यदि आप गोवा, मुंबई और दमन दीव जैसे समुद्र तटों (गोवा) पर घूमने के बाद एक ताज़ा और शांत समुद्र तट की तलाश कर रहे हैं, तो यह आपकी खोज पठानकोट के चमरौर जाने में समाप्त हो सकती है। यहां एक विशाल झील महाराजा रणजीत सागर बांध के पानी से बनी है। यहां का मौसम पर्यटकों को खास तौर पर आकर्षित करता है। यहां बना अटल सेतु ब्रिज पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचता है, क्योंकि यह पूरी तरह से केबल पर बना है। रविवार को यहां पर्यटकों की काफी भीड़ देखी जा सकती है। यहां मनोरंजन का भी भरपूर इंतजाम है। चमरौर का यह इलाका इस खूबसूरत झील के कारण बहुत खुनसुरत लगता है | यहां पे आप फॅमिली के साथ पिकनिक क्र सकते हैं , आप इस झील में बोटिंग का मज़ा भी ले सकते हैं | यह आज के पंजाब का इक्क्लौता इतना खूबसूरत हिल स्टेशन है | अक्सर पर्यटक यहां परिवार और दोस्तों के साथ शामें बिताने पहुंचते हैं। बहुत कम समय में इस जगह ने बड़ी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। इस वजह से इस जगह को मिनी गोवा भी कहा जाता है। ऐसा इसके तट के गोवा जैसे होने के कारण है |
णजीत सागर बांध पंजाब का सबसे बड़ा डेम है | जो पुरे पंजाब को बिजली देताऔर मोहियात करता है | इस डेम के आसपास की नेचुरल ब्यूटी इतनी लुभावनी है कि दूर दूर से टूरिस्ट यहाँ खींचे चले आते हैं | इस स्थान के आसपास कई साइटिंग पॉइंट भी बने हुए हैं जहां से आप दिलकश पहाड़ियों का एक विहंगम दृश्य ले सकते हैं |
मिनी गोवा पठानकोट में देखने के लिए कौनसे जगह हैं आईये आपको बताते हैं .....
श्री गुरु नानक पार्क
श्री गुरु नानक पार्क पठानकोट में काफी हरियाली है और अगर आपको यहां की हरियाली का असली मजा लेना है तो आप यहां के गुरु नानक पार्क में जा सकते हैं शहर के मध्य में बना यह पार्क पठानकोट के वासियों को जोगिंग और खेलकूद का भरपूर मौका देता है | यहां आराम से बैठकर प्रकृति को निहारने के लिए कई बेंचेज भी लगी हुई हैं | पठानकोट शहर को गुरु नानक देव जी ने बसा या था और पठानकोट को कॉक नैक सिटी और पाठान प्रस्था और पैठण भी कहा जाता है |
नागनी मंदिर
नागनी मंदिर , नागनी देवी नाम के अनुरूप नागो की देवी को समर्पित है | यह मंदिर पठानकोट का एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है और इसके पास ही शीतल जल की धारा बहती है ,जिसके पानी मै कहते हैं लोगों को ठीक करने की क्षमता है | यहां आकर आप यहां की स्पेशल मिठाई भी जरूर खाइए गा |
कथलौर कुशलियन वाइल्डलाइफ सेन्चुरी
पठानकोट से थोड़ी दूर स्थित कथलौर कुशलियन वाइल्डलाइफ सेन्चुरी प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग समान है | यहां पर आप हिरण चीतल जैसे सुंदर एवं जंगली जीवो को देखने के साथ साथ जंगल में ट्रेकिंग का भी मजा ले सकते हैं | आपकी सहूलियत के लिए यहां गोल्ड कार्ड से भी घूमने की सुविधा उपलब्ध है |
प्रमुख मार्केट
पठानकोट में खरीदारी करने के सबसे प्रमुख मार्केट में मिशन रोड, गांधी चौक, सिटी सेंटर मॉल ,नोवेल्टी मॉल ,सुजानपुर मार्केट |
गुरुद्वारा श्री बार्थ साहिब
गुरुद्वारा श्री बार्थ साहिब पठानकोट का सबसे प्रतिष्ठित गुरुद्वारा है| इस गुरुद्वारा में गुरु नानक जी के सुपुत्र श्री चाँद जी ने काफी समय मेडिटेशन में बताया था | इस गुरुद्वारापास सरोवर भी है जिसके पास बैठने से आपको शांति और सुकून का अहसास मिलेगा |
शाहपुरकांडी किला
शाहपुरकांडी किला पठानकोट के शाही इतिहास का एक अनमोल पनना है | एक समय पर यह किला पठानी साम्राज्य का गढ़ हुआ करता था | इसके किले का निर्माण जसपाल सिंह पठानिया ने सन 1505 में कराया था और प्राचीन काल में इस स्थान से लाहौर तक की नहर भी बनाई गई थी |
नोवेल्टी मॉल
पठानकोट के लोगों को अगर विंडो शॉपिंग करके टाइम पास करना होता है या कोई मूवी देखने होती है तो पहला नाम जो ध्यान में आता है वह है यहां का नोवेल्टी मॉल| ऐ जगह एंटरटेनमेंट और फैमिली के साथ खानपान करने बेस्ट जगह है यारों से मिलने का एक मीटिंग प्वाइंट बन गया है |
काठगढ़ मंदिर
पठानकोट के समीप काठगढ इलाके में बना काठगढ मंदिर शिव जी को समर्पित मंदिर है | यह मंदिर बियास और चूंच नंदी के संगम के पास बना हुआ है और यहां से आसपास का एक अद्भुत नजारा देखने को मिलता है | इस मंदिर का मुख्य आकर्षण यहां पर स्थापित 6 फीट ऊंचा शिवलिंग है |
नूरपुर
नूरपुर पठानकोट के पास बना एक प्राचीन किला जिसको लगभग 1000 साल पुराना है| इसके किले को डमेरी किला भी कहा जाता है और इसने अंग्रेजो का आक्रमण और १९०५ का भूकंप भी जेला है | इसके किले अंदर एक मंदिर बना हुआ है जहां कृष्ण जी और मीरा जी को पूजा जाता है |
रणजीत सागर बांध
रणजीत सागर बांध पंजाब का सबसे बड़ा डेम है | जो पुरे पंजाब को बिजली देताऔर मोहियात करता है | इस डेम के आसपास की नेचुरल ब्यूटी इतनी लुभावनी है कि दूर दूर से टूरिस्ट यहाँ खींचे चले आते हैं | इस स्थान के आसपास कई साइटिंग पॉइंट भी बने हुए हैं जहां से आप दिलकश पहाड़ियों का एक विहंगम दृश्य ले सकते हैं |
मुक्तेश्वर मंदिर
मुक्तेश्वर मंदिर, मिनी हरिद्वार नाम से पहचाने जाने वाला मुक्तेश्वर मंदिर पठानकोट एक एहम शिव मंदिर है मुक्तेश्वर मंदिर रवि नदी के तट पर बना हुआ है और इसके आसपास कई सदियों पुरानी गुफाएं बनी हुई हैं जहां कहा जाता है कि पांडवों ने अपने वनवास का आखरी साल व्यतीत किया था
पठानकोट साल भर घूमने के लिए उपयुक्त है लेकिन टूरिस्ट के लिए अक्टूबर से अप्रिल बेस्ट समय है |
जब भी आप पंजाब आएं या पठानकोट होते कश्मीर जाना हो तो इस खूबसूरत जगह को देखना न भूलें |