हमारे देश का पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है यहाँ की खूबसूरत वादियां और शांत वातावरण देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कोने-कोने से पर्यटकों को अद्भुत इसकी ओर खींच लाता है। जब भी कभी घूमने-फिरने की बात आये, हिमाचल प्रदेश के शिमला-मनाली जैसे प्रसिद्द हिल स्टेशंस तो हर किसी की जुबान पर सबसे पहले आने वाले शब्दों में बने ही रहते हैं और देश के कुछ चुनिंदा हनीमून डेस्टिनेशंस की लिस्ट में भी इनका नाम हमेशा टॉप पर बना रहता है। इनमें से अगर मनाली की बात करें तो यहाँ के ऊँचे-ऊँचे हरियाली और बर्फ से ढके हिमालय के पर्वतों के नज़ारे तो हर किसी को इस सुन्दर हिल स्टेशन का दीवाना बना ही देते हैं लेकिन इसी मनाली में ऐसे ही खूबसूरत नज़ारों के बीच छिपी हैं सैंकड़ों वर्षों पहले बनी एक बेहद सुन्दर और ऐतिहासिक विरासत। मनाली की यात्रा वास्तव में इस मिट्टी, लकड़ी और पत्थर से बनी अद्भुत विरासत को देखे बिना पूरी हो ही नहीं सकती। आज के हमारे लेख में हम कई बॉलीवुड फिल्मों में दिखाए गए इसी सुन्दर किले के बारे में बताने वाले है। चलिए शुरू करते हैं...
नग्गर कैसल (Naggar Castle)
जिस खूबसूरत पहाड़ी किले की हम बात कर रहे हैं वो हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के नग्गर में स्थित है। मनाली और कुल्लू शहर के करीब बीचों-बीच बसा ये छोटा शहर नग्गर अपने शांति भरे वातावरण और खूबसूरत नज़ारों के लिए भी जाना जाता है। कुल्लू से इसकी दुरी की बात करें तो यह करीब 25 किलोमीटर है और मनाली से इसकी दूरी करीब 22 किलोमीटर है। बताया जाता है कि वर्ष 1460 में नग्गर किले का निर्माण राजा सिद्ध सिंह ने करवाया था और इसी में शाही परिवार निवास करता था साथ ही इसका उपयोग शाही मुख्यालय के तौर पर भी किया जाता था। बाद में 19वीं सदी के मध्य में जब अंग्रेजों का इस पर अधिकार हो गया तो उन्होंने भी यहाँ कुछ अतिरिक्त निर्माण किये जैसे कि कुछ सीढ़ियां, चिमनी वगैरह सुविधानुसार इसमें जोड़ी गयी। इसके अलावा बताया जाता है कि आजादी से पहले यानी 1947 तक इसका उपयोग कोर्टरूम के तौर पर किया जाता था। आज के दिन यह किला भारत सरकार के अधीन है और हिमाचल प्रदेश पर्यटन के साथ ही पूरे देश के सबसे बेहतरीन पर्यटन स्थलों में से एक के तौर पर जाना जाता है।
नग्गर कैसल की अद्भुत वास्तुकला
इस सुन्दर किले की बनावट आज भी हर देशी-विदेशी को अचंभित कर देती है। इसकी खूबसूरती का दीवाना तो हर पर्यटक होता ही है साथ ही इसकी मजबूती भी हर किसी को अचंभित कर देती है। आपको बता दें कि इसके निर्माण में मुख्य तौर पर लकड़ी, पत्थर और मिट्टी का उपयोग किया गया है और सैंकड़ों वर्षों पहले बने इस खूबसूरत महल को बनाने में एक कील का भी इस्तेमाल नहीं किया गया है। जब हमें इस बारे में पता लगा तो हम भी सोचने पर मजबूर हो गए। हालाँकि ये बात इस किले को अपने आप में प्राचीन वास्तुकला का बेहतरीन उदारहण बनाती है लेकिन इसकी विशेषता यहीं ख़त्म नहीं होती। इस किले की मजबूती आज भी इतिहासकारों और वास्तुकला विशेषज्ञों को अचरज में डाल देती है और उनके अनुसार यह किला किसी अजूबे से कम नहीं है क्योंकि इसका निर्माण इतनी मजबूती से किया गया है कि वर्ष 1905 में यहाँ आये भयंकर भूकंप से भी इस किले को कोई खास नुकसान नहीं हुआ था।
इसके अलावा किले कि निर्माण शैली की खूबसूरती की भी जितनी तारीफ की जाये उतनी ही कम है जो इसे फोटो लवर्स के लिए भी एक शानदार स्थान बनाती है। जब हम यहाँ पहुंचे तो यह महल वास्तव में हमारी उमीदों से कहीं अधिक सुन्दर लग रहा था साथ ही यहाँ से दिख रहे कुल्लू घाटी के बेहद खूबसूरत प्राकृतिक नज़ारे हमारे मन में हमेशा के लिए बस गए हैं। प्राकृतिक सुंदरता और हिमाचली प्राचीन वास्तुकला मिलकर इस जगह को एक परफेक्ट डेस्टिनेशन बना देते हैं।
