चंडीगढ़ की गिनती देश के सबसे खूबसूरत शहरों में होती है।
यहां घूमने के लिए बहुत-सी जगहें हैं, लेकिन चंडीगढ़ की शान माना जाने वाला है सुखना लेक तो आईये जानते हैं सुखना लेक के बारे में , और अगर आप चडीगढ़ गए हैं तो सुखना लेक जाना नहीं भूलना झील चंडीगढ़ में स्थित है। यह मानव निर्मित झील है। यह झील हिमालय की तलहटी (शिवालिक पहाड़ियों) पर यह एक जलाशय के रूप में स्थित एक खूबसूरत पर्यटक स्थल है। जो चंडीगढ़ जाने वाले सभी शैलानियों का मन मोह लेता है | इस झील का निर्माण ले कॉर्बूसियर और मुख्य अभियंता पी एल वर्मा ने किया था। यह झील 3 वर्ग किलोमीटर में फैली झील 1958 में बनाई गई थी। आज के समय में यहाँ पर बोटिंग और गेमिंग का हब बना हुआ है।
*चंडीगढ़ की शान है सुखना लेक*
यह लेक हिमालय की शिवालिक पहाड़ियों की तलहटी में स्थित सुखना लेक को 1958 में सुखना चोइ को बांधकर बनाया गया था। पहाड़ों की लंबी श्रंखला के बीच है | गर्मियों में यहां प्रवासी पक्षियों का आना-जाना शुरू हो जाता है, जिससे दृश्य और भी खूबसूरत और बेहतरीन हो जाता है।सुखना झील एशिया में नौकायन के लिए सबसे लंबा प्रवाह है। यहाँ पर कई त्योहारों का भी आयोजन किया जाता है | जो पर्यटकों और नागरिकों द्वारा आनन्दपूर्वक मनाए जाते हैं।
यह जगह चंडीगढ़ में पिकनिक मनाने के लिए सबसे ज्यादा अच्छा स्थल है। झील के किनारे पर बसा यह बाजार हमें पिकनिक जैसा तो महसूस कराएगा और यह सैर मन को आराम और विशाल शांति प्रदान करती है। यह झील पक्षियों की मधुर आवाज से सुशोभित है और एक शांत वातावरण की तरह शोभित है, यह आपको इतना मंत्रमुग्ध कर देता है कि आप दुनिया को भूलकर झील के किनारे हर पल का आनंद लेंगे।
चंडीगढ़ की सबसे खूबसूरत लेक है सुखना लेक यहाँ पर एक अलग ही तरह का शूकून मिलता है |
पक्षियों की चहचाहट बहुत है आनंददायक अनुभव देती हैं | चारों तरफ शैलनियों अनोखा दृश्य देखने को मिलता हैं जो हमें ऊर्जा का अनुभव करता है |
सुखना लेक पर करने के लिये गतिविधि :
चंडीगढ़ जाकर आपको अनेकों आनंददायक गतिविधियों का लुत्फ उठाने को मिल सकता है |चंडीगढ़ का सुखना लेक एक बहुत ही खूबसूरत जगह है जहाँ आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ घूमने जा सकते हैं। यहाँ आप बोटिंग, रोइंग, ट्रम्पोलिन जंपिंग जैसे वाटरस्पोर्ट्स एक्टिविटीज में भी पार्टीस्पेट कर सकते हैं। इसके अलावा आप यहाँ ऊंट की सवारी भी कर सकते हैं। यहाँ आप 200 रुपये से 500 रुपये में स्केच बनवा सकते हैं। इस जगह का वातावरण शांतिपूर्ण होता है और यहाँ आपको अद्भुत नजारे भी देखने को मिलते हैं। यहाँ आपको झील के पास पार्किंग एरिया में ऊंट की सवारी भी करने का मौका मिलता है।
सुखना झील चंडीगढ़ खुलने का समय और रास्ता :
सुखना झील चंडीगढ़ में सप्ताह के सभी दिनों में सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक खुली रहती है |
सड़क द्वारा भी चण्डीगढ़ से कुल्लू, मनाली एवं रोहतांग ग्लेशियर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। संघशासित प्रदेश चण्डीगढ़ में बेहतरीन सड़क नेटवर्क है। शहर से अनेक लोकप्रिय स्थान एवं तीर्थ स्थल मोटर गाड़ी से जाने तक की दूरी पर हैं।
अनेक राज्यों की सड़क परिवहन बसें चण्डीगढ़ को पड़ोसी राज्यों के विभिन्न शहरों और कस्बों से जोड़ती हैं। यह बसें वातानुकूलित, डीलक्स, सेमी-डीलक्स अथवा साधारण हैं। यह सैक्टर-17 में स्थित है।
ट्रेन द्वारा भी चंडीगढ़ जा सकते हैं :
चण्डीगढ़ नई दिल्ली से रेल द्वारा जुड़ा है। चण्डीगढ़ रेलवे स्टेशन शहर के सैक्टर 17 से 8 किलोमीटर की दूरी पर है। दिन में तीन बार चलने वाली शताब्दी एक्सप्रैस, एक जन शताब्दी एवं हिमालयन क्वीन ट्रेन चण्डीगढ़ को नई दिल्ली से बखूबी जोड़ती हैं। साथ ही यहां से चलने वाली पश्चिम एक्सप्रेस ट्रेन शहर को मुंबई से; सद्भावना एक्सप्रेस लखनऊ से, केरल संपर्क क्रांति केरल से और चेन्नई एक्सप्रेस चेन्नई से जोड़ती है।
सुखना लेक पर खाने - पीने के स्टाल आपकी यात्रा को और भी याचा बनाएंगे | स्नेक्स से लेकर खाने के लिये यहाँ पर अनेक तरह के व्यंजन मिल जाएंगे | बच्चों के मनपसंद की चीजें भी यहाँ आसानी से मिल जाती हैं जिससे बच्चे यात्रा पर परेशान नहीं करते और हमारी यात्रा को सफल रूप प्रदान कराते हैं | इसलिये आप चंडीगढ़ जाए तो सुखना लेख जाना न भूलें |