भारतीय सेना के तीनों अंगो ( इंडियन आर्मी , इंडियन नेवी,
और इंडियन एयर फोर्स ) का देश की सुरक्षा का दायित्व है।
और ये तीनों ही तन ,मन धन से इस महान देश की सभी सीमाओं की सुरक्षा करते है। तीनो का अपना अपना अलग महत्व है । लेकिन वर्तमान में वायु सेना का महत्व थोड़ा बढ़ गया हैं। कोई देश कितना समर्थ है , कितना शक्तिशाली हैं,
ये उस देश की वायुसेना निर्धारित करती हैं। अत्याधुनिक तकनीक के आ जाने से अब युद्धों का स्वरूप भी बदल गया है। अब किस देश पर किस तकनीक और श्रेणी के आधुनिक युद्धक विमान है। ये मैटर करता हैं।
दुनिया भर की वायु सेनाओं में भारतीय वायु सेना की अपनी
अलग अलग धाक और पहचान हैं। कुछ रिपोर्ट की माने तो
भारतीय वायु सेना दुनिया दुनिया ने तीसरी सबसे शक्ति शाली वायुसेना है। आज भारतीय वायु सेना नई और उन्नत तकनीक से सुसज्जित है। आज हमारी वायुसेना हमारे देश का गर्व और अभिमान हैं।
अभी हाल ही में वायु सेना के साहस , पराक्रम, और विरासत को समर्पित एक म्यूज़ियम चंडीगढ़ में खोला गया हैं। जहा आप भारतीय वायु सेना के इतिहास को आसानी से देख और समझ सकते हैं। ये अपने आप में अनोखा और अनूठा है । ये भारतीय वायु सेना का अपनी तरह का एकलौता संस्थान है। इसमें आप वायु सेना के कारनामे , युद्धकौशल, पराक्रम के बारे में अच्छे से समझ सकते हैं।
आज के युवा यहां आकर वायुसेना के क्रियाकलापों के बारे में देख और समझ सकती है । की कैसे वायु सेना ने 1948,
1965 और 1972 और फिर कारगिल 1999 में दुश्मनों को नाकों चने चबवाए । तथा हाल ही में किए गए बालाकोट एयरस्ट्राइक के बारे मे पूरी जानकारी मिल सकती हैं।
यहां पर भारतीय वायु सेना में कार्यरत काफी सारे युद्धक्क विमान और हेलीकॉप्टर के मॉडल आप देख सकते हो।
और तो और ये विमान कैसे संचालित किए जाते हैं। ये भी देख और समझ सकते हो।
ये किन तकनीकों पर काम करते हैं। इसकी की जानकारी हैं।
और तो और वर्चुअल रियलिटी की मदद से आप मॉड्यूल सिमुलेटर की सहायता से आप विमान उड़ाने या युद्धक विमान ने बैठने का आनंद भी ले सकते हो । और तो और
कुछ युद्धक विमानों के तो कॉकपिट तक में जाकर इनकी
कार्यप्रणाली देख और समझ सकते हो । भारतीय वायु सेना ने कब और कैसे युद्ध की स्थिति में मोर्चा संभाला हो या
किसी आपातकाल जैसे की रूस और यूक्रेन संकट, मिडिल ईस्ट संकट हो ,या सूडान संकट के समय कैसे अपने भारतीय नागरिकों तथा अन्य देशों के नागरिकों की सहायता की इन सब चीजों के बारे में भी जान सकते हो ।
भारतीय वायु सेना सिर्फ दुश्मन को हराने में ही नही अपने
नागरिकों की सुरक्षा करने के लिए भी जानी जाती हैं।
भारतीय वायु सेना का दुनिया भर में सम्मान है । भारतीय वायु सेना का अपना स्वर्णिम इतिहास और विरासत हैं।
जिसे बचाए रखना और सहेज कर रखना भी उतना ही जरूरी है । इसी मानसिकता को ध्यान में रखकर इस केन्द्र की परिकल्पना की गई है। जिससे देश की भावी और आने वाली पीढ़ी वायु सेना के शौर्य, पराक्रम को जान सके और
आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा युवा भारतीय वायु सेना में अपनी सेवा देने के लिए आगे आ सके।
पता – भारतीय वायु सेना विरासत केन्द्र सैक्टर 18 चंडीगढ़
टिकिट – 18 साल से छोटे बच्चों के लिए फ्री हैं। अगर वो अपना स्कूल कार्ड दिखाते है तो । और आम जन के लिए साधारण टिकिट 50 रुपए हैं। अगर आप कॉकपिट में जाकर चीजे देखना चाहते है ।तो आपको 295 रुपए चुकाने होंगे।
अगर आपका जाना सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ हो तो
इस अनोखे संस्थान को देखना न भूलें ।
🇮🇳🇮🇳जय हिन्द। जय भारत 🇮🇳🇮🇳