आजकल लोग शहरी शौर शराबे ,प्रदुषण से कुछ दिनों की राहत लेने के लिए ऐसी जगहों की तलाश करते हैं जहाँ जाकर ना तो शोर शराबा मिले ,शुद्ध हवा एवं केवल और केवल सुकून मिले। हिमाचल ,उत्तराखंड ,कश्मीर आदि के अधिकतर प्रसिद्द हिल स्टेशन भी आजकल ज्यादा भीड़ जाने से सुकून तो नहीं दे सकते। इसीलिए बड़े शहरों ,हिल स्टेशन से कटे पहाड़ों के बीच बसे सुदूर गाँव आजकल ट्रेंडिंग में आ रहे हैं। पिछले कुछ सालों में इंटरनेट पर ओफबीट जगहें काफी ढूंढी जा रही हैं। ऐसी ही एक ऐसी जगह आप हम चलेंगे जिसके बारे में अधिकतर लोग एकदम अनजान हैं।
हिमाचल का नाम आते ही लोगों के मन में दो नाम सबसे पहले आते हैं एक तो शिमला और दूसरा कुल्लू मनाली। यहाँ साल के 12 महीने भीड़ पहुंची रहती हैं। यहाँ की रिवर राफ्टिंग ,स्नो फॉल अनुभव ,मॉल रोड ,पैराग्लिडिंग जैसी चीजें पुरे भारत में प्रसिद्द हैं। ऐसे में भीड़ यहाँ इतनी पहुंचने लग गयी कि कई बार लोगों को यहाँ पहुंचने के बाद भी घंटों घंटों जाम में फंसना पड़ता हैं। ये चीजे देखकर कई बार लोग इधर आ कर यह सोचते हैं कि हम इधर ना आते तो बढ़िया होता। लेकिन अगर आप मनाली की जगह अगली बार 'शोजा ' चले जाएंगे तो यह तो पक्का है कि आपको यहाँ अद्भुद शान्ति का अनुभव होगा।
कुल्लू से 70 किमी दूर स्थित हैं यह गाँव शोजा। काफी छोटा सा गाँव हैं जहाँ ठहरने के लिए नाम मात्र के विकल्प हैं। लेकिन इसी कारण से यहाँ केवल वो ही लोग आते हैं जिन्हे वास्तव में सुकून की तलाश हैं या जो कुछ समय प्रकृति की गोद में बिताना चाहते हैं। यह जगह सेराज घाटी में आती हैं। समुद्रतल से यहाँ की ऊंचाई 2400 मीटर हैं। इस गाँव में घूमने के लिए ज्यादा ऑप्शन नहीं हैं। केवल आप यहाँ के जंगल में नेचर वॉक कर सकते हैं ,सर्दी में स्नोफॉल देख सकते हैं या गाँव के लोगों की संस्कृति देख सकते हैं। गाँव के आसपास काफी चीजें हैं जहां सुबह से शाम तक घूमकर आप वापिस होटल आ सकते हैं।इस जगहों में प्रमुख हैं -
1. जालोरी दर्रा :
सबसे पहले यहाँ से केवल 5 किमी दूर जालोरी पास मौजूद हैं जो कि पर्यटकों के बीच में एक जानी मानी जगह हैं। सर्दियों में यह दर्रा बंद रहता हैं। ये जवानी है दीवानी फिल्म की शूटिंग इस जालोरी पास के आस पास ही हुई थी।
2. तीर्थन घाटी :
तीर्थं घाटी को कौन नहीं जानता। यहाँ का जीभी गाँव वर्ल्ड फेमस टूरिस्ट स्थल हैं। बहती नदियां , हरी-भरी घाटियां ,एप्पल के बगीचे जैसी प्राकृतिक चीजें यहाँ हज़ारों टूरिस्ट को खींच लाती हैं।यहाँ साहसिक गतिविधियों के भी प्रचुर ऑप्शंस है जैसे ट्राउट फिशिंग , रैपलिंग , रॉक क्लाइम्बिंग आदि।
3. सरोलेसर झील :
यह जगह जालोरी पास से भी लगभग 5 किमी दूरी पर स्थित है।यह झील एकदम शांत जगह बनी हुई हैं ,जहा बैठकर छोटी सी पिकनिक मनाई जा सकती हैं। याद रहे यहाँ आसपास खाने की चीजों के लिए दुकानें नहीं हैं। यहा एक मंदिर भी हैं जो देवी बूढ़ी नागिन को समर्पित है।
4. रघुपुर किला :
यह किला शोजा के पास स्थित एक ऐतिहासक जगह है। मंडी शासकों ने खुद को आक्रमण से बचाने के लिए इस किले का निर्माण किया था। वैसे तो किले में अब ऐसा कुछ ख़ास देखने को नहीं रहा हैं लेकिन यहाँ तक का पैदल ट्रेक काफी शानदार हैं। जालोरी दर्रे से 3 किलोमीटर की पैदल दूरी पर है।
सही समय: मई से जून और सितम्बर से नवम्बर यहाँ फॅमिली टाइम बिताने के लिए परफेक्ट हैं। जुलाई और अगस्त में इधर बारिश काफी रहती हैं और सर्दियों में यहाँ तापमान काफी कम चला जाता हैं।
कैसे पहुंचे : इस गाँव तक तो आपको टैक्सी करके ही आना पड़ेगा। यहाँ से नजदीकी हवाई अड्डा ,कुल्लू हवाई अड्डा हैं।यह जगह कुल्लू से 70 किमी की दूरी पर हैं। कुल्लू से टैक्सी करके यहाँ पंहुचा जा सकता हैं।
-ऋषभ भरावा