सोनपुर (बिहार)
वैसे तो मेरा शहर किसी पहचान का मोहताज नहीं, फिर भी एक परिचय तो बनता हैं...
बिहार राज्य के छपरा जिला के पूर्व सीमांत मे तीन नदियों (गंगा, गंडक और सोन) के संगम पर बसा यह शहर अपने इतिहास और संस्कृति के लिए जाना जाता है, मुझे गर्व है कि इस धरती पर मेरा जन्म हुआ... जिला मुख्यालय से सोनपुर शहर की दूरी लगभग 52 किलोमीटर है, निकटतम शहर दक्षिण मे पटना (दूरी लगभग 18 किमी) और पूर्व में जिला वैशाली (प्रथम गणराज्य का गौरव प्राप्त) है...
#कैसे_पहुँचे
👉 सड़क मार्ग द्वारा यह शहर NH-19 से जुड़ा हुआ है और अन्य प्रमुख मार्गों द्वारा आप छपरा, वैशाली और राजधानी पटना से सीधी यातायात सुविधा द्वारा यहाँ पहुँच सकते है।
👉 रेल मार्ग - सोनपुर को पूर्व मध्य रेलवे का गढ़ माना जाता है। भारत का छठा (6th) सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म (738 मीटर) भी सोनपुर ही है। यहाँ से देश और राज्य के विभिन्न हिस्सों के लिए रेल सुविधा उपलब्ध हैं। किसी जमाने में सबसे लंबा रेल प्लेटफॉर्म होने का गौरव प्राप्त था...
👉 हवाई मार्ग - निकटतम हवाई अड्डा पटना है, दूरी लगभग 22 किमी है...
सोनपुर को हरिहर क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता हैं, एक ऐसी धरती जहाँ हरि और हर, यानी भगवान विष्णु और भगवान शिव दोनो की पूजा एक साथ की जाती हैं। यहाँ का हरिहरनाथ मंदिर इस बात का प्रमाण हैं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार और ऐसा माना जाता है कि यही पर गज और ग्राह, यानी हाथी और मगरमच्छ की लडाई हुई थी, एक बार एक हाथी भगवान विष्णु और शिव की पूजा के लिए नदी किनारे गया, तभी एक मगरमच्छ ने हाथी का पैर पकड़ लिया, हाथी ने असहाय होकर भगवान विष्णु को पुकारा और भगवान विष्णु को आना पडा और मगरमच्छ से हाथी को बचाया, इसी स्थान के पास ही गजेन्द्र मोक्ष धाम मंदिर भी है।
सोनपुर अपने प्रख्यात पशु मेले (एशिया में सबसे बड़ा पशु मेला) के लिए प्रसिद्ध हैं। यह मेला बिहार के महापर्व छठ पूजा के बाद कार्तिक पूर्णिमा से एक महीने तक के लिए लगता है। हालाकि अब इस मेले मे कुछ पशु (जैसे कि हाथी) की खरीद बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
शहर में तमाम सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं - बढिया स्कूल, कॉलेज, खेल का मैदान, चिकित्सालय और अन्य...
सोनपुर क्षेत्र की कुछ तस्वीरें आप सभी के लिए...