हिमाचल की खूबसूरत वादियों की सैर
हिमाचल प्रदेश की गोद में बसा एक छोटा सा शहर डलहौजी, जो यहां आने वाले पर्यटकों के लिए स्वर्ग के सामान है। जो प्राकृतिक परिदृश्य, घाटियों, फूलों, घास के मैदान, तेज प्रवाह वाली नदियों तथा पहाड़ अपनी ओर आकर्षित करते हैं। डलहौज़ी हिमांचल प्रदेश की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और प्राचीन आकर्षण के लिए प्रसिद्ध है। गर्मियों के समय में अंग्रेजों का सबसे पसंदीदा स्थान डलहौजी था, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में राजसी विक्टोरियन शैली दिखाई देती है।
डलहौजी देश के भीड़ वाले शहरों से दूर एक विचित्र शहर है जो आपको प्रकृति की गोद में होने का अनुभव करवाता है और एक प्रदूषण मुक्त वातावरण देता है।अगर आप हिमाचल प्रदेश या इसके आसपास की जगहों की यात्रा करने जा रहे हैं तो आपको इस प्राकृतिक सुंदरता वाले शहर डलहौजी जरुर जाना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश आपकी यात्रा का सबसे यादगार अनुभव बन सकता है “अगर ठान ले तो सब संभव है” इंसान दुनियाँ के हर कोने में जा सकता है | बर्फ के पहाड़ों पर हीरा जैसी बिखरी बर्फ की चादर मानो मन को मोह रही थी | हिमालय पर्वत के चारों ओर बर्फ की सफेद चादर चांदी सी चमक रही थी | डलहौजी एक बहुत ही खूबसूरत एवं मनमोहक पर्वतीय स्थल है। पर्वतों से घिरी इस जगह पर देखने के लिये बहुत कुछ है।
हिमाचल की सुबह : हिमालय की ऊपरी सतह पर पहुँचने जैसा अनुभव डलहौजी जाते समय लगा | वहाँ के गाँव का सोचकर लग रहा था पहाड़ों में रहने वाले लोगों का जीवन कैसा होगा ? पहाड़ी के किनारे पर अगर ठान ले तो सब संभव है | पहाड़ों का अनुभव भी एक अनोखा अनुभव है | और वहाँ का सूर्योदय बड़ा ही अद्भुत है | हिमाचल में जाकर पहाड़ों की ऊँची चोटी से बेहद सुंदर दृश्य का आनंद ले सकते हैं |
डलहौजी की सुबह : पक्षियों के कोलाहल से सुबह सुहानी हो जाती है और ह्रदय को बड़ा सुख मिलता है| कहीं धूप, कहीं बारिश का मौसम अति सुहावना लगता है | यात्रा पर जाने से पहले आप अपने साथ कुछ गरम कपड़े बहु जरूर लेकर जाएँ क्योंकि वहाँ का मौसम काभी भी ठंड हो जाता है | यात्रा के साथ हमें अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना है |
डलहौजी धौलाधार पर्वत श्रंखला के मध्य स्थित एक बहुत की खूबसूरत पर्यटक स्थल है। पांच पहाड़ो पर स्थित यह पर्वतीय स्थल चंबा जिले का हिस्सा है। अंग्रेजों ने 1854 में इसे बसाया और विकसित किया तथा तत्कालीन वायसराय लार्ड डलहौजी के नाम पर इस जगह का नाम डलहौजी रखा गया। मनमोहक वादियों से घिरा डलहौजी में माल रोड घूमने का अपना अलग ही मजा है। शाम के समय माल रोड पर घूमने की प्लानिंग कर सकते हैं।
शाम के समय माल रोड बाजारों से बेहद जगमगाता है। साथ ही दोपहर में सेंट जॉन्स चर्च और सेंट फ्रांसिस चर्च जा सकते हैं। उसके बाद माल रोड का लुत्फ उठा सकते हैं।
डलहौजी में देखने के लिए एक खज्जियार नामक स्थान है। डलहौजी शहर से खज्जियार 24 किमी दूर है, जो अपने देवदार के घने पेड़ों से ढका हुआ है। 6,500 फीट की ऊंचाई पर मैजूद खाज्जिअर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सुरम्य परिदृश्य की वजह से डलहौजी के पास घूमने की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। इस जगह पर आप पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, घुड़सवारी और जॉर्बिंग जैसी मजेदार गतिविधियां कर अपनी यात्रा को अधिक प्रभावशाली बना सकते हैं।
हिमाचल की शाम : पहाड़ों का सूर्योदय और सूर्यास्त बाद ही सुंदर दृश्य होता है | हर कोई पाहड़ों की सुबह और षां का आनंद लेना चाहेगा | हिमाचल की शाम हमारी यात्रा की सुखद शाम होती है वहाँ का सूर्यास्त दिनभर की थकान दूर कर देती है | मन कर्ता है ऐसी शाम प्रतिदिन देखने को मिले | सूर्यास्त की नीचे लेख की चादर बहुत ही शानदार लग रही थी | इतना अति सुंदर दृश्य मैंने अपने जीवन में पहली बार देखा था | नदी और लेख की सफेद चादर हमारी यात्रा को यादगार बना रही थी | अगर आप हिमाचल जाने की योजना बना रहे हैं तो नीचे दिए गए चित्र में दि गई शांम से ज्यादा आप भी हिमाचल की शाम का सुंदर दृश्य देख सकते हैं |