द्वारका गुजरात में भारत के चार धामों और सप्तपुरियों में से एक है| द्वारका भारत का पश्चिम भाग का धाम है | उत्तर भाग का धाम बद्रीनाथ, दक्षिण का रामेश्वरम और पूर्व भाग का पुरी है
द्वारका के दो भाग है गोमती द्वारका और बेट द्वारका | गोमती द्वारका की गिनती चार धामों में होती है| बेट द्वारका को पुरी कहते हैं| द्वारका भगवान कृष्ण की नगरी है उन्होंने यहाँ पर राज्य किया है | भगवान कृष्ण को द्वारकाधीश भी कहा जाता है
अगर आप द्वारका नगरी को घूमने आते हैं तो आपको निम्नलिखित पांच जगहों पर जरुर जाईये|
1. द्वारकाधीश मंदिर- यह द्वारका का प्रमुख मंदिर है इसे जगत मंदिर भी कहा जाता है| यह मंदिर सात मंजिला है और 30 मीटर ऊँचा है| इसमें भगवान कृष्ण की मूर्ति प्रतिष्ठित है जो एक मीटर से भी ऊंची है और बहुत मनोहारी है| यह मंदिर तकरीबन 2500 साल पुराना है| वर्तमान मंदिर को राजा जगत सिंह राठौर ने बनाया है इसीलिए इसको जगत मंदिर कहा जाता है| मंदिर के प्रांगण में शंकराचार्य मठ भी स्थित है| कला की दृष्टि से यह मंदिर बहुत शानदार है |
2. वेट द्वारका- यह जगह द्वारका से 30 किलोमीटर दूर समुद्र में एक छोटे से द्वीप के रूप में है| वेट द्वारका में श्री कृष्ण का महल बना हुआ है जिसमें अनेक देवी देवताओं के मंदिर दर्शनीय है| यहाँ पर सोने की द्वारका के नाम पर एक खूबसूरत मंदिर बना हुआ है जिसमें भगवान कृष्ण की जिंदगी चित्रों के रूप में दर्शाया गया है| इसके अलावा वेट द्वारका में सिख धर्म के पांच प्यारों में से एक भाई मोहकम सिंह का गुरुदारा भी बना हुआ है| इस जगह पर ही भाई मोहकम सिंह का जन्म हुआ था| वेट द्वारका जाने के लिए आपको उखा नामक कस्बे से नाव पकड़ कर जाना होगा|
3. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग - इस जगह का नाम भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में आता है| यहाँ पर नागेश्वर नाम का खूबसूरत मंदिर बना हुआ है जिसका वर्तमान निर्माण भजन गायक कैसेट निर्माता गुलशन कुमार जी ने करवाया था| यहाँ पर भगवान शिव को नाग रुप और माता पार्वती को नागिन रुप में पूजा जाता है| मंदिर के पास ही सवा सौ फीट ऊंची भगवान शिव की विशाल मूर्ति बनी हुई है| द्वारका से आप वेट द्वारका यात्रा के समय इस जगह की यात्रा भी जरूर करें|
4. गोपी तालाब - नागेश्वर मंदिर से तकरीबन तीन किलोमीटर की दूरी पर गोपी तालाब नाम का पवित्र स्थान है जहाँ पर एक छोटा सा कच्चा तालाब बना हुआ है| इस तालाब की मिट्टी पीले रंग की है जिसे गोपी चंदन के रूप में प्रयोग में लाया जाता है|
यहाँ पर गोपीनाथ का मंदिर भी बना हुआ है जिसकी मूर्ति बहुत प्राचीन है | ऐसा कहा जाता है गोपी तालाब में भगवान कृष्ण ने गोपियों के साथ स्नान किया था|
5. शिवराजपुर बीच - यह खूबसूरत बीच अरब सागर के किनारे है जिसका नाम गुजरात की सबसे खूबसूरत बीचों के रूप में लिया जाता है| यह बीच वाकई बहुत दिलकश है | यह एक प्राईवेट बीच है जिसके अंदर प्रवेश के लिए आपको 30 रुपये देने होगे | शिवराजपुर बीच बहुत साफ सुथरी और सुंदर है| आप इस बीच पर बेट द्वारका को घूमते हुए वापसी में शाम को आ सकते हो| सूर्य अस्त का नजारा शिवराजपुर बीच में अद्भुत दिखाई देता है| इसके अलावा आप बीच में वाटर सपोर्टस का आनंद भी ले सकते हो|
कैसे पहुंचे - द्वारका सड़क मार्ग द्वारा गुजरात के सभी शहरों से जुड़ा हुआ है| अहमदाबाद से इसकी दूरी 450 किमी, राजकोट से 225 किमी है | रेलवे मार्ग से भी द्वारका भारत के अलग अलग शहरों से सीधी रेल से जुड़ा हुआ है| आपको द्वारका में रहने के लिए अनेक होटल, गेस्टहाउस और धर्मशालाएँ आदि मिल जाऐगे|
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