मैं हमेशा ऐसे सफर करना चाहती हूँ की जहाँ भी जाऊ वहां के स्थानीय लोगों के जीवन से जुड़ूं। इसीलिए होमस्टे में रहना हमेशा मेरी पहली पसंद होती है। द ब्लू शीप तीर्थन एक प्यारा सा बेड एंड ब्रेकफास्ट है और तीर्थं घाटी में बाजार से ठीक पहले आता ह। बंजर कुल्लू जिले में आता है। यहाँ मुझे बहुत सारे किस्से कहानियां , अच्छा खाना तो मिला ही , साथ में हिमाचल की संस्कृति को जानने का भी मौका मिला।
जीभी नदी के किनारे बसा एक छोटा सा क़स्बा है और यहाँ आप नदी के किनारे रात का खाना खाने आ सकते हैं। यहाँ बहुत सारे झरने हैं जहाँ जाने के लिए सुन्दर लकड़ी के पुल पार करने होते हैं। यहाँ एक अनोखा घर भी है जिसके बारे में कई कहानियां प्रसिद्ध हैं।
होमस्टे से 15 किलोमीटर की दूरी में बाहु है जहाँ की पूरे साल ही बर्फ मिलती है। यहाँ पुराने लकड़ी के घर हैं जिनमें हिमाचली स्टाइल की छत है। यहाँ से आपको दूर दूर तक सफ़ेद पहाड़ों की चोटियां दिखेंगी। वहां से कुछ देर चलने के बाद ही भलुनाग का मंदिर आता है। ये मंदिर जंगल के बीचों बीच है। ये जंगल में चलते हुए कई बार अच्छे किस्से कहानियां सुनने को मिलते हैं। जहाँ पर बस रूकती है वहीँ पर आपको बहुत सारे मोमो और अंडा पाव की दुकानें भी मिलेंगी। यहाँ आप कम पसे में बहुत अच्छा खाना खा सकते हैं।
अगर आप तीर्थन आएं तो इस पास में जाए बिना वापस न जाएँ। यहाँ से आपको दूर दूर तक ढ़ालाधर की पर्वत श्रंखला दिखाई देगी। यहाँ आप किसी भी ढाबे में बैठ के राजमा चावल या कड़ी चावल खा सकते हैं। या फिर ऊपर किसी चोटी में बैठ के सूर्यास्त का नज़ारा देख सकते हैं। यहाँ से आप पास में स्थित सेरोलसर झील में भी जा सकते हैं। या फिर कुछ देर चल के रघुपुर किले से घाटे के दृश्य भी देख सकते हैं।
चैनी कोठी , शारची , गुशैणी और ऐसे कई और गांव में आप घूमने जा सकते हैं। आप यहाँ होस्ट से बात करके अपनी यात्रा तय कर सकते हैं।
ये ब्लॉग जपलीन कौर के ब्लॉग Dogs, Cats, Himachali Food and a Badass Couple Welcome You at This Retreat in Tirthan Valley का हिंदी अनुवाद है।
ये जगह बानी है:
उन लोगों के लिए जो पहाड़ों में रहने वाले लोगों के कठिन जीवन के बारे में जानना और समझना चाहते हैं। चाहे आप अपने करीबियों के साथ एक सुकून भरी छुट्टियां बिताना चाहते हों या फिर अकेले ही सफर में निकल पड़े हों , यह जगह आपको ज़रूर ही कुछ न कुछ देगी। ये जगह परिवारों के घूमने के लिए बहुत अच्छी है। यहाँ न सिर्फ आपके बच्चो बल्कि साथ में आये जानवरों का भी मन लगा रहेगा। रोमांच के लिए हमेशा अपनी बाहें खुली रखें, यहाँ शहर जैसी चका चौंद नहीं मिलेगी लेकिन हिमाचली लोगों के अतिथि स्वागत से आप खुश ज़रूर हो जायेंगे।
घर के बारे में
ब्लू शीप तीर्थन में आपके होस्ट हैं शीना और आदित्य। ये एक अनोखा जोड़ा है। शीना हिमाचल की सेराज घाटी से हैं और अपने आस पास महिलाओं से जुडी हुई धारणाओं को तोड़ते हुए उन्होंने ये काम शुरू किया है। आदित्य आधे तमिल और आधे स्पेनिश हैं जो की काफी सुलझे हुए हैं और पबजी के अच्छे प्लेयर हैं। ये दोनों एक दुसरे से कॉलेज में मिले और साथ दुनिया घूमने का इरादा बना लिया।
पर जीवन में हमेशा आप जैसा कहते हैं वैसा नहीं होता इसीलिए दोनों ही कुछ समय बाद हिमाचल में शीना के घर चले आये जहाँ उनके माता पिता ने एक होमस्टे की शुरुआत की थी और उसे चलाने में इनकी मदद की ज़रुरत थी। पिछले साल दिसंबर में उन्होंने अपने घर में कुछ फेर बदल किये और यात्रियों के लिए इसके दरवाज़े खोल दिए।
