन, मैसूर से 120 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। नज़दीकी रेलवे स्टेशन मैसूर है और एयरपोर्ट बैंगलोर।
12. केरल: वेगामन
मनमोहक आबोहवा, हर तरफ फैली इलायची की सुगंध और आपके हाथ में गर्म काॅफी का कप। बैठ जाइए चारों तरफ फैले पहाड़ की किसी भी चोटी पर और निहारिए डूबता सूरज। कुदरत के ऐसे ही कुछ बेहतरीन दृश्यों को आत्मसात किए हुए है, केरल का वेगामन हिल स्टेशन जहाँ देश के कई हिस्सों में चिलचलाती गर्मी परेशान कर रही है वहीं ये जगह सुहाने मौसम के लिए मशहूर है। केरल की अद्भुत सुंदरता के गुलदस्ते में वेगामन एक महकते फूल की तरह हर किसी को मोह लेता है। इडुक्की जिले में एक से बढ़कर एक हिल स्टेशन हैं, लेकिन उन सबसे अलग है वेगामन हिल स्टेशन। इसकी खूबसूरती बिखरी है उन छोटी-छोटी पहाड़ियों पर पसरी हुई हरी घास की चादरों पर। समुद्र तल से 1,200 मीटर की उँचाई पर स्थित ये हिल स्टेशन अपने टीलों के कारण फेमस है।
कैसे पहुँचें?
कोट्टयम से वेगामन 64 कि.मी. दूर है। वेगामन से सबसे नज़दीक रेलवे स्टेशन कोट्टयम में ही है।
13. मध्य प्रदेश: पचमढ़ी
हरा भरा शांत वातावरण, लहराते हुए पेड़ों से घिरे घास के मैदान, मनमोहक घाटियों के बीच नदियों और झरनों के गीत और चारों ओर घने जंगल। प्रकृति का ऐसा भरपूर दृश्य और कहाँ हो सकता था। हम बात कर रहे हैं, पचमढ़ी की। भोपाल से 137 कि.मी. दूर, सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच बसा प्रकृति का एक बेशकीमती रत्न है, पचमढ़ी। पचमढ़ी में साल भर मौसम अच्छा रहता है और यह जगह प्रकृति, संस्कृति और विरासत का एक अद्भुत मिश्रण है। यहाँ देखने के लिए धूपगढ़, पांडव केव्स और वी-फाॅल जैसी शानदार जगहें हैं।
14. महाराष्ट्र: लवासा
पुणे से 60 कि.मी. दूर स्थित है भारत का पहला प्लान्ड हिल स्टेशन लवासा। ये हिल स्टेशन इटैलियन शहर पोर्तोफिनो से इंस्पायर होकर बनाया गया है। मुंबई से लवासा की दूरी करीब 187 कि.मी. है। अपनी बेहतरीन खूबसूरती की वजह से ये शहर एक परफेक्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। प्लान्ड सिटी होने की वजह से ये शहर यहाँ आने वाले टूरिस्ट्स की सभी ज़रूरतों का ख्याल रखता है। चारों तरफ मौजूद हरियाली और खूबसूरती के बीच स्थित टेम घर डैम और वरसगांव लेक इस शहर की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। ट्रेकिंग, माउंटेनियरिंग, कैंपिंग की वजह से एडवेंचर पसंद लोग भी यहां बहुत आते हैं। इस शहर की खास बात यह है कि यहाँ का मौसम सालों भर सुहावना बना रहता है। मॉनसून और सर्दी के मौसम में यहाँ का मौसम सबसे बेस्ट रहता है। जुलाई से सितंबर और अक्टूबर से मार्च के बीच बेस्ट टाइम है लवासा जाने का।
15. मणिपुर:काइना
मणिपुर का काइना हिल स्टेशन खूबसूरती और शांति का समन्वय है। यहाँ प्रकृति की सुंदरता सिर्फ दिखती ही नहीं, अनुभव भी होती है। जो समुद्र तल से 921 मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक पहाड़ी की चोटी है। ये हिल स्टेशन मणिपुर की राजधानी इंफाल से केवल 29 कि.मी. दूर है। ये हिल स्टेशन मणिपुर का एक फेमस धार्मिक केन्द्र भी है। इस हिल स्टेशन पर गोविंदजी मंदिर है। खूबसूरती और आस्था का अनुभव कराता है ये हिल स्टेशन। वीकेंड पर इस हिल स्टेशन पर समय बिताना बहुत अच्छा रहेगा।
16. मेघालय: चेरापूंजी
चेरापूंजी हिल स्टेशन की इन्द्रधनुषी सुंदरता का कोई जोड़ नहीं। शायद इसीलिए चेरापूंजी देश के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में गिना जाता है। मेघालय के उत्तरी-पूर्व इलाका का यह हिल स्टेशन अपनी भव्यता-दिव्यता के साथ ही सुरम्यता के लिए भी जाना जाता है। चेरापूंजी हमेशा बादलों की धुंध से सरोबार रहता है, लिहाजा शांत और शीतल परिवेश रहता है। समुद्र तल से करीब 1,484 मीटर ऊँचाई पर स्थित यह हिल स्टेशन खासतौर से मॉनसून के लिए विलक्षणता के लिए जाना पहचाना जाता है।
कैसे पहुँचें?
