आज कल के नए-नवेले घुम्मकड़ियों में एक नया ट्रेंड बन गया है कि वो पहाड़ों में जाकर अतिउत्साही हो जाते हैं और फिर शहर और शहरी जीवन को गालियां बकने गलते हैं। लेकिन ऐसा करते वक्त महाराज लोग यह भूल जाते है कि जिन पहाड़ों में वो मौज काटते रहे हैं, वो उसी शहर में कई गई मेहनत का मीठा फल है। तो कुल मिलाकर कहना यह है कि पहाड़ हो अपनी जगह खूबसूरत लेकिन शहरों का भी अपना महत्व है। हमारी सामाजिक और आर्थिक तरक्की में हमारे शहर का बहुत अहम रोल होता है। और यही कारण है कि हम जब भी कोई नई नौकरी ढूंढते हैं या फिर जीवन की नई पारी शुरू करने की तैयारी करते हैं तो सबसे पहले यह देखते हैं कि वो कौन-से शहर होगा जो हमारे रहने लायक होगा।
तो चलिए, आज हम आपको बताते हैं कि दुनिया के वो कौन से शहर हैं, जो रहने के लिहाज से 10 सबसे बेहतरीन शहर की सूची में शुमार हैं। दी इकोनॉमिस्ट ग्रुप की सहयोगी संस्था इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने स्थिरता, स्वास्थ्य, पर्यावरण, शिक्षा, कल्चर और इंफ्रास्ट्रक्चर सरीखे कई और मानकों के आधार पर रहने लायक दुनिया के करीब 173 शहरों में से 10 सबसे बेहतरीन शहरों का चुनाव किया है। आप हैरान तो नहीं होंगे लेकिन यह जानकर दुःख जरूर होगा कि टॉप-10 में भारत का एक भी शहर शामिल नहीं है।
साल 2023 में रहने लायक दुनिया के सबसे बेहतर शहर का खिताब पिछली बार की तरह इस बार भी ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना के पास गया। और वहीं दूसरे नंबर पर भी डेनमार्क की राजधानी कोपनहेगन का ही कब्जा कायम रहा। इस सूची में तीसरा, चौथा और पांचवा नंबर क्रमशः ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न, सिडनी और कनाडा के वैंकुवर शहर का रहा। इस सूची में कनाडा के ही 2 और शहरों का नाम शूमार है। कैलगरी को 7वां स्थान हासिल हुआ है और वहीं इस सूची में टोरंटो 9वें स्थान पर है। वैसे दुनिया के सबसे खूबसूरत देश में जिसका जिस स्विट्जरलैंड का जिक्र होता है, उसके शहरों के बिना तो यह सूची अधूरी ही रह जाएगी। इसलिए ज्यूरिख और जिनेवा भी रहने लायक शहरों की इस लिस्ट में क्रमशः 6वें और 8वें नंबर पर मौजूद है।
वहीं बात करें 10वें नंबर के शहर की तो इस स्थान पर कोई एक नहीं बल्कि 2 शहरों को जगह मिली है। जी हां, इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की इस सूची में 10वें नंबर के लिए जापान के ओसाका और न्यूजीलैंड के ऑकलैंड शहर बीच मुकाबला बराबरी का रहा है। वैसे आपको बता दें कि रूप से काबिज है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ओसाका पिछले साल भी इस सूची में 10वें नंबर पर ही था। लेकिन ऑकलैंड शहर ने पिछले साल के मुकाबले 25 पायदान की जबरदस्त छलांग लगाकर टॉप-10 में अपना स्थान हासिल किया है। तो कुल मिलाकर दुनिया में रहने लायक 10 सबसे बेहतरीन शहरों के मामले में हमेशा की तरह इस बार भी भारत समेत एशियाई देश फिस्सडी ही साबित हुए।
वैसे ऐसा नहीं है कि दुनियाभर के 173 शहरों में से भारत का एक भी शहर शामिल नहीं है। हां, वो अलग बात है कि हमारे शहर टॉप-10 छोड़िए टॉप-100 तक में अपनी जगह नहीं बना पाए हैं। रहने लायक शहरों की इस सूची में दुनियाभर के 173 शहरों में से भारत के टॉप 2 शहरों यानी मुंबई और दिल्ली इन दोनों का स्थान 141वां है। इस सूची में दक्षिण भारत का प्रमुख शहर चेन्नई 144वें स्थान पर है। अहमदाबाद, बंगलुरु जैसे हाईटेक शहर भी इस सूची में क्रमशः 147वें और 148वें स्थान पर मौजूद है। ग्लोबल स्तर पर हमारे शहरों के हालात तो बहुत खराब नजर आ रहे हैं। लेकिन, उम्मीद यही कर सकते हैं कि जल्द से जल्द रहने लायक जरूरी सेवाओं में सुधार कर हम भी इस लिस्ट में अपनी स्थित को बेहतर करेंगे।
वैसे इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने रहने के लिहाज से दुनिया के सिर्फ टॉप-10 देशों की ही लिस्ट नहीं जारी की है। बल्कि उन्होंने दुनिया के टॉप-10 ऐसे देशों को भी चिन्हित किया है, जो रहने के लिहाज से दुनिया के 10 सबसे बदतर शहर है। भगवान का शुक्र है कि इसमें भारत के एक भी शहर का नाम नहीं हैं। बाकी हमारे पड़ोसी देश को अपने जिस एक शहर पर बड़ा घमंड है, उसका जरूर नाम शामिल है रहने की दृष्टि से दुनिया के 10 सबसे बदतर शहरों की सूची में। जी हां, रहने लायक शहरों में पाकिस्तान का कराची दुनिया का बदतर शहर है। इस लिस्ट में सीरिया के शहर दमिश्क ने टॉप किया है। वैसे आतंकी घटनाओं के त्रस्त इस इलाके का टॉप करना हैरान करने वाला मसला नहीं है।
इस सूची में तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर क्रमशः लीबिया के त्रिपोली, अल्जीरिया के अलजीरिस और नाइजीरिया के लेगोस शहर का नाम है। इस लिस्ट में 5वें स्थान पर पापुआ न्यू गिनी की राजधानी मोरेस्बी का दावा है। वहीं हमारे एक और पड़ोसी देश का भी एक शहर इस क्वालिटी की कतार में खड़ा हुआ है। हम बात कर रहे हैं बांग्लादेश की। राजधानी ढाका इस सूची में 6वें रैंक पर है। यानी यहां भी जीवन जीने का स्तर बहुत खराब है। बाकी, पिछले साल की शुरुआत से ही जंग का मैदान बनी यूक्रेन की राजधानी कीव भी लड़ाई के चलते रहने वाले शहरों की सूची में सबसे पिछड़ गए है। साल 2023 में कीव शहर रहने के लिहाज से 9वां सबसे बदतर शहर है। उम्मीद है कि जब जंग का जमाना पीछे छूटेगा, तब कीव दोबारा अपने पुराने वाले सुनहरे दिनों की ओर लौट जाएगा।
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