थाईलैंड का नाम लेते ही दिमाग में क्या आता है ? बैंकॉक, हैं ना ?
मगर इस देश में यहाँ की राजधानी बैंकाक, के अलावा भी बहुत कुछ है।
चिआंग मई और चिआंग राइ
उत्तरी थाईलैंड के सबसे बड़े शहरों में से दो ऐसे शहर जहाँ बैंकॉक, पटाया और फुकेत की तरह सैलानियों का जत्था नहीं जाता। यहाँ के खूबसूरत नज़ारे, हाथियों के अभयारण्य और पहाड़ी लोगों की गर्मजोशी हमें इन दोनों शहरों में खींच ला सकती है।
कहाँ जाएँ क्या देखें?
1. हाथियों के साथ नहाएँ
इन शांत विशालकाय जीवों के साथ कीचड़ में मस्ती करने का पाना अलग आनंद है।
2. जैसे बैंकॉक में सुनहरे मंदिर हैं, वैसे ही इन दोनों शहरों में चांदी जैसे चमकीले और बर्फ जैसे सफ़ेद मंदिर हैं।
ये देखिये चिआंग राइ का मशहूर सफ़ेद मंदिर : वाट रोंग खुन।
3. यहाँ के लोकल ट्रैवल गाइड चिआंग राइ का गोल्डन ट्राएंगल टूर का पूरा प्रबंध भी कर देते हैं।
गोल्डन ट्राएंगल वो जगह है जहाँ मेकाँग नदी के किनारे थाईलैंड, म्यांमार और लाओस की सीमा रेखाएँ मिलती है। आप चाहें तो मेकाँग नदी में बोटिंग भी कर सकते हैं।
4 . टार्ज़न की तरह जंगल पर राज करो
आप चाहें तो जंगल ट्रेक से कुछ हटकर अनुभव कर सकते हैं। फ्लाइट ऑफ़ गिबन टूर में आप ज़िप लाइन पर सवार पेड़ों की शाखाओं के बीच से सरसराते हुए रोमांचक अनुभव करते हैं।
इस अनुभव की कीमत है मात्र ₹8600।
4. में कम्पोंग में ताज़ा हो जाओ
इस छोटे से गाँव की खासियत है यहाँ की हरियाली, नायाब झरने और स्थानीय इलाकों में उगाई हुई कॉफी, जिसका स्वाद गाँव की कॉफी शॉप्स में मिलता है।
कैसे पहुँचें?
आप भारत से हवाई जहाज़ के ज़रिए बैंकॉक होते हुए चिआंग मई पहुँच सकते हैं। चाहे तो बैंकॉक से बस भी ले सकते हैं या किराए पर टैक्सी लेकर भी यहाँ पहुँच सकते हैं। बैंकॉक के हुलामफोंग स्टेशन से चिआंग मई के लिए रोज़ ट्रेन चलती है, जो सिर्फ 12 -14 घंटे में चिआंग मई पहुँचा देती है। आप चाहें तो प्रथम या द्वितीय कक्षा के डिब्बों में सफर कर सकते हैं।
चिआंग मई और चिआंग राइ के बीच हाइवे है जो अक्सर खाली नहीं मिलता। बैंकॉक के इन उत्तरी शहरों में आप बस या टैक्सी में आ-जा सकते हैं।
2. अयुत्थाय
घने जंगलों के बीच टापू पर बसा और तीन नदियों से घिरा अयुत्थाय कोई जादुई जगह लगती है। सन 1650 में बसा अयुत्थाय पहले थाईलैंड की राजधानी हुआ करता था। फिर सन 1767 में बर्मा ने थाईलैंड पर आक्रमण कर दिया और इस शहर की भव्य इमारतें खंडहरों में तब्दील हो गयी। इसे थाईलैंड का अंगकोर वाट माना जा सकता है।
क्या देखें, कहाँ जाएँ?
1. थाईलैंड के सबसे सुन्दर मंदिरों में से कई यहाँ है।
2. अंजीर के पेड़ों की जड़ों में गुँथी बुद्ध के शीश की प्रतिमा देखिए।
3. किराए पर एक साईकिल लीजिये और शाम को ढलते सूरज की लाल रौशनी में मंदिरों की सुंदरता का नज़ारा देखिये।
4. फोटो वॉक भी अच्छा विकल्प है
नज़ारे ऐसे हैं कि कैमरे की एक और बैटरी साथ रख लीजियेगा। कहीं तालाब में खिले कमल आपके कैमरे में कैद होने से रह न जाएँ।
कैसे पहुँचें?