चेरापूंजी से गुवाहटी 181 कि.मी. दूर है। सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट भी गुवाहटी में ही है। इसके बाद सड़क मार्ग से चेरापूंजी तक पहुँजा सकता है।
17. मिजोरम: चम्फाई
पहाड़ों से घिरा मिजोरम का चम्फाई हिल स्टेशन वास्तव में सुकून वाला है। ये हिल स्टेशन कई जनजातीयों से भरा हुआ है। चम्फाई के आसपास के पहाड़ शानदारा नज़ारे दिखाते हैं। ये हिल स्टेशन अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए फेमस है। जो नाॅर्थ इंडिया घूमना चाहते हैं, उनकी लिस्ट में चंफाई ज़रूर होना चाहिए। यहाँ आप पहाड़, वाटरफाॅल और गुफाओं को देख सकते हैं। इस हिल स्टेशन को अच्छी तरह से देखने के लिए कम से कम तीन होने चाहिए।
कैसे पहुँचें?
चम्फाई हिल स्टेशन से आइजाॅल 185 कि.मी. दूर है। सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट लेंगपुई में है।
18. नागालैंड: मोकोकचुंग
नागालैंड यानी कि लैंड ऑफ फेस्टिवल। ये राज्य अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए बहुत फेमस है। इसी खूबसूरत राज्य में एक खूबसूरत और आकर्षक हिल स्टेशन भी है, मोकोकचुंग हिल स्टेशन। मोकोकचुंग हिल स्टेशन नागालैंड के सबसे महत्वपूर्ण और आकर्षण जगहों में से एक है। मोकोकचुंग खूबसूरती के लिए तो देखना ही चाहिए। इसके अलावा द टाउन मेन पार्क, लोंगखुम, लंग्पांगकांग, मोपुंगचुकिट और चुचुइइमलांग जैसी जगहें भी देखने लायक है।
कैसे पहुँचें?
मोकोकचुंग हिल स्टेशन कोहिमा से 162 कि.मी. दूर है। सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन खरिकटिया है और जोरहाट एयरपोर्ट 41 कि.मी. दूर है।
19. ओडिशा: दरिंगबाड़ी
भारत के पूर्वी राज्य ओडिशा में एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, दरिंगबाड़ी। जो मनमोहक आबोहवा और पहाड़ी आकर्षणों के लिए जाना जाता है। समुद्र तल से 3,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित ये हिल स्टेशन घने जंगलों और पहाड़ों के लिए जाना जाता है। इस जगह की खूबसूरती की वजह से इसे ‘ओडिशा का कश्मीर’ कहा जाता है। यहाँ की कुदरती खूबसूरती आपको कश्मीर याद आ जाएगा। दरिंगबाड़ी गर्मियों में वीकेंड में समय बिताने के लिए बढ़िया समय है।
कैसे पहुँचें?
