अखबार उठाओ, या कोई न्यूज़ चैनल देखो, हर जगह प्लास्टिक वेस्ट से होने वाले नुकसान की खबरें बिछी पड़ी हैं; कभी औली कूड़े का ढेर बन जाता है तो कभी मनाली! लेकिन इस सब के बीच भारत की खूबसूरत जगहों को बचाने के लिए कदम भी उठाए जा रहे हैं और इस पहल में अब आगे आ गया है हर किसी की पसंदीदा जगह गोवा!
गोवा में बढ़ते प्लास्टिक कूड़े की परेशानी से निबटने के लिए गोवा सरकार पहले से ही राज्य में सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर बैन लगा चुकी है जो सितंबर से लागू होने वाला है। इस पहल को एक कदम आगे ले जाने के लिए अब गोवा टूरिज़म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (GTDC) अपने होटल और मुख्यालयों में भी किसी भी तरह के सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इस्तेमाल को तुरंत प्रभाव से बंद कर रही है। यानी अब आप अगर किसी भी GTDC के होटल में बुकिंग कराते हैं तो आपको प्लास्टिक बॉटल, स्ट्रॉ, ग्लास और कटलेरी जैसी चीज़ें नहीं दिखेंगी।
प्लासटिक की बोतलें टूरिज़म इंडस्ट्री में इस्तेमाल की जाने वाली एक अहम चीज़ है लेकिन यही बोतलें समुद्री प्लास्टिक प्रदूषण को बढ़ाने में 20% की हिस्सेदारी रखती हैं। गोवा टूरिज़म विभाग आने वाले कुछ महीनों में इस तरह के प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने और रोकने के लिए अभियान भी चलाएगा ताकी गोवा को 2022 तक प्लास्टिक फ्री बनाने के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।
गोवा टूरिज़म की ये नई पहल ज़रूरी तो है ही साथ ही काबिल-ए- तारीफ भी है। पिछले कुछ वक्त में केरल, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्य भी प्लास्टिक वेस्ट को कम करने के लिए ऐसे कदम उठा चुके हैं। लेकिन भारत की सुंदरता और दुनिया को प्लास्टिक प्रदूषण से बचाने के लिए हम यात्रियों को भी अपना कर्तव्य निभाना होगा और एक ज़िम्मेदार यात्री बनाना होगा!