एलोरा महाराष्ट्र में औरंगाबाद से 20-22 किलोमीटर दूर अपनी गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है| एलोरा का नाम यूनैसको की विश्व विरासत सथल की सूची में शामिल हैं| यह खूबसूरत गुफाएं दक्षिण के राष्ट्रकूट शासकों के काल में बनी थी | एलोरा में पत्थर को काट काटकर गुफाएं बनाई गई थी| हर गुफा के सामने थोड़ा सा समतल मैदान बना हुआ है| एलोरा की गुफाएं हिन्दू, जैन और बौद्ध धर्म से संबंधित है| एलोरा इन तीनों धर्मों का सांझा सथल है| एलोरा में कुल 34 गुफाएं है जिनमें से 17 हिन्दू गुफाएं, 12 बौद्ध गुफाएं और 5 जैन धर्म की गुफाएं है|
मैं जब होमियोपैथी डाक्टरी की मासटर डिग्री करने के लिए महाराष्ट्र के परभणी शहर गया था तब मुझे कालेज से एक दो छुट्टी होने की वजह से इन खूबसूरत गुफाओं को देखने का अवसर मिला था | परभणी से ट्रेन लेकर मैं औरंगाबाद पहुँच गया| फिर औरंगाबाद से एलोरा की गुफाओं को देखने के लिए गया था| आप चाहे तो एलोरा गुफाओं को घूमने के लिए औरंगाबाद से कंडक्टड टूर भी ले सकते हो| जो आपको औरंगाबाद से एलोरा और उसके आसपास भी जगहों को दिखा सकता है| एलोरा भी गुफाओं की कलात्मकता का कोई जवाब नहीं | एलोरा की मूर्ति कला लाजवाब है| मैं भी एलोरा पहुँच कर टिकट घर से टिकट लेकर एलोरा की गुफाओं को घूमने के लिए निकल पड़ा|
वैसे तो एलोरा की गुफाएं देखने लायक है लेकिन गुफा नंबर 16 जिसमें कैलाश मंदिर बना हुआ है सबसे महत्वपूर्ण है| राष्ट्रकूट राजा कृष्ण ने राज्य काल बना कैलाश मंदिर अपनी विशालता और कारीगरी का अद्भुत उदाहरण है| यह मंदिर एक ही पत्थर से बना हुआ है| इस मंदिर का निर्माण ऊपर से पर्वत को काट कर किया गया है| यह मंदिर बिना किसी जोड़ के बना है| दर्शक इस अजब कलाकारी को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं| इसमें कलाकारों ने नरसिंह, शिव पार्वती विवाह, कैलाश को उठाते हुए रावण का दृश्य आदि बनाए गए है जो देखने लायक है| चित्रों में बैल, सिंह, हाथी आदि पशुओं के चित्र देखने लायक है| कैलाश मंदिर के अधिकांश चित्र सुरक्षित है| बौद्ध धर्म की गुफाओं में बौद्ध धर्म से संबंधित अनेक चित्र है| एलोरा में आपको बौद्ध, हिन्दू और जैन धर्म से संबंधित मूर्तियां भी देखने के लिए मिलेगी| बौद्ध गुफाओं में भगवान बुद्ध की विशाल मूर्ति बनी हुई है| एलोरा में आपको भगवान शिव के भी दो रुप देखने के लिए मिलेगें| शिव जी का भयानक और दयालु रुप | असुरों का वध करते हुए शिव का रुप और भक्तों को वरदान देते हुए शिव का रुप| कैलाश मंदिर में शिवलिंग स्थापित है| इस मंदिर का निर्माण पूरे पहाड़ को छेनियों से काट कर बनाया गया| इस मंदिर को हर भारतीय को जीवन में एक बार तो जरूर देखना चाहिए|
कैसे पहुंचे- एलोरा गुफाओं को देखने के लिए आपको महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर पहुंचना होगा जो एलोरा के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है| औरंगाबाद से आप बस या कैब करके एलोरा गुफाओं को देखने जा सकते हैं| रहने के लिए औरंगाबाद में बहुत सारे होटल मिल जाऐगें|