इस घर में 6 कमरे और एक डॉरमिटरी है जिसमे की कुल मिला के 25 लोग तक रह सकते हैं। इस घर की पहली झलक में आपको दिखेंगी सफ़ेद दीवारों में नीली पट्टियां जो की मुझे घर से दूर एक घर का एहसास दिलाती हैं। यहाँ आस पास एक बगीचा हैं जहाँ आपको सेब , पुलम , नाशपाती और जापानी फल के पेड़ मिलेंगे। इस बगीचे में दिखने वाले फल शीना के पिताजी की मेहनत का नतीजा है। वो आपको ज्यादातर बगीचे में ही नज़र आएंगे। आस पास के नज़ारे ऋतुओं के हिसाब से बलदालते रहते हैं। यहाँ आपको मई के महीने में फूल खिलते हुए मिलेंगे , अगस्त में बहुत सारे फल और जनवरी में सब सफ़ेद चादर में ढक जाता है ।
यहाँ आपको आते हुए सौहार्द का एक माहौल मिलेगा। देवदार की लकड़ी की दीवारें और फर्नीचर कमरों को बहुत ही सुन्दर बना देते है। कॉमन रूम और डाइनिंग रूम में आप आये हुए और मेहमानों से भी मिल सकते हैं। अगर बाहर ठण्ड भी हो तो घर के अंदर एक तंदूर है जो की घर को गर्म बनाये रखता है। तंदूर के आस पास बैठ के शीना अपने गांव के किस्से कहानियां भी सुनती हैं। और सच में उनमें कहानियां सुनाने का हुनर भी है। शीना हमेशा ही अपनी बातों से समां बाधें रखती हैं और आदि पास में ही बैठे मुस्कुराते रहते हैं।
घर में हमेशा ही शीना, आदित्य उनके कुत्ते मोमो और ठंठुक एक अच्छा माहौल बनाये रखते हैं और यहाँ के कर्मचारी भी काफी अच्छे हैं।
जब मैंने कहा था की आपको यहाँ हिमाचली संस्कृति का अनुभव होगा मेरा मतलब यह था की यहाँ होस्ट शीना और आदित्य कई बार खुद आपके लिए खाना बनाते हैं। यहाँ मासाहारी थाली से लेके पैनकेक तक आपको सब मिलेगा। मुझे ख़ास तौर पर शीना के हाथ का सिद्दू बहुत पसंद है। ये एक स्थानीय हिमाचली डिश है जो की बाओ के जैसा दिखता है और अंदर अखरोट का पेस्ट भरा होता है और इसको घी में सेंकते हैं। इससे बढ़िया खाना मैंने और कहीं नहीं खाया। आप और हिमाचली डिश के लिए शीना को परेशान कर सकते हैं। वो हमेशा ही कुछ नया बनाने के लिए तैयार रहती है। आप भी उनकी माड़ कर कुछ नया सीख सकते हैं।
दाम
हर महीने ही रूम का किराया अलग लग होता है पर यहाँ आपको 1800 रुपये से लेके 2500 रुपये तक के रूम मिलेंगे जिसमे की खाने का खर्च अलग से देना होता है। यहाँ होमस्टे के साथ एक कैफ़े भी हैं जहाँ आपको किफायती दाम में अच्छा भोजन मिलता है। यहाँ डारमेट्री में एक बीएड की कीमत 750 रुपये है।
अप्रैल से जून तक यहाँ आने का सबसे अच्छा समय है। इन महीनों में यहाँ आपको चiरों तरफ फूल ही फूल दिखेंगे और नज़ारे और भी सुन्दर हो जाते हैं। इस समय में यहाँ आके आप फल तोडना भी सीख सकते है। इस समय में आपके होस्ट आपको जैम और चटनी बनाना भी सीखा सकते हैं। अगर आप अक्टूबर या दिसंबर के महीनों में जाएंगे तो आपको सुन्दर सुबह और शाम को बॉन फायर मिलेंगे। आपको क्या देखना है उस हिसाब से आप आने का समय तय कर सकते है।
होमस्टे में आके क्या करें ?
• आराम से बैठें और कुत्तों के साथ खेलें
• शीना और आदि के साथ मिल के कुछ नया खाना बनाना सीखें
• गर्मियों के समय में आप पास के तालाब में जा सकते हैं
• किताब पढ़ें और नज़ारे देखें
• छोटी हाईक या ड्राइव में जा सकते हैं
होमस्टे के आस पास कहाँ जाएँ
आप तीर्थन में और उसके आस पास बहुत साड़ी जगह जा सकते हैं। जैसे की