कल किसी काम से मेरा भीलवाड़ा से राजसमंद की तरफ जाना हुआ। भीलवाड़ा से ही राजसमंद रोड की तरफ 25 किमी दूरी पर ही 'कारोई' नाम का एक छोटा सा गाँव पड़ता हैं। यह गाँव चाहे केवल 7000 से 8000 की आबादी वाला ही हो,लेकिन मुख्य हाईवे से जैसे ही अंदर प्रवेश करते हैं ,कई महँगी महँगी गाड़ियां रोड के किनारे पड़ी दिखाई देती हैं।गाँव में एंट्री लेते ही छोटे छोटे बोर्ड्स पढ़ने को मिलते है जिनमे अलग अलग एस्ट्रोलॉजर का विज्ञापन हुआ हैं। जैसे ही आगे बढ़ते हैं ,घरों -दुकानों के बाहर वेटिंग एरिया में अनेको लोग बैठे मिलते हैं।चेहरों पर सभी के एक अलग ही सीरियस भाव नजर आएगा ,क्योंकि कोई अपनी बिमारी की समस्या लेकर आता हैं ,कोई व्यापार बढ़ाने के लिए ,कोई नौकरी के लिए ,कोई शादी के लिए तो कोई स्वजनों से जुडी किसी समस्या के समाधान को ढूंढने यहाँ आता हैं।अपनी सटीक भविष्य वाणी के कारण यहाँ के ज्योतिषी और यह गाँव विश्वविख्यात हैं।
मुझे वैसे तो इस गाँव में जाना नहीं था ,मुझे तो हाईवे से सीधा कुछ किलोमीटर आगे जाना था। परन्तु यहाँ एक परिचित एस्ट्रोलॉजर (श्री गोपाल जी व्यास )जो कि यहाँ के सबसे प्रसिद्ध एस्ट्रोलॉजर में से एक हैं ,सोचा उनसे मिलते हुए ही निकले। रविवार था तो इनके यहाँ भी बाहर वेटिंग एरिया में काफी लोग ,जो कि राजस्थान से बाहर के थे ,अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।इनके पास में भी कई ज्योतिषीयों के घरों के बाहर खूब भीड़ थी।लोग सुबह से यहाँ बैठे थे ,भूख लगने पर बाहर ठेलों पर बिक रहे कचोरी ,समोसोँ से भूख शांत कर वापस अपनी जगह पर बैठ रहे थे।
इस गाँव की ख्याति देश विदेश में तब फैली ,जब साल 2006 में ही यहाँ के ज्योतिष पंडित नाथूलाल जी व्यास ने ,प्रतिभा पाटिल जी के पोलिटिकल कॅरिअर पर भविष्यवाणी की और अगले ही साल वो राष्ट्रपति बन गयी।तब से लेकर आज तक चुनाव नजदीक आते ही यहाँ देश से अनेकों नेता अपनी भविष्यवाणी के लिए आते हैं। हर महीने करीब 15000 से 20000 लोग इस छोटे से गाँव में अपनी समस्याओं के सामाधन के लिए ज्योतिष का सहारा लेने यहाँ आते हैं। बड़े बड़े नेता ,सरकारी अफसर ,अभिनेता ,व्यापारी यहाँ आते रहते हैं। उनके साथ खींचे गए फोटो हर एक ज्योतिषी विज्ञापन के तौर पर अपने यहाँ लगाते भी हैं। यहाँ भृगुसहिंता की मदद से हस्तरेखा पढ़ना ,कुंडली बनाना,कुंडली पढ़ना आदि किये जाते हैं।यहाँ पुरे भारत के लोग आपको मिलेंगे जो महीनों महीनों पहले अपना स्लॉट बुक करवा कर भी ,दिन भर बाहर बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। भारत के तो छोडो ,विदेशी मेहमान भी यहाँ अपनी हस्तरेखा को पढ़ाने के लिए आते हैं।राजनाथ सिंह ,वसुंधरा राजे ,अशोक गहलोत ,जयाप्रदा ,प्रतिभा पाटिल ,मोदी जी के भाई सोमभाई मोदी जैसे कई दिग्गज नाम हैं जो यहाँ आये हुए हैं।
इसी गाँव के पास में ही गुरला माता का मंदिर हैं जो कि पहाड़ी पर स्थित एक शानदार रमणीय स्थल भी हैं। गुरला में अमरुद और सिंघाड़े काफी होते हैं ,हाईवे पर यहाँ कई सारे ठेले वाले इन फलों को बेचते मिल जायेंगे। गुरला माता मंदिर के ही पास सावंलिया सेठ का मंदिर हैं ,जहाँ की गोशाला में आप च्वनप्राश ,दवाइयां और अन्य चीजे बनते हुए भी देख सकते हैं,उन चीजों को खरीद सकते हैं। कारोई गाँव में अगर भीलवाड़ा की तरफ से एंट्री करते हैं तो एंट्री पर ही हाईवे पर 28 फ़ीट के लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर हैं,जहाँ दर्शन कर आपको प्रयागराज के लेटे हुए हनुमान जी याद आ जाएंगे।
अगर आप ज्योतिष में विश्वास रखते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान ज्योतिष के माध्यम से ढूंढ रहे हैं तो भीलवाड़ा के कारोई में आपका स्वागत हैं।
-ऋषभ भरावा