दक्षिण भारत में वैसे तो बहुत से दर्शनीय स्थान हैं उनमें से ही कुर्ग है। केडागु इसका दूसरा नाम है। सुन्दर व मनभावन पहाड़ी स्थान कर्नाटक प्रान्त में है। यह क्षेत्र काफी की खेती के लिए प्रसिद्ध है। यहां काफी की वेरायटी जैसे काफी अरेबिका व काफी रोबेस्टा का उत्पादन किया जाता है। कुर्ग झरनों, घने जंगलों, रिच फ्लोरा सोना व झरनों के लिए प्रसिद्ध है। कुर्ग मैसूर व कोस्ट टाउन मंगलोर के मध्य में स्थित है। यह चारों तरफ़ से ब्रह्मचारी पहाडियों से घिरा है।यहां के घने वन बहुत से पशु पक्षियों की शरण स्थली है।
मेडीकरी कुर्ग का हिस्सा है। यहां राजाजी सीटनामक पर्यटन स्थल है। इस स्थान से दूर दूर तक धान के खेत व घने जंगल दिखाई देते हैं। मेडीकरी किले के तोरण द्वार पर पत्थर से तराश कर बनाए गये हाथी आगन्तुकों का स्वागत करते हुए प्रतीत होते हैं ।ओम्कारेश्वर मन्दिर शिव भक्तों के लिए आकर्षण का केन्द्र है।मानसून में अबे फाल्स की सुन्दरता दुगनी हो जाती है जो मसालों के खेतों से घिरा है।
यहां बारिश बहुत होती है।
कम से कम एक बार अवश्य जायँ।