बैंकॉक से सिर्फ 50 मील यानी 80 कि.मी. पास अयुत्थान आने के लिए कैब, मिनीवैन, बस, ट्रेन जो चाहे वो कर सकते हैं। वैसे हम कैब करते हैं तो सबसे ज़्यादा सुविधा रहती है, मगर सस्ता सफर करना है तो ट्रेन में बैठिये और रास्ते के नज़ारों का मज़ा लीजिये।
बैंकॉक के हुआलामफोंग स्टेशन से रोज़ ट्रेन अयुत्थान आती है, जिसका थर्ड क्लास का टिकट सिर्फ ₹32 का है।
3. कोह चांग
बैंकॉक और फुकेत के समुद्रतटों पर भारतीय और अन्य अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की भरमार है। ऐसे में अगर हमें शान्ति से रेत पर लेट कर समंदर की आती-जाती लहरों की अठखेलियाँ देखनी है तो हम पास-पास में स्थित द्वीपों कोह चांग, कोह माक और कोह कूद के साफ़- सफ़ेद समुद्रतट चुनते हैं।
कहाँ जाएँ, क्या देखें?
1. कोह चांग की खूबसूरती को विस्तृत रूप से देखने के लिए हम ज़मीन से ऊपर उठते हैं।
एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर ज़िप लाइनिंग, टार्ज़न स्विंग, टाइट रोप और फ्लाइंग स्केटबोर्ड से झूलते हुए हम कोह चांग की असली खूबसूरती देख सकते हैं।
2. रोमांचक अनुभवों के बाद कोह चांग के वाइट सैंड बीच पर समुद्र किनारे साफ़ सफ़ेद रेत पर टहलते हुए आराम फरमाएँ
यहाँ के क्लोंग सांग बीच की चुप्पी को तो कभी-कबार आने वाली पक्षों की कूक ही तोड़ती है।
3. पानी के अंदर की दुनिया देखो
नीले पानी के अंदर झुण्ड में तैरती छोटी-छोटी मछलियाँ छू कर गुदगुदा जाती हैं। नीचे सतह पर नज़र डालें तो मूंगे की चट्टानें और कई तरह की वनस्पतियाँ मन मोह लेती हैं।
कैसे पहुँचें?
बैंकॉक के खाओ सान रोड से निजी साधन में बैठें और मात्र छह घंटे में ही इन जादुई द्वीपों पर पहुँच जाएँ।
4. फिफी आइलैंड
एक बार यहाँ की ताज़ी शुद्ध हवा में सांस लो और आप कहने लगंगे"फिफी आइलैंड रहूँगा मैं, घर नहीं जाऊँगा मैं "
कहाँ जाएँ, क्या देखें?
1. नाव में सवार होंऔर चप्पू चलाने लगो। नीली लहरों को चीरते हुए समंदर जीत लो, और फिर समंदर किनारे तौलिया बिछा कर नरम धूप सेकते हुए तरोताज़ा हो जाओ।
2. समंदर किनारे पहाड़ों में कई गुफाएँ अंदर जाती हैं, जहाँ प्रकृति का खूब सारा खज़ाना बिखरा हुआ है।
3. शाम होते ही समंदर नीली रौशनी से जगमगाने लगेगा। इसे विज्ञान प्लैंकटन कहता है, मगर आप जादू भी मान सकते हो। ऐसे में सतह पर स्नोर्कलिंग करने का मज़ा ही अलग है।
4. माया बे से मंकी आइलैंड कूदते-फांदते पिलेह कोव में नाव चलाते हुए मज़ा आ जाएगा।
5. रात की शुरुआत बीच पार्टी से करें तो आतिशबाज़ी देखने को मिलेगी, और अगर कोह फिफी के पानी में कायाक में सवार शाम को ढलते सूरज की नारंगी छटा देखें तो क्या ही कहने।
6. कयाकिंग से लौट कर फिफी थाई रिज़ॉर्ट में बढ़िया सी मालिश के बाद पायरेट आइलैंड एडवेंचर हाउस में मटकने के लिए फिर से तैयार।
कैसे पहुँचें?