बॉलीवुड का भी है पसंदीदा शूटिंग स्थल
नग्गर कैसल अगर आज पर्यटकों के बीच इतना लोकप्रिय हो चूका है उसके पीछे बॉलीवुड मूवी 'जब वी मेट' का भी योगदान है। इस फिल्म के लोकप्रिय गाने 'ये इश्क़ हाय ' की अधिकतर शूटिंग नग्गर कैसल और आस पास के क्षेत्रों में हुई है जिसके बाद युवाओं में यह किला काफी तेज़ी से लोकप्रिय हुआ। हालाँकि इसके पहले भी यह किला बॉलीवुड की पसंदीदा जगह रहा है और कई फिल्मों जैसे कि ‘तेरे नाल लव हो गया’, ‘माचिस’, ‘रोजा’, ‘द हीरो’, ‘इंडियन' इत्यादि में यह किला देखा जा सकता है। इसके अलावा भी बताया जाता है कि यहाँ कई टीवी सीरियल कि भी शूटिंग हो चुकी है। यह जगह एक शानदार शूटिंग स्थल है इसे इस बात से भी समझा जा सकता है कि जब हमने यहाँ कैसल के आस-पास की कुछ दुकानों में लोगों से इस बारे में बात की तो समझ आया कि बॉलीवुड स्टार्स की बातें उन्हें इतना उत्सुक नहीं करती। फ़िल्मी एक्टर्स के लिए वे बड़ी सहजता से बस कह देते हैं की यहाँ तो कोई न कोई एक्टर आते ही रहते हैं चाहे फिल्मों की शूटिंग के लिए हो या फिर टीवी सीरियल की। दिल्ली जैसे शहरों में हम जिन स्टार्स के लिए जमघट लगा देते उनके लिए इतनी सहजता से बातें सुनना भी एक अलग अनुभव था।
नग्गर कैसल और हेरिटेज होटल
बताया जाता है कि 1978 में नग्गर कैसल को किराये पर दिया जाने लगा था और फिर कुछ वर्ष पहले ही हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग ने इसे एक हेरिटेज होटल में तब्दील कर दिया है। यहाँ एक रेस्तरां भी है जहाँ आप स्वादिष्ट गढ़वाली भोजन का आनंद ले सकते हैं और वो भी कुल्लू घाटी के शानदार नज़ारों के साथ। इसके अलावा इस रेस्तरां के एक हिस्से को झरोखों की स्टाइल का भी बनाया हुआ है जहाँ बैठकर इतने खूबसूरत नज़ारों को निहारते हुए लंच या डिनर करने का अनुभव सच में बेहतरीन रहता है।
निकोलस रोरिक आर्ट गैलरी
नग्गर कैसल के साथ ही पूरे नग्गर की प्राकृतिक खूबसूरती और अद्भुत शांति हर किसी के मन में यहीं बस जाने का ख्याल बसा देती है और कुछ ऐसा ही हुआ एक बेहद प्रसिद्द रूसी कलाकार और दार्शनिक निकोलस रोरिक के साथ जब वर्ष 1920 में उन्होंने नग्गर में स्थायी तौर पर रहने का निश्चय किया और अपने जीवन के अंतिम वर्ष 1947 तक वे यही पर रहे। नग्गर में जहाँ पर वे रहे उसे आज रोरिक आर्ट गैलरी और म्यूजियम में बदल दिया गया है। यहाँ आप उनकी कला के कुछ नमूनों के साथ उनकी कुछ निजी वस्तुएं भी देख सकते हैं साथ ही उनकी कार भी आपको यही म्यूजियम में कड़ी दिख जाएगी।
प्रवेश समय और प्रवेश टिकट
नग्गर कैसल में प्रवेश समय सुबह 9 बजे से 6 बजे तक रहता है और अगर यहाँ प्रवेश टिकट की बात करें तो इसकी कीमत 50 रुपये प्रति व्यक्ति रहती है।
तो इस तरह से आप मनाली में अगर आप कुछ हटकर देखना चाहते हैं तो नग्गर की प्राकृतिक खूबसूरती और साथ ही यहाँ का नग्गर कैसल आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प रहेगा जिसे आपको आपकी मनाली यात्रा में जरूर शामिल करना चाहिए। इससे जुड़ी जितनी भी जानकारी हमारे पास थी हमने आपसे इस लेख के माध्यम से साझा करने की कोशिश की है। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इस आर्टिकल को लाइक जरूर करें और साथ ही ऐसी ही अन्य जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो भी कर सकते हैं
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