चित्तौडगढ़ किला :-
राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र का खूबसूरत शहर चित्तोड में मेसा के पठार पर स्थित एक भव्य किला है जिसे चित्तौड़गढ़ के नाम से जानते है । मेवाड़ की पूर्व राजधानी थी चित्तौड़गढ़ ।
इस का निर्माण इतिहासकारों के अनुसार मौर्यवंशी राजा चित्रांगद मौर्या ने करवाया ओर इसको अपने नाम पर चित्रकूट के रूप में बसाया।
इस किले में कही परिसर है जो इतिहास और मेवाड़ के वीर योद्धाओ की गाथा को याद दिलाते है । राजस्थान वीरो की नगरी है ।
दुर्ग का प्रथम प्रवेश द्वार 'पाडन पोल' है।
उसके बाद भैरव पोल है।
फिर हनुमान पोल
फिर गणेश पोल
जोड़ला पोल
लक्ष्मण पोल
राम पोल
पत्ता की स्मारक
कुकड़ेश्वर का कुंड ओर मंदिर
हिंगलू आहाड़ा के मंदिर तथा रत्नेश्वर तालाब
लाखोटा की बारी
जैन कीर्ति स्तंभ
महावीर स्वामी का मंदिर
नीलकंठ महादेव का मंदिर
सूरजपोल ओर चुंडावत साई दास का स्मारक
अद्वदजी का मंदिर
राजटिला व चन्त्रांग तालाब
चितौड्गढ़ दुर्ग:-
राणा पुंजा भवन
बिका खोह
भाक्सी
घोड़े दौड़ाने के चौगान
माता पदमिनी का महल
खातन रानी का महल
गोरा बदल की घुमरे
राव रणमल की हवेली
कालिक माता का मंदिर
सूर्यकुंड या सूरज कुंड
महासती जोहर कुंड
विजय स्तम्भ
मीरा बाई का मन्दिर
कुम्भ स्वामी का मंदिर
फतेह प्रकाश
मोती बाजार
श्रृंगार चोरी
महाराणा सांगा का देवरा
पातालेश्वर महादेव का मन्दिर
नवलखा भंडार
आल्हा काबरा की हवेली
भामाशाह की हवेली
राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र में आपका हार्दिक स्वागत करते हैं।