फिफी के छह टापुओं की छटा देखने आने के लिए दो रास्ते हैं। पहला स्पीडबोट और दूसरा फेरी। ये दोनों साधन आपको इन टापुओं से लगभग 46 कि.मी. पास क्राबी या फुकेत से मिल जाते हैं। आने का सबसे लोकप्रिय साधन फेरी है। फुकेत के रसदा पीयर से फेरी लेंगे तो दो घंटे में फिफी, और अगर क्राबी के क्लोंग जीराद पीयर से फेरी लेंगे तो 10 मिनट में फिफी आ जायेगा।
5. कंचनबुरी
चाहे आप रोमांच प्रेमी हों या इतिहास प्रेमी, कंचनबुरी आपको ज़रूर पसंद आएगा। पश्चिमी थाईलैंड के कंचनबुरी की बर्मा रेलवे द्वितीय विश्व युद्ध के समय युद्ध के कैदियों ने बनायी थी।
कहाँ जाएँ, क्या देखें?
1. थाईलैंड की सबसे लोकप्रिय रेल यात्रा में बिताए 2 घंटे आपको ज़िन्दगी भर याद रहेंगे।
2. क्वाई नदी की सतह पर नावों में लोग कई तरह की चीज़ें बेचते हैं। पूरा बाज़ार लगता है जहाँ आप खाने-पीने की चीज़ों से लेकर दैनिक ज़रुरत का सामान खरीद सकते हैं और दिल खोल कर मोलभाव कर सकते हैं।
3. एरावन नेशनल पार्क की रहस्यमयी गुफाओं से होते हुए एरावन झरने पर तैरने का खूब मज़ा आएगा।
ट्रेकिंग के रास्ते इतने हैं कि जो भी रास्ता पकड़ा, पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं की ऐसी-ऐसी प्रजातियाँ देखने को मिलेंगी जैसी कभी नहीं देखी। यहाँ 7 मंज़िला झरने के हरे-नीले साफ़ पानी में खूब तैरे।
कैसे पहुँचे?
बैंकॉक से चले तो कुछ ही घंटों में कंचनबुरी पहुँच गए। आपकी इच्छा, चाहे ट्रेन लें, या बस।
कंचनबुरी के लिए दो ट्रेन चलती है; एक सुबह 0750 बजे और दूसरी 1355 पर। वैसे ढाई घंटे में पहुँचा देना चाहिए, मगर देर-सवेर होते हुए 3 घंटे लग ही जाते हैं।
बैंकॉक में कई जगह से बस भी मिलती है। प्रथम श्रेणी की बस वातानुकूलित होने के साथ शौचालय की भी सुविधा देती है और द्वितीय श्रेणी की बस में सिर्फ सीटें मुहैया होती हैं।
मन करे तो टूरिस्ट मिनीवैन में भी चढ़ सकते हैं , या चाहें तो किराए पर अपनी टैक्सी कर लें।
6. रैले या राइ लेह
अउ नंग से 15 मिनट की नाव सवारी के बाद आप पहुँचते हैं रैले में।
राइ लेह के चारों कोनों में समुद्रतट हैं तो हमें तो ऐसा लगा जैसे किसी टापू पर ही आये हैं। जहाँ नज़र घुमाएँ वहीं कार्स्ट की स्थलाकृतियाँ, जिसकी वजह से यहाँ तक सड़कें नहीं पहुँच पाई। मगर बैंकॉक के कई शानदार रिज़ॉर्ट ज़रूर पहुँच गए।
सफ़ेद मुलायम रेत, समुन्दर किनारे तालाब, शांत लहरें और पक्षियों की मीठी कूक। सड़कें नहीं बनी हैं, इसलिए आराम से फुटपाथ पर टहलते हुए बस या कार का ध्यान रखने की ज़रुरत ही नहीं होती। लहरों पर नावें चलती दिखती हैं बस।
कहाँ जाएँ, क्या देखें?
1. पूर्वी रैले में बॉब मार्ले के गाने गुनगुनाए तो पश्चिम रैले के तट पर चाँदनी रात या अमावस्या की रात को होने वाली पार्टी में शाम ढले ठुमके लगाएँ।
2. रैले का फ्रा नंग बीच काफी अनोखा है। यहाँ समुद्रतट के दक्षिणी छोर पर गुफा के बाहर लिंग ही लिंग रखे हैं। कुछ पत्थर से बनाये गए हैं तो कई लकड़ी छील कर। आस-पास के मछुआरे मानते हैं कि ऐसा करने पर गुफा में रहने वाली राजकुमारी की शक्ति उन्हें उन्नत भविष्य का वरदान देती हैं। मछुआरों की देखदेख सैलानी भी पत्थर या लकड़ी से बना लिंग यहाँ गुफा की राजकुमारी की सेवा में रखने लगे हैं।
3. रैले के तट पर कतार में लगी नावें आस-पास के द्वीप घुमाने के लिए ही खड़ी होती हैं। अपने लिए एक प्राइवेट नाव किराए पर लें और निकल पड़ें चारों दिशाओं में टापुओं की सैर करने।
4. वेटसूट डालकर स्नोर्कलिंग करें या झूलते हुए हैमक में लेटे शाम के सूरज को समंदर में गोता लगाते देखें।
कैसे पहुँचें?