दरिंगबाड़ी ओडिशा राज्य के कंधमाल जिले में स्थित है। इस हिल स्टेशन पर आप आसानी से पहुँच सकते हैं। सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट भुवनेश्वर एयरपोर्ट है और बेरहमपुर रेलवे स्टेशन है।
20. पंजाब: परवानू
पंजाब खूबसूरत और लज़ीज़ स्वाद वाला राज्य। जहाँ सिर्फ जगह की लोग भी बेहद जानदार हैं। लेकिन इस राज्य में एक भी हिल स्टेशन नहीं है। पंजाब के एक तरफ हरियाणा और दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश। यहाँ बहुत सारे हिल स्टेशन हैं जो सीमाओं में तो हिमाचल में आते हैं लेकिन माना पंजाब का ही जाता है। ऐसा ही एक हिल स्टेशन है, परवानू।
कैसे पहुँचें?
ये हिल स्टेशन चंडीगढ़ से 36 कि.मी. दूर है। जब पंजाब में हिल स्टेशन देखने का मन हो तो चंडीगढ़ आ जाओ और फिर क्या परवानू पहुँच जाओ?
21. राजस्थान: माउंट आबू
भव्यता और समृद्धता के लिए फेमस राजस्थान में एक हिल स्टेशन है, माउंट आबू। अगर आपको कैंपिंग, घुड़सवारी और बोटिंग से लेकर बलून राइड जैसी एडवेंचरस ऐक्टविटीज का शौक है। तो राजस्थान का फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन माउंट आबू आपके लिए भी बेस्ट प्लेस है। माउंट आबू में एक और चीज़ जो फेमस है, ट्रेकिंग। पहाड़ी इलाका होने के कारण ये जगह ट्रेकिंग के लिए अच्छी मानी जाती है। अगर आप माउंट आबू घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको सितंबर से मार्च के बीच ट्रैवलिंग का प्लान बनाना चाहिए। हिल स्टेशन होने की वजह से गर्मियों में भी यहाँ ज्यादा गरम नहीं रहता।
कैसे पहुँचें?
यहाँ पहुँचने के लिए सबसे नज़दीकी रेलेवे स्टेशन है, अबु रोड है। जो मुख्य शहर से 28 कि.मी. दूर है।
सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 92 कि.मी. दूर एक हिल स्टेशन है, नामची जो बहुत शांत है। यही वजह है कि टूरिस्ट इस हिल स्टेशन को बहुत पसंद करते हैं। नामची हिल स्टेशन समुद्र तल से 4,314 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। नामची को स्थानीय भाषा सिक्क्मी में ‘स्काई हाई’ कहा जाता है। इस हिल स्टेशन से कंचनजंगा का अद्भुत नज़ारा दिखता है। ये जगह गर्मियों में आने के लिए बेस्ट है। मार्च से अक्टूबर का समय सबसे अच्छा माना जाता है। यहाँ आप वीकेंड पर आने का प्लान तो बना ही सकते हैं।
कैसे पहुँचें?
यहाँ से नज़दकी एयरपोर्ट 95 कि.मी. बागडोगरा है। नज़दीकी रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी है।
23. तमिलनाडु: कोडइकनाल
चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नज़र आती है। जैसे-जैसे आप ऊँचाई पर चढ़ते जाते हैं, यहाँ का पूरा नज़ारा बदलने लगता है। यहाँ आने पर एकाएक हवा में ठंडक बढ़ जाती है। चारों तरफ यूकेलिप्टस के ऊँचे- ऊँचे पेड़ नज़र आते हैं, जो इस जंगल को और भी सुंदर बनाता है। इसके अलावा ये जगह गहरे गुलाबी और बैंगनी रंगीन के फूलों से भरी हुई है। घने जंगलों के बीच सजीली वादियाँ, चोटियों के नीचे उड़ते बादल और दूर-दूर तक नज़र आने वाली बलखाती पगडंडियाँ हैं। जो इस इलाके को किसी स्वप्नलोक-सा सुंदर बना देती है, कुछ ऐसा ही है तमिलनाडु का कोडइकनाल।
कैसे पहुँचें?
सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट मदुरै में है, जो 120 कि.मी. है। रेलवे स्टेशन तो कोडइनाल ही है।
24. तेलंगाना: अनंतगिरि हिल्स
वैसे तो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना काफी हद तक एक जैसे हैं। लेकिन 2014 में तेलंगाना के नए राज्य बना। जिसमें एक खूबसूरत हिल स्टेशन भी तेलंगाना को मिला, अनंतगिरि हिल्स। यहाँ के जल प्रपात और हरे-भरे पेड़ इस जगह को खास बनाने का काम करते हैं। ये जगह साल भर देखने लायक है, ये हमेशा खूबसूरती में सरोबार रहता है। परिवार और दोस्तों के साथ अनंतगिरी हिल्स को देखना एक बहुत बढ़िया विकल्प है। आप यहाँ पहाड़ों की सुंदरता के साथ-साथ कॉफी के बागान भी देख सकते हैं। आप यहाँ से भवानासी झील, अराकू घाटी, मुचकुंडी नदी का सफर भी कर सकते हैं। अनंतगिरि हिल्स से हैदराबाद 90 कि.मी. दूर है।
25. त्रिपुरा: जंपुई
जंपुई हिल त्रिपुरा का एक फेमस हिल स्टेशन है। जो समुद्र तल से 3,000 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। चारों तरफ पहाड़ों से घिरा ये हिल स्टेशन चित्तागंग पहाड़ी का एक खूबसूरत नज़ारा दिखाता है। कंचनपुरा घाटी यहाँ से देखने में बहुत खूबसूरत लगती है। जो त्रिपुरा और मिजोरम की पहाड़ी रेंज मे आता है। ये हिल स्टेशन हरियाली से भरा हुआ है, यहाँ कैंपिंग बहुत होती है। यही वजह है कि विदेशी पर्यटकों के लिए पसंदीदा जगह है। जंपुई हिल स्टेशन अगरतला से 200 कि.मी. दूर है।
26. उत्तर प्रदेश: चित्रकूट
चित्रकूट हिल स्टेशन कामदगिरी पर्वत पर स्थित है। ये जगह हिंदूओं के लिए बहुत मायने रखती है क्योंकि भगवान श्रीराम की कुछ घटनाएँ यहाँ से जुड़ी हैं। यहाँ कई किलोमीटर में फैला जंगल है, पर्वत है और गुफाएँ भी। ये सब किसी का भी मन मोह लेगा। यहाँ देखने के लिए गुप्त गुदावरी, रामघाट और कामदगिरी हिल भी है।
कैसे पहुँचें?
सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट इलाहाबाद में 125 कि.मी. दूर है और रेलवे 8 कि.मी. करबी है।
27. उत्तराखंड: चकराता
खूबसूरती और कई रंगों को दिखाता है चकराता का सफर। यहाँ देवदार का सुंदर जंगल है, घुमावदार रास्ते और इन खूबसूरत रास्तों के चारों तरफ फैले थे, हरियाली से लदे पहाड़। चकराता देहरादून से 90 कि.मी. दूर है। चकराता में देखने के लिए कई जगहें हैं लाखामंडल और टाइगर फाॅल्स। टाइगर फॉल्स बहुत खूबसूरत है और उससे भी खूबसूरत है, वहाँ तक पहुँचने का रास्ता। चकराता को अच्छी तरह से देखने के लिए कम से कम 2-3 दिन होने चाहिए।
कैसे पहुँचें?
चकाराता से सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट जालीग्रांट, देहरादून है और रेलवे स्टेशन भी देहरादून में है।
28. पश्चिम बंगाल: दार्जिलिंग
माथे पर कंचनजंगा शिखर का मुकुट पहने दार्जिलिंग हिल स्टेशनों की रानी के नाम से जाना जाता है। दार्जिलिंग में रोमांच और नज़ारों के साथ और भी बहुत कुछ है। जो इसे हिमालय के बाकी हिल स्टेशनों से अलग बनाता है । यहाँ की आबोहवा, रंगीली संस्कृति, शांत सुरम्य मठ और सजीली टॉय ट्रेन इसे बाकी जगहों से अलग दर्जा देती है। चाय के शौकीनों के लिए दार्जिलिंग में दुनिया भर में चाही जाने वाली चाय की तरह-तरह की किस्में हैं। इन सबको देखने और जीने के लिए दार्जिलिंग जाना तो बनता ही है।
कैसे पहुँचें?
पश्चिम बंगाल के इस छोटे से कस्बे तक आप रेल से करीबी स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी तक जा सकते हैं या सिलिगुड़ी से बस भी ले सकते हैं।
अब आप किसी भी राज्य में रहते हों, आपके पास अपना हिल स्टेशन है। तो आप कहाँ जाना पसंद करेंगे हमें कॉमेंट्स में बताएँ।
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