तो खैर ट्रेन की हेराफेरी के बाद पहली उड़ान के दम पर हम मुंबई आये और बस मार्ग से गोवा की ओर रवाना हुए। पुरे रास्ते भर नारियल पेड़ों का सौंदर्य और हरियाली देखकर तो चित्त प्रसन्न हो उठा। मन ही मन इन्ही नारियल पेड़ों को देखकर गोवा की एक काल्पनिक छवि दिलो-दिमाग में उभर कर आ रही थी। 14 घंटे लम्बी बस यात्रा कर हम सुबह दस बजे गोवा पहुंचे। जल्दी जल्दी अपने होटल की ओर प्रस्थान किया, जानकारी ली और निकल पड़े सबसे पहले तट अंजुना की ओर। गोवा में आपको घूमने के लिए स्कूटी या मोटरसाइकिल भाड़े पर मिल जायेंगे। तो बस लीजिये और हो जाइए फुर्रर।
जिंदगी में पहली बार दूर से ही समुद्र की नीलिमा देखकर हम चिल्ला उठे उउउउहुउउउउ! क्या नजारा था!
ट्रेन की हेराफेरी जिसने दिया हमें पहली उड़ान का आपातकालीन मौका..मौका...(Goa Part I) गोवा के कुछ मनोहारी समुद्रतट (Goa Part II) गोवा के कुछ ऐतिहासिक पन्ने (Goa Part III) आईये जानें आखिर कैसी होती है गोवा की नशीली शाम (Goa Part IV) गोवा के कड़वे अनुभव (Shock at Vagatore Beach, Goa )
चांदी जैसा बालू और नीलम जैसा पानी! ऊपर से नारियल की हरियाली एवं विदेशी सैलानियों की एक लम्बी फ़ौज! लग ही नहीं रहा था की यह हिन्दुस्तान है! कोई उछल रहा था तो कोई कूद रहा था। मस्ताना और वो जो कहते हैं न बिंदास लाइफ। अंजुना में बुधवार को लगने वाला बाजार काफी प्रसिद्ध है।
वागातोर तट की एक नीली छटा
कुछ ही दुरी पर आगे था वागातोर तट। यह भी एक चट्टानी तट है, बगल में ही चपोरा किला भी है। हमसे तो अब रहा ही न गया, हम भी ब्लू पानी में गोते लगाने को कूद ही पड़े! लेकिन यही पर एक घटना ने कुछ पल के लिए मन को उदास कर दिया जिसका जिक्र में पहले गोवा के कड़वे अनुभव (Shock at Vagatore Beach, Goa) में कर ही चुका हूँ।
कलंगूट: मोटरबोट में हाथ की आजमाइश
अब थी बारी सबसे व्यस्त तट कलंगूट और बागा की। कलंगूट में आपको सारे वाटर स्पोर्ट्स जैसे की मोटरबोट राइडिंग, पैराशूट राइडिंग अादि मिल जायेंगे। हर कोई आपको सिर्फ हैट, हाफ पैंट, काले चश्मे और टी शर्ट में ही नजर आएगा। बागा भी बगल में ही है। क्रिसमस और नए साल के मौके पर तो आपको पैर रखने की भी जगह ना मिलेगी यहाँ।
दौना-पौला: जहाँ हुई शूटिंग सिंघम की
गोवा के कुछ अन्य तट हैं जैसे की कैंडोलिम, सिंक्वेरियम, दौना पौला, मीरामार, कोलवा आदि। ये सभी उपरोक्त के मुकाबले काफी शांत है। शांत जगह पसंद है तो यहाँ आईये। सभी पणजी जाने के मार्ग में ही हैं। दौना पौला वही जहाँ सिंघम फिल्म की शूटिंग हुई थी।
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