रैले से 30 कि.मी. पूर्व में क्राबी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा है जहाँ से शटल बसें चलती हैं। ये शटल बसें 150 भातत में आपको अउ नंग या अउ नाम्मओ उतारती हैं, जहाँ से हम नाव में बैठते हैं।
आप चाहें तो रैले स्थित ट्रेवल एजेंटों से भी टूरिस्ट डेस्टिनेशंस पर अपना आने-जाने बंदोबस्त करवा सकते हैं। रैले आने के लिए आपको अउ नाम्मओ, अउ नंग और क्राबी शहर से नावें मिल जाती हैं। फुकेत और फिफी आइलैंड से भी नावें चलती रहती हैं
7. हुआ हिन्
बैंकॉक से 25 मील पर बसा मछुआरों के ये गाँव आपको देखना ही चाहिए। क्यों? क्योंकि यहाँ मीलों तक फैला समुद्रतट है, रात में रंगीन बाज़ार लगता है, बौद्ध मंदिर हैं, झरने, स्कूबा डाइविंग, गोल्फ काफी-कुछ है। ये वो जगह है, जहाँ बैंकॉक के स्थानीय लोग छुट्टी मनाने आना पसंद करते हैं।
कहाँ जाएँ, क्या देखें?
1. यहाँ स्कूबा डाइविंग सिखाने वाली कई कक्षाएँ मिल जाएँगी। थोड़े-बहुत सबक लेने के बाद हमने भी ऑक्सीजन की टंकी कंधे पर टांगी और समंदर में गोता लगा दिया। रंगीन मछलियाँ, मूंगे की चट्टानें, शैवाल, समुद्री वनस्पति जैसे कई अनोखी चीज़ें देखी।
2. फिर किराए की साईकिल पर सवार आस-पास के गाँवों में घूमने निकल जाएँ। चूना पत्थर के पहाड़, अंगूर के बाग़, जंगली घाटियाँ और नैशनल पार्क में खूब घूमें।
3. खाओ सम रोइ यॉट नाम के नैशनल पार्क में हरियाली से घिरे हुए नरम धूप सेकने का मज़ा लें। हुआ हिन से यहाँ आने में 1 घंटे का समय लगता है। कहते हैं कि 300 चीनी व्यापारियों ने अपनी नाव डूबने के बाद यहाँ शरण ली थी। नैशनल पार्क में खूब सारी प्राकृतिक गुफाएँ और गलियारे देखें।
4. हमने लोगों को दलदल में धँसते देखा है, मगर बोइंग बुआ वुड बोर्डवॉक में हम एक किलोमीटर लम्बे लकड़ी के पुल पर चले, जहाँ नीचे था गहरा दलदल। मगर आस-पास ऐसा हसीं नज़ारा था कि नज़रें ऊपर ही रहीं।
5. सेंटोरिनी पार्क में ग्रीस देश जैसी खूबसूरती देखी, जहाँ समुद्रतट पर खरीदारी करने के लिए मॉल है, मस्ती करने के लिए एम्यूजमेंट पार्क है और भोजन के लिए कई शाकाहारी विकल्प भी हैं।
कैसे पहुँचें?
बैंकॉक के दक्षिणी बस टर्मिनल सासोंग रोड हुआ हिन् से रोज़ एसी-नॉन एसी बसें मात्र 3 घंटे में पहुँचा देती हैं। सबसे सस्ता साधन रेल का है, और स्टेशन बैंकॉक बाज़ार में वहीँ है जहाँ से रोज़ बसें हुआ हिन् आती हैं। चाहें तो बैंकॉक से टैक्सी या कैब भी कर सकते हैं। आने में सिर्फ 4 घंटे का समय लगता है।
तो अपनी थाइलैंड यात्रा पर जाने से पहले इस लिस्ट को एक बार ज़रूर पढ़ लें। अपनी यात्रा के अनुभव Tripoto पर ज़रूर बाँटें।
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